Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2021 · 1 min read

बेवफा बेवजह मत गिला कीजिए

२१२ २१२ २१२ २१२
बेवफा बेवजह मत गिला कीजिए।
एक कारण हमें भी बता दीजिए।
हुश्न पाकर कभी मत करो तुम गुमां,
प्यार का जज्ब थोड़ा सा पी लीजिए।
हुश्न ठहरा नहीं है किसी का कभी,
बात सबको जरा ये बता दीजिए।
जख्म दुनिया से’ तुमको मिलेंगे मगर,
सोचकर बात अब ये न तुम खीजिए।।
मुस्तकिल है नहीं कोई जीवन यहां,
जो मिला है तुम्हें आप जी लीजिए।
सख्त जीवन का रस्ता है माना मगर,
नर्म बरखा की बूंदों में खुद भीजिए।

2 Likes · 523 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
**वसन्त का स्वागत है*
**वसन्त का स्वागत है*
Mohan Pandey
सुख भी बाँटा है
सुख भी बाँटा है
Shweta Soni
झुकता आसमां
झुकता आसमां
शेखर सिंह
गुरु दक्षिणा
गुरु दक्षिणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चंदा मामा और चंद्रयान
चंदा मामा और चंद्रयान
Ram Krishan Rastogi
‘ विरोधरस ‘ [ शोध-प्रबन्ध ] विचारप्रधान कविता का रसात्मक समाधान +लेखक - रमेशराज
‘ विरोधरस ‘ [ शोध-प्रबन्ध ] विचारप्रधान कविता का रसात्मक समाधान +लेखक - रमेशराज
कवि रमेशराज
"सत्य"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
“SUPER HERO(महानायक) OF FACEBOOK ”
“SUPER HERO(महानायक) OF FACEBOOK ”
DrLakshman Jha Parimal
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
झंझा झकोरती पेड़ों को, पर्वत निष्कम्प बने रहते।
झंझा झकोरती पेड़ों को, पर्वत निष्कम्प बने रहते।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
हम हैं क्योंकि वह थे
हम हैं क्योंकि वह थे
Shekhar Chandra Mitra
#सृजनएजुकेशनट्रस्ट
#सृजनएजुकेशनट्रस्ट
Rashmi Ranjan
3275.*पूर्णिका*
3275.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वर्षा का भेदभाव
वर्षा का भेदभाव
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
"शब्द"
Dr. Kishan tandon kranti
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
आत्मीय मुलाकात -
आत्मीय मुलाकात -
Seema gupta,Alwar
* धरा पर खिलखिलाती *
* धरा पर खिलखिलाती *
surenderpal vaidya
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
शोषण
शोषण
साहिल
*दुनिया से जब जाऊँ तो क्या, छोड़ूँ क्या ले जाऊँ( हिंदी गजल/गी
*दुनिया से जब जाऊँ तो क्या, छोड़ूँ क्या ले जाऊँ( हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
नव वर्ष हमारे आए हैं
नव वर्ष हमारे आए हैं
Er.Navaneet R Shandily
मातृदिवस
मातृदिवस
Satish Srijan
मुक्तक
मुक्तक
anupma vaani
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
रिश्ते सम्भालन् राखियो, रिश्तें काँची डोर समान।
Anil chobisa
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Loading...