Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2020 · 1 min read

मुक्तक

नफरते मिटे और विश्व में शांति स्थापित हो जाए,
चैन से सभी जीये हर दिल देखकर चकित हो जाए।
खूबसूरती होगी इंसान फिर अपनाए इंसानियत,
देखा मैने जो स्वप्न ये सुनहरा फलित हो जाए।।

–अशोक छाबडा

Language: Hindi
1 Like · 461 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
हिंदी की दुर्दशा
हिंदी की दुर्दशा
Madhavi Srivastava
बुलंदियों से भरे हौसलें...!!!!
बुलंदियों से भरे हौसलें...!!!!
Jyoti Khari
तमाम लोग
तमाम लोग "भोंपू" की तरह होते हैं साहब। हर वक़्त बजने का बहाना
*Author प्रणय प्रभात*
गुलाब
गुलाब
Satyaveer vaishnav
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसी को इतना मत करीब आने दो
किसी को इतना मत करीब आने दो
कवि दीपक बवेजा
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
अनचाहे फूल
अनचाहे फूल
SATPAL CHAUHAN
कुंती कान्हा से कहा,
कुंती कान्हा से कहा,
Satish Srijan
गूँज उठा सर्व ब्रह्माण्ड में वंदेमातरम का नारा।
गूँज उठा सर्व ब्रह्माण्ड में वंदेमातरम का नारा।
Neelam Sharma
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
ना धर्म पर ना जात पर,
ना धर्म पर ना जात पर,
Gouri tiwari
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
मत कर ग़ुरूर अपने क़द पर
मत कर ग़ुरूर अपने क़द पर
Trishika S Dhara
__________सुविचार_____________
__________सुविचार_____________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
3337.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3337.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके  ठाट।
इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके ठाट।
दुष्यन्त 'बाबा'
चिंतन
चिंतन
ओंकार मिश्र
गीतिका
गीतिका "बचाने कौन आएगा"
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
प्यार में ना जाने क्या-क्या होता है ?
प्यार में ना जाने क्या-क्या होता है ?
Buddha Prakash
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
जज़्बात
जज़्बात
Neeraj Agarwal
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कर्म-धर्म
कर्म-धर्म
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
पुकार
पुकार
Dr.Pratibha Prakash
ख्वाइश है …पार्ट -१
ख्वाइश है …पार्ट -१
Vivek Mishra
Loading...