अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 413 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 16 min read मुक्तक 28/10/2- #मुक्तक (१) विश्व में दो जगह चल रहे युद्ध के परिप्रेक्ष्य में ************************************ छंद आधार -आनंदवर्धक २१२२ २१२२ २१२ विश्व में संग्राम रुकना चाहिए। दिल किसी का अब न... Hindi · मुक्तक 3 2 1k Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Jan 2022 · 1 min read राम भक्ति गीत रामभक्ति "एक गीत " जिसने राम नाम गुण गाया भेद उसी ने उसका पाया। राम नाम ही अपना है बस बाकी सब झूठी माया।। भक्तों के सारे कष्टों को क्षण... Hindi · गीत 2 1 1k Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Jan 2021 · 1 min read हिंदी है जन-जन की भाषा विश्व हिंदी दिवस पर एक गीत १०/१/२०२१ चार कोस पर बदली वाणी केवल मिलती हिंदी में। सौम्य सरसता की मधु वाणी केवल मिलती हिंदी में। ************* हिंदी है जन -जन... Hindi · गीत 1 1k Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read छन्न पकैया छन्न पकैया कोरोना बीमारी छंद : सार छंद मात्रा-16,12,अन्त में गुरु गुरु ss छन्न पकैया छन्न पकैया, कोरोना बीमारी। सकल विश्व को ग्रसित किया है,सब पर है यह भारी।। बहुत तेज यह फैल रही... Hindi · कविता 1 864 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Jan 2021 · 16 min read काव्य पाठ विराजे हैं जो डायस पर उन्हें मेरा नमन शत् शत्। विराजे हैं जो कुर्सी पर उन्हें मेरा नमन शत् शत्।। महज़ इक मातु अंबे है जो देती दास को सब... Hindi · कविता 1 771 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Dec 2020 · 4 min read मां शारदे वंदना जय मां शारदे! २१२२ २१२२ २१२२ २१२ मैं करूं आराधना मां,नित्य तेरा ध्यान हो। मैं रहूं तेरी शरण में, ना कभी अभिमान हो। ****************************** तू दिखाए रास्ता उस रास्ते चलता... Hindi · कविता 2 2 823 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Jun 2021 · 1 min read पीत चुनरिया पीत वसन है गीतिका ****** पीत चुनरिया पीत वसन हैं। फूलों से सज्जित उपवन हैं। फूलों पर मंडराते फिरते, मनमौजी भंवरों के मन है। पीली सरसों के महकाते, मन को भाते खेत सघन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 686 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Apr 2021 · 1 min read चीर हरण *चीर हरण* सार छंद १६+१२ दुर्योधन ने दासी कहकर, कडुवे वचन सुनाये। जंघा पर इसको बिठलाओ, सुनकर सब शरमाये। वस्त्र हीन इसको कर डालो, कर्कश शब्द ढहाए। मूक हुए दर्शक... Hindi · कविता 4 608 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Sep 2020 · 1 min read आज वतन को फिर से प्यारे वर्तमान परिपेक्ष्य में साहित्य मनीषियों के समक्ष सादर संप्रेषित एक नवगीत ????????? आज वतन को फिर से प्यारे,नेता जी की हुंकार मिले। वीर भगत सिंह जैसी वाणी, दोधारी ही तलवार... Hindi · गीत 2 2 563 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Apr 2021 · 1 min read कृषक*जेठ की दुपहरी* ५) "कृषक " जेठ की दुपहरी। भानु दिखा रहाथा,आँखें छरहरी।। ********* सर पर तपती धूप धूप का क्रूर रूप, वो बो रहा है पसीने में तर बतर हो रहा है;... Hindi · गीत 1 591 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Jan 2021 · 1 min read बाल-गीत*चिड़िया रानी* मंच के समक्ष संप्रेषित है एक बाल रचना ?❤️? चिड़िया रानी चिड़िया रानी। सबसे प्यारी चिड़िया रानी।। ********************* चीं चीं चीं चीं सुर में गाती। मन को मेरे बहुत लुभाती।।... Hindi · गीत 3 2 548 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Nov 2020 · 1 min read गीत-देखि सूर्य का आभामंडल ०२-११-२०२० आधार छंद : लावणी मात्रा-१६+१४ विधा:गीत देखि सूर्य का आभामंडल, पुलकित उपवन-उपवन है। हरषित हैं खगवृंद सभी अब,और उल्लसित जन -जन है।। ******************************************* भंवरे मंडराते कलियों पर, और तितलियां... Hindi · गीत 2 2 510 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Jun 2021 · 1 min read बरसाती मेंढक बरसाती मेंढक दिखें, टर टर करते भाव। ज्यों आने वाले अभी, कोई शीघ्र चुनाव।। कोई शीघ्र चुनाव, लुभायें भोली जनता। अपना बस बन जाय,बिगाड़ें कारज बनता।। कहै अटल कविराय ,... Hindi · कुण्डलिया 1 549 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Nov 2020 · 1 min read मुक्तक"अलग सबकी कहानी है" अलग सबकी कहानी है,अलग पहचान है सबकी। समय को जो समझता है, चढ़े मंजिल सफलता की। नहीं गिरते कभी पथ में, सवारी जो किये रहते, नहीं गिरकर सॅभलते जो, मजा... Hindi · मुक्तक 1 494 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Apr 2021 · 1 min read बबुआ को ले अंक में चित्र-काव्य ******************************************** प्रदत्त चित्र पर आधारित एक कुंडलियां छंद :- ---------------------------------------------- बबुआ को ले अंक में, हर्षित बहना होय। मन ही मन वह सोचती,नजर लगे नहिं कोय।। नजर लगे नहिं... Hindi · कुण्डलिया 487 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read प्यारा हिंदुस्तान है सारे जग में सबसे प्यारा मेरा हिंदुस्तान है। सकल विश्व में सबसे न्यारा मेरा हिंदुस्तान है। गंगा-यमुना पावन नदियां इसकी प्यास बुझाती हैं। और नर्मदा ब्रह्मपुत्र भी इस पर प्यार... Hindi · गीत 1 488 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Mar 2021 · 1 min read नारी नारी तो नारी नहीं, मां शक्ति का एक रूप है। हैं नहिं अबला महज वो,जगत का एक प्रारूप है।। इतिहास भी कहता यह, नहिं वो दीन व असहाय है। झांसी... Hindi · कविता 1 1 519 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jun 2021 · 1 min read रवि दास जयंती संत रविदास जयंती 27फरवरी जन्म स्थान-सीर गौवर्धन वाराणसी अनुसूचित जाति आध्यात्म के प्रबल प्रवर्तक लोग इस पवित्र नदी में स्नान करते हैं मानवता के सच्चे प्रहरी सत्य प्रेम के थे... Hindi · कविता 518 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 1 Aug 2021 · 1 min read मन के द्वेष मिटाने हों गे मन के द्वेष मिटाने होंगे विधा-गीतिका प्रदत्त समान्त -आने पदान्त -होंगे,अन्त में २गुरु सममात्रिक,मात्रा-१६ मन के द्वेष मिटाने होंगे। पग उस ओर बढ़ाने होंगे।।(१) जो भी रूठे हैं, होली में,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 504 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Jul 2020 · 1 min read दोहे नयनों से नैना मिले विषय:नयन नयनों से नयना मिलें,करें प्यार इजहार। जब नैना तिरछे हुए,वृष्टि करें अंगार।(१) नयनों की मत पूछिए,नैना सुख की खान। जब नैना रिझकर मिलें,होता सुख का भान।(२) जब झुकते नारी... Hindi · दोहा 1 2 537 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Jun 2021 · 1 min read बेवफा बेवजह मत गिला कीजिए २१२ २१२ २१२ २१२ बेवफा बेवजह मत गिला कीजिए। एक कारण हमें भी बता दीजिए। हुश्न पाकर कभी मत करो तुम गुमां, प्यार का जज्ब थोड़ा सा पी लीजिए। हुश्न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 509 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Apr 2021 · 1 min read हे गिरधारी कृष्ण मुरारी हे गिरधारी कृष्ण मुरारी ,मुरली आज बजाओ । काश्मीर में आग लगी है , इसकी आग बुझाओ ।। मानव हुआ खून का प्यासा, खुद से ही वह खेल रहा ।... Hindi · गीत 1 461 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read नागों की क्या बात करें ???? देखें व्यंग एक गीतिका के माध्यम से ???? ????? नागों की क्या बात करें हम,जब इंसां ख़ुद बिषधर हो। पापों की क्या बात करें अब,जब पापी ही सहचर हो।।(१)... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 476 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2021 · 1 min read मुखौटे पर मुखौटा है १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ छंद-विधाता विधा- गीतिका मुखौटे पर मुखौटा है, कहां ढूंढूं मैं' परछाईं। भरी है दिल में मक्कारी, कहां ढूंढूं मैं' सच्चाई।। फरेबी है जहां सारा,मनुज शैतान सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 491 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Jun 2021 · 1 min read बसंतोत्सव ??????????????? ?❤️? सभी देशवासियों को वसंतोत्सव की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। देखें मां शारदे के चरणों में समर्पित पंक्तियां ********************************* आया मनभावन वसंत। सहज खिला है दिग-दिगंत।। सकल धरा के... Hindi · कविता 1 460 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Aug 2020 · 1 min read कहां गायब हुए हो तुम कन्हैया लौट अब आओ। १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ कहां गायब हुए हो तुम कन्हैया लौट अब आओ। बिछाए आंख हम बैठै जरा हम पर तरस खाओ। बहुत सा खेल खेला है रचायी रास लीला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 437 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2021 · 1 min read हम वंशज हैं वीर शिवा के हम वंशज हैं वीर शिवा के, अरि से नहिं घबराते हैं। अवसर आने पर दुश्मन को, नानी याद दिलाते हैं।। मुगलों की सेना के भीतर, जाकर जिसने द्वंद किया। भेद... Hindi · कविता 1 516 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 25 Feb 2022 · 1 min read माहिया छंद मंच को नमन! सब ये ही कहते हैं। जग के रखवारे घट-घट में बसते हैं।(१) यह रात सुहानी है। तुझसे मिलने को राधा दीवानी है।।(२) मैं इतनी हूं पागल। आहट... Hindi · कविता 1 436 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read सुरीली कोयल काली विषय केन्द्रित शब्द मन्थन समारोह प्रदत्त विषय शब्द :: कोयल/ पिक/ परभृत/ कोकिल/ वसन्तदूत/ वसन्त प्रिय एक कुंडलियां छन्द ????? काली कोयल है भले,मीठे इसके बोल। इसके मीठे बोल ही,मिसरी... Hindi · कुण्डलिया 1 468 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read मैं अनुगामी उस पथ का हूं देखें एक रचना मैं अनुगामी उस पथ का हूं, जिससे मार्ग निकलते हल के। राहें स्वत:सरल हो जातीं, कंटक सब मिट जाते पथ के। यूं तो कष्ट बहुत हैं जग... Hindi · गीत 1 463 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Jun 2022 · 1 min read राधा रानी नमन मुक्तक लोक प्रदत्त शब्द लोक समारोह-417 मंगलवार, 7/06/ 2022 प्रदत्त विषय शब्द- राधा- राधिका, राधे, कृष्णप्यारी, कृष्णप्रिया, हरिप्रिया, बृजरानी, वृषभानुजा, वृषभानुदुलारी समारोह अध्यक्ष – आदरणीया सुश्री ब्रह्माणी वीणा हिन्दी... Hindi · दोहा 1 479 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 15 Dec 2020 · 1 min read राखि कांधे पर उन्हीं की नवगीत किसानों के आंदोलन के संदर्भ में ************************* राखि कांधे पर उन्हीं की साधते बन्दूक उनकी। भाड़ में जाये जमाना छद्म है यह चाल उनकी।। नित रहे बहका उन्हें वो।... Hindi · गीत 1 424 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jan 2022 · 1 min read कुर्सी मैया"वंदना" हास्य-व्यंग्य गीत ************ कुर्सी मैया की वंदना! हे कुर्सी मैया तुम फिर से, मेरा बेड़ा पार करो। देकर मुझको फिर से कुर्सी,मेरे घर धन-धान्य भरो।। *************************************** पांच साल तक सुख... Hindi · गीत 3 4 436 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read कान्हा मुझको गले लगा ले एक रचना ??? छंद-लावणी (मात्रिक),मात्रा-३० १६/१४ पर यति कान्हा मुझको गले लगा ले,इधर उधर मैं भटक रहा। मैं तेरी शरणागत आया,सब कुछ मैंने तुझे कहा।। गोकुल की गलियन में ढूंढ़ा,... Hindi · कविता 1 423 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Dec 2020 · 1 min read जिंदगी बहु काम की छंद-गीतिका विधा-गीतिका (मापनीयुक्त) २१२२ २१२२ २१२२ २१२ कीजिए सुंदर सफर यह जिंदगी बहु काम की। छोड़कर झगड़े सकल अब बात कर निष्काम की।(1) क्यों गंवाता वक्त को ये वक्त तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 458 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 14 Jun 2021 · 1 min read भैया बहना प्रेम का,अनुपम धागा नेह का संप्रेषित एक रचना:---- छंद-- उल्लाला/ चंद्रमणि ( मात्रिक ) शिल्प विधान 13 मात्रा भैया बहना प्रेम का, अनुपम धागा नेह का। पावन भैया दूज यह, पर्व अनूठा स्नेह का। खुद... Hindi · कविता 1 1 463 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Apr 2021 · 1 min read परिवर्तन परिवर्तन निश्चित है ,आएगा" परिवर्तन निश्चित है ,आएगा। फिर हंस चुगेगा मोती -माणिक कौवा दाना -दुनका खायेगा।। परिवर्तन निश्चित है ,आएगा।। ********************* घोटालों की बाढ़ न होगी । कर्ज़ों से... Hindi · गीत 419 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Jul 2020 · 1 min read तिरंगा झंडा ?????????????????????? तीन रॅग का ये तिरंगा ही हमारी शान है। इस तिरंगे की जगत में भी अलग पहचान है। झुक न पाया ये कभी भी दुश्मनों के बीच में, सरहदों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 520 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2021 · 1 min read द्विपदी मुश्किलें तो सफर में मिलेंगी मगर मत न करना गिला जिंदगी से कभी। जिंदगी तो महज एक गुल है हंसी, मुंह न मोड़ों हंसी जिंदगी से कभी।। Hindi · कविता 1 501 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Mar 2021 · 1 min read कब आयेंगे अच्छे दिन विधा:-गीत कब आयेंगे अच्छे दिन, कब होगा नया सवेरा। बागों में कोयल कूकेगी, खगवृंदद करेंगे डेरा। ********************************** पीपल की छॉवोंके नीचे, काका ताज़ी सॉस भरेंगे। नगरों के चौराहों पर- कब... Hindi · गीत 3 1 420 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 1 min read किसान/कृषक विषयःकिसान **************** ऊबड़ खाबड़ धरती पर जो ,फूलों की खेती करते हैं। जेठ दुपहरी माघ शीत में, खेतों में पानी भरते हैं। फसल उगाते,राष्ट्र बनाते, कहते उन्हें अन्नदाता सब ।... Hindi · मुक्तक 4 3 433 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Apr 2021 · 1 min read अम्मा चांद दिला दो बाल गीत "(चौपाई छंद ) अम्मा-अम्मा चाँद दिला दो। मुझको चंदा से मिलवा दो।। मैं अब रोटी नहीं खाउँगा- मैं अब स्कूल नहीं जाऊँगा। पूरी मेरी मांग करा दो। अम्मा-अम्मा... Hindi · गीत 452 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 May 2021 · 1 min read अपने पथ पर अटल जिंदगी छंद-सिंह विलोकित विधा -गीतिका मात्रिक ८,८या १०,६(१६ मात्रिक) उलझी उलझी बंधी जिंदगी। चक्रवात में, फंसी जिंदगी।।(१) पतझर सावन सबको सहकर, धूप-छांव में पली जिंदगी।(२) रिश्ते-नातों के मानक पर पूरी-पूरी कसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 408 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read पप्पू भैया को मिला,कोई जब न विचार ???????? एक कुंडलियां छंद ************** पप्पू भैय्या को मिला,कोई जब न विचार। लोगों को भरमित करें, करते झूठ प्रचार।। करते झूठ प्रचार, करें नित बहकी बातें। होकर वह लाचार, काटते... Hindi · कुण्डलिया 2 424 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Jun 2021 · 1 min read है ये मौसम हंसी और मैं भी जवां विधा-गीतिका छंद-स्रग्विणी वाचिक (मापनी युक्त) मापनी २१२ २१२ २१२ २१२ समांत-आ पदांत-दो पिया मेरे केशों में गजरा सजा दो पिया। मेरे सीने में इक लौ जगा दो पिया।।(१) प्यार पाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 414 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Jun 2021 · 1 min read मझधार में कश्ती है ना ठोर ठिकाना है ग़ज़ल/गीतिका दिनांक ३/६/२१ *वाद्विभक्ती* 24 मात्रिक, मापनीयुक्त २२१ १२२२/२२१ १२२२ मझधार में कश्ती है ना ठोर ठिकाना है। मिलते थे मुहब्बत से गुज़रा वो ज़माना है।(१) अब लोग लगे खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 473 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read देवनागरी लिपि ?अटल मुरादाबादी? "देवनागरी कहलायी है" वर्ण-वर्ण इसका अदृभुत है सबके मन को भायी है। ऋषियों, मुनियों की यह वाणी देवनागरी कहलायी है। वामन स्वर व्यंजन की माला, देश काल की... Hindi · गीत 2 419 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Mar 2021 · 1 min read दीपक *दीपावली के सुअवसर पर रचना* दीपोत्सव २०२० सम्मानीय मंच को सादर निवेदित दीपावली की की कोटि-कोटि शुभकामनाएं। जग का अंधियारा हरे,जगमग कर दे रात। रात अंधेरी भी लगे, जैसे शुभ्र प्रभात।। छोटा बेशक है मगर,मन... Hindi · दोहा 1 420 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2021 · 1 min read मां की ममता का मोल नहीं मां की ममता का मोल नहीं, मां की ममता का तोल नहीं। मां प्यार भरा इक सागर है। मां अमित प्रेम की गागर है।। मां के आंचल की छाया में,... Hindi · गीत 2 400 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 21 Mar 2021 · 1 min read आये जबहिं चुनाव आये जबहि चुनाव ,दीखते नेता जी। वादे करें नित रोज़ , रिझाते नेता जी। बीते यूँ ही साल,किया न पूरा' वादा। वादे फिर इस साल,करें फिर नेता जी। बदलें गिरगिट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 454 Share Page 1 Next