Ashok Chhabra 133 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Chhabra 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तूने मुझे लिखा है मैं तुझ पर क्या लिख सकता हूँ। 'मदर्स डे' पर लोग मुझसे कहने लगे माँ पर कुछ लिख। मैं क्या लिखूँ। क्या मैं सचमुच इतना बडा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 54 902 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2019 · 1 min read पापड जनवरी का महीना था। कडाके की ठंड। रात के समय सुखिया फुटपाथ पर बैठा जाग रहा था। नींद आती भी तो कैसे। ठंड ने उसका जीना मुहाल कर रखा था।... Hindi · लघु कथा 1 640 Share Ashok Chhabra 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक जय हिंदी माँ की कहकर मैं अपनी जुबान खोलूंगा, जय हिन्दु बोलकर प्रेम रस सभी के प्रान घोलूअंगा। आज मै बोल रहा हूँ देखना कल बोलेगा जग भी, बनेगा विश्व... Hindi · मुक्तक 1 614 Share Ashok Chhabra 25 Sep 2019 · 1 min read नमन हे गुरु नानक देव। धन्य हुई भारत की भूमि यहाँ हुए गुरू नानक देव। सदा आपको शीश नवाते नमन हे गुरु नानक देव।। अप्रैल पंद्रह साल 1469 था बडा पावन दिन वो। दिया हमें... Hindi · कविता 2 601 Share Ashok Chhabra 1 Sep 2018 · 1 min read दोहे--देशभक्ति 1 भारत माँ की है धरा सदा मोक्ष का द्वार, जन्म लिया जिसने यहाँ भवसागर वो पार। 2 सकल विश्व माँ भारती ऊँचा तेरा नाम, दिल से मैं हूँ कर... Hindi · दोहा 1 1 563 Share Ashok Chhabra 28 Apr 2018 · 1 min read मत काटो मुझे मत काटो मुझे मैं पेड़ हूँ हरा भरा मैं हूँ बड़े काम का सोच विचार करो जरा। देता तुमको शीतल छाया पाती सुख तुम्हारी काया जीवन रक्षक वायु देता क्या... Hindi · कविता 551 Share Ashok Chhabra 19 Oct 2018 · 1 min read वो दिन गए आंखों ही आंखों में होती थी बात वो दिन गए बडी मुश्किल से होती थी मुलाकात वो दिन गए। भेजो अगर संदेश तो तुरंत जवाब आता है पहले लिखना फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 522 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2019 · 1 min read पछतावा सोशल मीडिया पर अशोक की दोस्ती एक बडे शहर में रहने वाले गौरव से हो ग ई थी। अक्सर उनमें बातें होती रहती थी। गौरव उसे गंवार कहकर चिढाता रहता... Hindi · लघु कथा 1 515 Share Ashok Chhabra 18 Dec 2020 · 1 min read कुण्डलिया- हिंदी हर दिन हिंदी लो मना विनती बारंबार, दिन बस एक मना इसे करो न ये उपकार। करो न ये उपकार हिंदी सम भाषा नही, राजभाषा है हो राष्ट्रभाषा भी यही।... Hindi · कुण्डलिया 1 5 505 Share Ashok Chhabra 2 May 2020 · 1 min read खत्म होते संस्कार दुख होता है बदलते समय पर खत्म हो रहे संस्कार। नही रही इज्जत माँ-बाप की बच्चों के द्वारा अच्छी नही लगती उन्हें उनकी डांट-फटकार। खुल रहे वृद्धाश्रम जगह-जगह हो रहा... Hindi · कविता 3 2 509 Share Ashok Chhabra 8 Jan 2021 · 1 min read पंजाबी गीत--'सैल्फिया' सैल्फिया वखा वखा के अपणी रोज ना मार सानु। दो मुलाकाता तेरीया ने पैले ही मार सुटया जानु।। वटसप ते तू है रोज पेजदी सैल्फी तू मतवाली, उस सैल्फी दे... Hindi · गीत 4 10 506 Share Ashok Chhabra 14 Sep 2018 · 1 min read मजदूर हूँ कडी धूप को हूँ सहता तेज सर्दी में काम करने को मजबूर हूँ मजदूर हूँ मजदूर हूँ बस हर सुख सुविधा से दूर हूँ। खून पसीना एक करता हूँ तब... Hindi · कविता 463 Share Ashok Chhabra 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक नफरते मिटे और विश्व में शांति स्थापित हो जाए, चैन से सभी जीये हर दिल देखकर चकित हो जाए। खूबसूरती होगी इंसान फिर अपनाए इंसानियत, देखा मैने जो स्वप्न ये... Hindi · मुक्तक 1 463 Share Ashok Chhabra 25 Sep 2019 · 1 min read हिंदी शिखर पर हो हिंदी भाषा शिखर पर हो, यही सबकी जुबां पर हो। सभी का एक ही स्वर हो, न मोह अंग्रेजी पर हो। बढे क्षेत्रीय भाषाएं भी, न जोर किसी एक पर... Hindi · कविता 1 498 Share Ashok Chhabra 12 Sep 2018 · 1 min read तुम हो कडकती धूप में ठंडी छांव सी तुम हो, सर्द मौसम में एक गर्माहट सी तुम हो। मेरे दिल की धडकन मेरी जिंदगी हो, क्या कहूँ मेरी खुशी मेरी पूरक तुम... Hindi · कविता 1 497 Share Ashok Chhabra 26 Feb 2019 · 1 min read आसमान से आसमान से चोट दी दुश्मन किया तबाह। करनी का फल है दिया सेना की हो वाह।। अशोक छाबडा 26022019 Hindi · दोहा 1 486 Share Ashok Chhabra 4 Aug 2019 · 1 min read मित्र मित्र परिभाषा क्या कहूँ हूँ इससे अनजान। बुरे दिन जो खडा. मिले दिल से लो वह मान।। अशोक छाबडा गुरूग्राम। Hindi · दोहा 474 Share Ashok Chhabra 9 Sep 2018 · 1 min read पापा मुझे पढने दो आसमान को छूने दो आगे मुझे बढने दो, मै आपकी प्यारी बेटी पापा मुझे पढने दो। भैया भी जाते स्कूल मै भी पढना चाहती हूँ, नाम रोशन करूंगी आपका पापा... Hindi · कविता · बाल कविता 1 3 456 Share Ashok Chhabra 18 Dec 2020 · 1 min read घनाक्षरी--माँ शारदे वंदना दिये भाव दिये शब्द और दिये भी हैं स्वर, कृपा ऐसी ही रखना बनाये माँ शारदे। मुझसे हो सेवा देश व समाज हरदम, मुझे याद कभी स्वार्थ न आये माँ... Hindi · घनाक्षरी 485 Share Ashok Chhabra 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक किया समर्पित जीवन था स्वदेश आजाद करवाने को, महान क्रांतिकारी थे न शक न कोई तर्क भुलाने को। जलियांवाला हत्याकांड पर हिलाई ब्रिटिश सरकार, बारंबार नमन भगतसिंह आजादी के दीवाने... Hindi · मुक्तक 3 448 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read हर दिन हर दिन रावण बढ रहे कैसे हो संहार। इस दशमी विनती यही राम लगाओ पार।। --अशोक छाबडा Hindi · दोहा 2 2 437 Share Ashok Chhabra 17 Sep 2018 · 1 min read आजादी की कीमत आज जो हम ये इतना इतरा रहे हैं रातों को भी चैन की नींद सो रहे हैं आसान नहीं था पाना ये सब पूरा पता नहीं हमे अब भी आजादी... Hindi · कविता 1 1 442 Share Ashok Chhabra 17 Apr 2020 · 1 min read दो पंक्तियाँ अब आलम ये है कि खामोशी उधर है और उदासी इधर, दोस्ती को मुहब्बत समझा कहीं इसी से ही हाथ न धो बैठूँ। --अशोक छाबडा. Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 474 Share Ashok Chhabra 1 Aug 2019 · 1 min read योग और विश्व पतंजलि का योग अब मशहूर हो चला है, जिसमें छिपा हर प्राणी का भला ही भला है। शारीरिक के साथ मानसिक रोग भी दूर भगाये, आत्मा का परमात्मा के मिलन... Hindi · कविता 453 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक याद तुम्हारी हरदम रहती दिल हरपल आहें भरता है राज यही जानो अब ये छुप छुप तुमपे ही मरता है। वैलेंटाइन डे आये तब इजहार करूं जरूरी नही दिल ये... Hindi · मुक्तक 1 467 Share Ashok Chhabra 19 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक सभी मिल गाओ महिमा वो किसी ने जो न गाई हो, दिया टीका कोरोना से बचाने को बडाई हो। उदासी दूर भागी फल मिला साहिब के तप का भी, बना... Hindi · मुक्तक 1 475 Share Ashok Chhabra 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक भले ही बढे अंधेरा पर दीप आस का जला रहे, शत्रु पर नजर चिंता न हो है मेरी बस दिल हरा रहे। लिये तमन्ना सीमा पर हूँ खडा मै हिंद... Hindi · मुक्तक 1 451 Share Ashok Chhabra 21 May 2018 · 1 min read कुण्डलिया- लोकतंत्र लोकतंत्र का आजकल बना कैसा मजाक, केवल पाना ही सत्ता बनती सबकी नाक। बनती सबकी नाक उडे. मजाक जनता का, स्वार्थी हो अब गए भोगे वे सुख सत्ता का। कह... Hindi · कुण्डलिया 447 Share Ashok Chhabra 18 Sep 2018 · 2 min read अखबार क्यूँ लाता है तू ऐसी खबरें, जो हम सभी को रूला देती हैं। मुझे ही नहीं सारे समाज को, अंदर तक खूब हिला देती है। सुबह की चाय पर बेसब्री... Hindi · कविता 2 408 Share Ashok Chhabra 25 Feb 2018 · 1 min read मुक्तक छोड़ दो बोल ये चीरते हैं मुझे, प्यार से मान लो ना रहो यूँ बुझे। सोच यह मीत लो फाग है छा गया, खेल होली सुजन अंग भर लूँ तुझे।।... Hindi · मुक्तक 437 Share Ashok Chhabra 21 Sep 2018 · 1 min read मतदाता मतदाता से मत लेकर मतदाता का सम्मान भी करना उनके काम को मत मत कहना उनसे बचकर रहना। फर्श से अर्श पर पहुँचाए तुम्हें वो है मतदाता अर्श से फर्श... Hindi · कविता 1 474 Share Ashok Chhabra 2 Aug 2019 · 1 min read भारतवंदन नमन भारत भूमि को यहाँ माँ गंगा का जल पावन। आओ सब मिलकर करें अपने राष्ट्र का वंदन।। पावन मिट्टी है यहाँ की जिसमें हम हैं खेले इसी मिट्टी से... Hindi · कविता 1 413 Share Ashok Chhabra 28 Feb 2019 · 1 min read राजनीति "क्या बात है आज बडे खुश नजर आ रहे हो। ये चेहरे पर गुलाल क्यों लगा रखा है? "तुम्हें पता नहीं विधानसभा के चुनाव का परिणाम आ गया है? 'अपना... Hindi · लघु कथा 1 400 Share Ashok Chhabra 6 Jan 2021 · 1 min read 'कोरोना वारियर्स' 'कोरोना' को मार भगाने डटकर खडे हैं सीना ताने, भारत माँ के लाल 'कोरोना वारियर्स-2'। सुना कभी था बचपन में ये होते भगवन का रूप, छाया जग को देते हरदम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 52 414 Share Ashok Chhabra 24 Apr 2019 · 1 min read वोट कीमत मानो वोट की बदले ये तकदीर। वोट एक समझो न कम बदले देश तस्वीर।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 1 426 Share Ashok Chhabra 22 Mar 2022 · 1 min read विश्व कविता दिवस सुनो विश्व कविता दिवस दे सबको संदेश, कविता की ही शक्ति से भागें सकल कलेश। अशोक छाबड़ा गुरुग्राम Hindi · दोहा 442 Share Ashok Chhabra 26 Jul 2019 · 1 min read सेना सेना है जय हिन्द की बहुत ही बेमिसाल। पीछे न हटे जो कभी करगिल जीते लाल।। अशोक छाबडा. Hindi · दोहा 394 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2021 · 1 min read दो पंक्तियाँ आवाज सुनकर दिल की बात जानने का बरसों पुराना हुनर है हममें, तुम जरा मेरा नाम चार बार पुकार कर देखो। --अशोक छाबडा, गुरूग्राम। Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 397 Share Ashok Chhabra 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक न मैं गीत लिखता न ही गजल न कविता खास लिखता हूँ, छू जाये जो दिल को मेरे चैन औ खटास लिखता हूँ। सीमा पर सैनिक दे पहरा और महफूज... Hindi · मुक्तक 1 407 Share Ashok Chhabra 2 Sep 2018 · 1 min read बेटी बचाओ बेटी पढाओ समय विकट है मानव अस्तित्व संकट में है, खुद जागो और ओरो को भी जगाओ। हो रही भ्रूण हत्या घट रहा अनुपात इनका, हो जाएगा खत्म घर संसार सबको बताओ।... Hindi · कविता 398 Share Ashok Chhabra 14 Sep 2019 · 1 min read हिंदी हिंदी सम भाषा नही भविष्य है उज्जवल। राष्ट्रभाषा बने यही कभी आए वो पल।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 420 Share Ashok Chhabra 29 Mar 2022 · 1 min read चैत का ताप चैत मास में देख लो दिन दिन बढ़ता ताप, बदला मानव आज का वह भी बदले आप। अशोक छाबड़ा गुरुग्राम। Hindi · दोहा 1 1 405 Share Ashok Chhabra 25 May 2019 · 1 min read नमो नमो नमो का शोर है गूंज रहा हर ओर। भगवा हर एक को लगा हो ली उनकी भोर।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 2 398 Share Ashok Chhabra 21 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक मेरा दिल मेरी धडकन भी मेरी है जान तिरंगा, मेरी पहली और आखिरी भी है अरमान तिरंगा। हर पल जीऊ बस मैं अपने प्यारे भारत की खातिर, भले मै न... Hindi · मुक्तक 1 1 376 Share Ashok Chhabra 21 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक लगे हर शस्त्र से ज्यादा ऐसी ताकत जगाओ तुम, फैलाये झूठ जो पांव बहुत जल्दी भगाओ तुम। कहीं पीडित हुआ देखूं बहुत होती है बेचैनी, बचाओ सच कलमवीरो कलम अपनी... Hindi · मुक्तक 2 405 Share Ashok Chhabra 4 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक तिलंगाना की घटना से हुआ हैरान हर कोई, प्रियंका के दरद को सोच आखें रात भर रोई। दिया नारा जो था बेटी बचाने का बरस बीते, बता दो आज तक... Hindi · मुक्तक 361 Share Ashok Chhabra 2 Aug 2019 · 1 min read पुलवामा के शहीद रोज रोज शहादत की खबरों से चैन नहीँ मैं पाता हूँ भारत माँ का बेटा हूँ मैं कलम से रखता नाता हूँ। पुलवामा ने फिर दर्द दिया है इसको कैसे... Hindi · कविता 1 384 Share Ashok Chhabra 6 Apr 2020 · 1 min read वायरस वायरस जी हाँ एक वायरस। और पूरी दुनिया हिल गई। महाशक्तिशाली एक देश ने भी हाथ खडे कर दिए। और कुछ विकसित देशों के भी हालात बदतर। सब धरा रह... Hindi · कविता 1 2 364 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक हटी गुलामी छूटा पीछा हुए सब भारतवासी मस्त रहे डटे संकल्पों पर वे नही हौसला हुआ पस्त। खदेडा अंग्रेजो को यहाँ से वह तारीख इतिहास बनी मनाते आज भी है... Hindi · मुक्तक 1 398 Share Ashok Chhabra 31 Mar 2020 · 1 min read कुण्डलिया- कोरोना सतर्क रहें हम सभी दिन हो चाहे रात, आओ मिलकर दें सभी 'कोरोना' को मात। 'कोरोना' को मात रहें घर हम सपरिवार, बाहर न निकलें दिन इक्कीस कहे सरकार। कह... Hindi · कुण्डलिया 367 Share Page 1 Next