Ashok Sharma 198 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Sharma 16 May 2021 · 1 min read ●सुहानी बरसात● ★★★★★★★★★★★★★ पवन लहर सम, बहकत तन मन , गगन बजत जस, छमछम छमछम । दमकत चमकत ,नभ बरसत जब, जलकण तनपर ,मलत मदन तब। सरवर छलकत, लचकत लचकत। जलधर सरकत,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 8 12 864 Share Ashok Sharma 26 May 2021 · 2 min read प्राइवेट टीचर की व्यथा अजब तेरी महिमा है, गजब तेरा बखान, दर्जा ऐसा मिला तुम्हें, तुझसे नीचे भगवान। अभिनंदन है पाँव में तेरे, सब करते प्रणाम, मातु पितु से बढ़कर तू, तेरे चरणों में... Hindi · कविता 6 11 1k Share Ashok Sharma 29 May 2021 · 1 min read सत्य कहूँ क्या ? ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ सत्य कहूँ तो जग छूटे, अपने अपनों से रूठे। नहीं सीख पाए हम , मीठे झूठ का हुनर। सदा सत्य बोल दूँ , तो अपने हमसे रूठे। सत्य कहूँ…………..1... Hindi · कविता 4 306 Share Ashok Sharma 30 Aug 2021 · 2 min read कान्हा फिर आओ ना कृष्ण जन्माष्टमी पर मनहरण घनाक्षरी ★★★★★★★★★★★★★★ गोकुल में जन्म लिए, यशोदा को लाल दिए, हर्ष भरे गाँव वाले, फिर तुम आओ ना। दूध दही नहीं रही, छाछ न मलाई सही,... Hindi · घनाक्षरी 4 4 678 Share Ashok Sharma 29 Apr 2022 · 1 min read पिता:(त्रिभंगी छंद) हे जगत विनायक, भाग्य विधायक, गृह पालक तू, सन्यासी। खुशियों के दाता, सुहाग माता,जग पालक हे, अधिशासी । हे दर्द विनाशक, शांति उपासक, रहते हरदम, श्रमवासी। तू गम ना पाले,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 4 6 486 Share Ashok Sharma 13 May 2021 · 1 min read देखो ना घबराना तुम देखो ना घबराना तुम ******************* दुःख हो,सुख हो, छाँव, धूप हो, हरदम ही मुस्काना तुम। देखो ना घबराना तुम।। जब हो सर पर आँधी, तूफ़ां, लीची वृक्ष बन जाना तुम,... Hindi · कविता · बाल कविता 3 4 350 Share Ashok Sharma 15 May 2021 · 1 min read बेवज़ह बेवज़ह घर से जाने से क्या फ़ायदा ◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆ बेवज़ह घर से जाने से क्या फ़ायदा, आग में पाँव जमाने से क्या फायदा, जब समय हो बुरा तो संभलकर चलें, मुफ़्त... Hindi · गीत 3 2 528 Share Ashok Sharma 19 May 2021 · 2 min read ●●●ऐसी बरसात ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ तपन जब भूमि में होती, तरु जब माँगते हैं जल, कृषक जब हार थक जाते, और तब रुकते हैं हल। धरा की वेदना और प्यास , मिटाने को तब... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 4 390 Share Ashok Sharma 24 May 2021 · 1 min read अंतिम इच्छा जल विश्व जल दिवस पर कविता ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆●◆◆ जल है जीवन का आधार, करता सबका है बंटाधार। जल से धरती परती सजती, मिले ना जल हो जन लाचार। जल जीवों की काया... Hindi · कविता 3 2 434 Share Ashok Sharma 27 May 2021 · 1 min read ◆विश्वासघात◆ आस्था की डोर से जब, दिल के तार जूट गए । अरमाँ के पुष्प पल्लव, अरुणिमा से फूट गए। अबोध मन के भाव जब, यकीं उरग पर सीत गए। पीठ... Hindi · कविता 3 5 200 Share Ashok Sharma 31 May 2021 · 1 min read तम्बाकू: एक भूरा जहर 31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर कविता ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ तम्बाकू: एक भूरा जहर-अशोक शर्मा ●••••••••••••••••••••••••••••••••••● आया प्रचलन अमेरिका से, दुनिया भर बोया जाता है। भारत में दूसरे नम्बर पर, तम्बाकू... Hindi · कविता 3 4 435 Share Ashok Sharma 31 May 2021 · 1 min read प्यार के पर्याय 'लगन' लाये मात्रा तीन, 'इश्क' में होवे तीन। जब 'प्यार' मिल जाता है, उसमें मात्रा तीन। उसमें मात्रा तीन , तीन 'मोह' में आवे। 'नेह', 'स्नेह' में तीन, 'प्रीति' को... Hindi · कुण्डलिया 3 5 416 Share Ashok Sharma 5 Jun 2021 · 1 min read *पर्यावरण और मानव* 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर मनहरण घनाक्षरी रचना °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ★ *पर्यावरण और मानव*★ धरा का श्रृंगार देता, चारो ओर पाया जाता, इसकी आगोश में ही, दुनिया ये रहती। धूप... Hindi · घनाक्षरी 3 4 553 Share Ashok Sharma 8 Jun 2021 · 1 min read काटो ना मुझे काटो न मुझे कहते सब पेड़ , पछताओगे। शुद्ध हवा मैं देता धरती को, कहाँ पाओगे। बाढ़ सुनामी भयंकर तबाही, आती रहेगी। प्रकृति जब डालेगी मुश्किल में काया डरेगी। तुम... Hindi · हाइकु 3 480 Share Ashok Sharma 14 Jun 2021 · 1 min read ◆आओ ना बरसात◆ ◆आओ ना बरसात◆ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°° (मनहरण घनाक्षरी में रचना) वर्षा काल अनमोल,नभ देता आंखें खोल। हर्ष भरे मेघ भैया , धरती पे आओ ना।। धरा अब तप रही, खुशियाँ भी ठप... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 3 4 317 Share Ashok Sharma 18 Jun 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई क्यूँ बनीं? जब मर्यादा सीमा बाहर, कर देता नर शत्रु अपार। महिषासुर का वध करने, तब लेती है दुर्गाअवतार। राष्ट्र, पति प्रजा रक्षा पर, विपदाओं का हो अम्बार, तब एक मनु लक्ष्मी... Hindi · कविता 3 4 229 Share Ashok Sharma 20 Jun 2021 · 1 min read पिता पिता दिवस पर कविता °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° दर्द को भीतर छुपाकर, बच्चों संग मुसकाते। कभी डाँट फटकार लगाते, कभी कभी तुतलाते। हँस हँसकर मुँहभोज कराते, भूखे रहते हैं फिर भी। स्वच्छ जल... Hindi · कविता 3 1 353 Share Ashok Sharma 22 Jun 2021 · 1 min read सोचो कैसे सहता हूँ? सोचो कैसे सहता हूँ? गला सत्य का दबते देख, अपनों को घात लगाते देख। मानव जब मानव विष पी ले, पर मूक बने सब नैना देख। सोचो ..........................। जहाँ यारी... Hindi · कविता 3 1 273 Share Ashok Sharma 3 Jul 2021 · 1 min read जीवन में धैर्य ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: मानव जीवन मिला भाग्य से , अब क्रोध अगन हटाना है। काँटो पर चल मिलती मंजिल, बस धैर्य को अपनाना है। एक एक पग चल करके, मिलों का सफर... Hindi · कविता 3 4 217 Share Ashok Sharma 18 Jul 2021 · 1 min read आया है बरसात आया है बरसात का मौसम, धोने सब पर जमीं जो धूल। चाहे ऊंचे बाग वृक्ष हों , या हों छोटे नन्हें फूल। चमक रही अट्टालिकाएं, परत चढ़ी है मैल की... Hindi · कविता 3 6 192 Share Ashok Sharma 28 Jul 2021 · 1 min read ■लगन तुझसे लगी■ लगन तुझसे लगी, दिल में है प्रीत जगी, आशा हमारी है तू। सजन अब तेरे बिन, कटते हैं दिन गिन गिन, नभ में बनके आवारा, बादल बन बरसूँ। आशा हमारी... Hindi · गीत 3 185 Share Ashok Sharma 11 Aug 2021 · 1 min read ज्ञानदीप तम की क्या औकात है प्यारे, अब उसको बतलाना है। ज्ञानदीप बनकर हर जीवन, अंधेर धरा से मिटाना है। माना है बरसात का मौसम, भर गए गड्ढे गंदे पानी, अब... Hindi · कविता 3 3 641 Share Ashok Sharma 20 Aug 2021 · 1 min read मिलन की रात (रक्ता छंद) मापनी:-2121212 ********************** साथ आप ही रहें, प्रीत भी सही गहें। मीत ही तुझे चुना, ख्वाब भाव से बुना। छाँव प्रेम के तले, खूब झूमते चले। याद प्रीत की... Hindi · कविता 3 255 Share Ashok Sharma 29 Sep 2021 · 1 min read व्याकरण सुंदरी* घुँघरू तेरे छन्द सुनाए, हैं होठ तेरे मधुशाला। नाम अनेकों संज्ञा लेके, वर्णों की पहनी माला। ध्वनि करधन के शब्द बने, तू सौंदर्य की पर्यायवाची। लचक कमर से रस बरसे,... Hindi · कविता 3 2 306 Share Ashok Sharma 27 Nov 2021 · 1 min read नशा न अपनाइए मानव का रूप मिला, सुन्दर ये तन खिला, सोच कर नेक भाई, खुशी के गीत गाइये। खान पान शुद्ध रहे, मन भी प्रबुद्ध रहे, जग में महान बन, खूब नाम... Hindi · कविता 3 334 Share Ashok Sharma 2 Dec 2021 · 2 min read हमारे फ़िल्म और हमारा समाज फ़िल्म मानव भावनाओं पर आधारित चलचित्र होते हैं, जो समाज या मानव को प्रेरणा देने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। जब हमारे समाज में फिल्मों का पदार्पण हुआ तो समाज... Hindi · लेख 3 4 202 Share Ashok Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read है बड़ी लाचारी बेरोजगारी युवा राह अब ताक रहे, डिगिरियाँ लेकर झांक रहे, चेहरे पर पड़ रही लकीरे, अब उम्र ढलती जाती सारी, है बड़ी लाचारी, बेरोजगारी। कहीं लूट डाका कहीं पड़ता, कहीं नयन... Hindi · कविता 3 2 241 Share Ashok Sharma 3 Jul 2021 · 1 min read देखीं न कइसन ई जमाना बा देखीं न कइसन ई जमाना बा, बुनत ई कइसन ताना बाना बा। अखियन में प्यार लउकेला बाकिर, दिलवा में नफरत के अफसाना बा। भीड़ भाड़ चौराहे पर देखीं, पियवाईया से... Bhojpuri · कविता 3 4 528 Share Ashok Sharma 3 May 2022 · 1 min read पिता:(प्रदीप छंद) सारे वैभव के तुम दाता, तू ही जग की शान हो। तुमसे ही सब घर की शोभा, त्यागपथी व महान हो। कहते जग का पालनहारा, सिर्फ एक ही एक है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 3 5 145 Share Ashok Sharma 12 May 2021 · 1 min read कोरोना क्यूँ.. एक देश लिए, भौगोलिक समृद्धि। जनाधिक्य और , तकनीकी वृद्धि।। रेलों में , लगती कतारें। पानी के लिए, लाइन में , मटके पधारे।। जिसके लिए हर जगह, मिल जाती छूट।... Hindi · कविता 2 2 351 Share Ashok Sharma 12 May 2021 · 1 min read दर्द-ए-कोरोना वक्त गूँगा नहीं होता है, बड़ा सयाना होता है, वक्त आने पर बता देता है, किसका जमाना होता है। *******************(1) हाथ से हाथ मिलाएं तो कैसे ? नजदीकियों को दिल... Hindi · मुक्तक 2 4 284 Share Ashok Sharma 22 May 2021 · 1 min read ये तेरा प्यार ? ये तेरा प्यार ? ●●●●●●●●● मन में छाए अनोखा प्यार लिए आ गए तुम। कभी खुशियां औ गम बरसाए बादल होके। फसल सुखी लहलहाती हुई बस तुमसे। सहसा चुप स्तब्ध... Hindi · हाइकु 2 245 Share Ashok Sharma 28 May 2021 · 1 min read मिलन की बरसात •••●● सार छंद (16-12)में रचित कृति●●•••• ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• चली बदरिया घिर कर काली, मोर मंद मुस्काते। लगन लगी है धरा मिलन की, गीत खुशी के गाते।। बीच राह जब मिलती पुरुवा,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 4 300 Share Ashok Sharma 6 Jun 2021 · 1 min read ◆पेट की भूख◆ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ठीक दोपहरी कड़की धूप, ज्वाला में तप रखे थे नभ भूप। सहसा दिखा एक परिवार, जिसमें थे सदस्य बस चार। नन्हे शिशु शैशव दादी माता, पेट था बहुत भूखा... Hindi · कविता 2 2 380 Share Ashok Sharma 10 Jun 2021 · 1 min read कुण्डलिया:सत्ता-कुर्सी °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° कुर्सी छोटी होती पर, बहुत बड़ा है मान। अलग-अलग कुर्सियों का, ह अलग-अलग सम्मान।। जे बैठे सत्ता पाके , रौब में ऊ आवे, पावे के खातिर एके, कई जान... Hindi · कुण्डलिया 2 235 Share Ashok Sharma 10 Jun 2021 · 1 min read नैनों की बरसात वर्षा भी धोती है , घाव जन मन के, भाव भी भींग, जाते तन बदन के। विरह प्यार दर्द के , भाव दिखाती , धरा पे करे ख़ुशहाली, जन जन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 2 2 539 Share Ashok Sharma 12 Jun 2021 · 1 min read बाल मजदूरी 12 जून, विश्व बाल मजदूरी निषेध दिवस पर कविता °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° उमर जब खेलने की थी खिलौनों से। वो सोचने लगा,पेट कैसे भरेगा निबालों से। भाग्य से किश्मत से, होकर के... Hindi · कविता 2 253 Share Ashok Sharma 13 Jun 2021 · 1 min read जमीन नहीं छोड़ना *★जमीन नहीं छोड़ना★* °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° वसुधा जो अपनी माता कहलाती, हम सबका देखो,जो बोझ उठाती। इसके उपकारों से,तुम मुँह नहीं मोड़ना, छू लेना नभ,पर *जमीन नहीं छोड़ना*। अतिशय है बुद्धि तेरी,विकास... Hindi · कविता 2 350 Share Ashok Sharma 14 Jun 2021 · 1 min read करें रक्तदान 14 जून, रक्त-दान दिवस °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° रक्तदान करें महान, जग में बढ़े सम्मान। इन्सां इन्सां को समझे, जान बचाने कर दें दान।। बूँद रक्त की एक एक, बचाये भी जान अनेक।... Hindi · कविता 2 237 Share Ashok Sharma 15 Jun 2021 · 1 min read मेरी अच्छी कविता °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° प्यार किया कविता से,रति से धोखा खाय। रैना यादों में बीते, बन्दा सो ना पाए।। बन्दा सो ना पाय, मन में कविता आती। कोरा मन कागज व, कलम हाथों... Hindi · कुण्डलिया 2 414 Share Ashok Sharma 16 Jun 2021 · 1 min read ●स्त्री या वेदना● *********************************** तुम माँ बहन भार्या हो, जग में खूब सम्मान है। हाँ,तुम वही स्त्री हो, सृष्टिकर्ता तेरी पहचान है। तुम अबला बन सहती हो, समाज के जुल्मों सितम। शिक्षा की... Hindi · कविता 2 295 Share Ashok Sharma 19 Jun 2021 · 1 min read मानव हो तो.... जीवन अनमोल मिला जग में, जीवन की तो फिकर कर ले। मानव हो तो मानव बनकर, मानव हित में तो कुछ कर ले। गर पाया सुंदर मनुज रूप, मन को... Hindi · कविता 2 1 219 Share Ashok Sharma 21 Jun 2021 · 1 min read योग दिवस पर दोहे 21 जून, विश्व योग दिवस पर दोहे ************************** जगत गुरु बन भारत ने, योगा दिया सिखाय। सकल विश्व को एक दिन,एक मंच पर लाय।। जिसको योगा भा गया, हुआ नहीं... Hindi · दोहा 2 1 472 Share Ashok Sharma 25 Jun 2021 · 1 min read पाती प्रेम की आओ ना प्रिये हम प्यार करें। ********************** वर्षों पहले संग मिलकर, हमने जो ख्वाब सजाए थे। खिली कलियाँ पाने को, जो प्रेम बीज उगाये थे। अब बागों में चहकी बहारें,... Hindi · कविता 2 3 326 Share Ashok Sharma 26 Jun 2021 · 1 min read कन्यादान का वास्तविक अर्थ कन्यादान का वास्तविक अर्थ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° कन्यादान शब्द पर समाज में गलतफहमी पैदा हो गयी है और अकारण भ्रांतियाँ उत्पन्न की गई हैं। समाज को यह समझने की जरूरत है कि... Hindi · लेख 2 672 Share Ashok Sharma 29 Jun 2021 · 1 min read किसान का दर्द मैं किसान हूँ साहब! """""""""""""""""""""""""" सीना जमीं का चीरकर, कई उम्मीदें बोता हूँ । रहता हूँ मैं वीरान में, सब सुख चैन खोता हूँ। नहीं होती पूरी कमियाँ, घुट घुट... Hindi · कविता 2 1 354 Share Ashok Sharma 6 Jul 2021 · 1 min read प्यार के लम्हें प्यार के लम्हें ◆◆◆◆◆◆ वर्षो पहले संग संग आना, याद आता है गुजरा जमाना। मिलकर अथाह प्यार देना, वसंत सा सँवार देना । प्रथम मिलन उमंग में, निहाल प्राण वार... Hindi · कविता 2 170 Share Ashok Sharma 11 Jul 2021 · 1 min read लतपथ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° सत्संगत का मूल्य अमूल्य है, देखें अब कौन चुकाता है ? देखें कौन लतपथ को तज, सत्पथ को अपनाता है । सकल बुरी संगत को तजकर, मर्यादा जिसको प्यारी... Hindi · कविता 2 470 Share Ashok Sharma 13 Jul 2021 · 2 min read ऑनलाइन शिक्षा ऑनलाइन शिक्षा का बच्चों पर प्रभाव: ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● शिक्षा में नवाचार की अति आवश्यकता होती है। विकसित देशों में हाईस्पीड इंटरनेट की सहायता से शिक्षा में मदद मिलती है, वहीं विकासशील... Hindi · लेख 2 1 288 Share Ashok Sharma 23 Jul 2021 · 1 min read माता-पिता मनहरण घनाक्षरी में रचित ******************** ममता की भाषा बोले,माँ ही सारा प्रीत घोले, पिता की है बड़ी त्याग, इनकी जय बोल। पाल पोश बड़ा किये, प्यारा नाम तुझे दिये, सब... Hindi · घनाक्षरी 2 1 410 Share Page 1 Next