Arvind trivedi 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arvind trivedi 27 Dec 2020 · 1 min read कोरोना नाव जीवन की डगमग बहे रात दिन, भय का सागर हमेशा डराता रहा। वेदना से ग्रसित देह देखीं सभी, आँसुओं को मगर क्यों छिपाता रहा ? हो रहा नित मुखर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 26 500 Share Arvind trivedi 8 Jul 2022 · 1 min read शिव स्तुति गल माल सुशोभित नागन की, तन पै शिव भस्म लगावत है । करि पान हलाहल शंकर ही, नित सृष्टि अनूप रचावत है । कर जोरि भगीरथ पैर पड़ो, जल गंग... Hindi · सवैया 1 534 Share Arvind trivedi 8 Mar 2023 · 1 min read पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में, पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में, निज पुरुषत्व प्रभावों में तुम, नारी का अपमान न करना | ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० महिला दिवस... Quote Writer 640 Share Arvind trivedi 3 Feb 2021 · 1 min read नेह का भाव नैन तुमसे मिले जब, अधर सिल गए, मूक वाणी हुई दिल धड़कनें लगा | शून्यता थी भरी इस हृदय में शुभे ! घोर तम ने मुझे है डराया बहुत |... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 48 431 Share Arvind trivedi 16 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक भुलाकर प्यार दीवाने मुहब्बत कर रहे जर से । सलीका भूल जीने का जहाँ में मर रहे डर से । निकलकर घोंसलों से सब यहाँ मायूस लगते क्यों-- उड़ानें भर... Hindi · कविता 377 Share Arvind trivedi 20 Jan 2021 · 1 min read राम राम को राम ही मात्र जीते रहे । वेदना का गरल नित्य पीते रहे । त्याग वैभव वनों में भी सुख पा लिया - ताज पाकर सुखों से वो रीते... Hindi · मुक्तक 3 2 322 Share Arvind trivedi 4 Feb 2020 · 1 min read आखिरी खत कितना मुश्किल है दिल के जज़्बातों को कागज़ पर उकेरना, अहसासों को अल्फ़ाज़ों में समेटना, कोशिश कर रहा हूँ, अपने हाल ए दिल को, इस खत में तुम तक पहुँचा... Hindi · कविता 1 307 Share Arvind trivedi 2 Apr 2023 · 1 min read सूर्य के ताप सी नित जले जिंदगी । सूर्य के ताप सी नित जले जिंदगी । मध्य सुख-दुख के हर दिन पले जिंदगी । आह है, मौन है, शोर है, भीड़ है - जाने कितने रँगों में ढले... Quote Writer 457 Share Arvind trivedi 20 Apr 2023 · 1 min read जन्म मृत्यु का विश्व में, प्रश्न सदा से यक्ष । जन्म मृत्यु का विश्व में, प्रश्न सदा से यक्ष । जीवन मिश्रित सा यहाँ, किन्तु ! मृत्यु निष्पक्ष ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 441 Share Arvind trivedi 26 Mar 2023 · 1 min read कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच । कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच । मलहम मलते हाथ पर, पैरों में है मोच ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 413 Share Arvind trivedi 23 Apr 2023 · 1 min read पत्ते बिखरे, टूटी डाली पत्ते बिखरे, टूटी डाली और फूल मुरझाए हैं । जाने कैसे दिन आए हैं , जाने कैसे दिन आए हैं ।। प्रेमी मन तो घिरा हुआ है, नित अवसादों के... Quote Writer 419 Share Arvind trivedi 20 Jul 2022 · 1 min read मुक्तक तीर फिर तरकशों से निकलने लगे । रोशनी के लिए फिर भटकने लगे । सोच उल्टी दिखे आदमी की यहाँ - अम्न के ख्वाब देखो बिखरने लगे ।। ✍️ अरविन्द... Hindi · कविता · मुक्तक 287 Share Arvind trivedi 18 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक विचारों की जो भट्टी से यहाँ तपकर निकलते हैं । सितारे भी उन्हीं लोगों के दुनिया में चमकते हैं । अडिग निज मार्ग पर जो भाग्य से लड़कर बढ़े आगे... Hindi · मुक्तक 260 Share Arvind trivedi 14 Mar 2023 · 1 min read मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है । मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है । हृदय में नेह से परिपूर्ण सरिता सूख जाती है । दरस की आस ले गुजरी गली में सांझ नित लेकिन... Quote Writer 353 Share Arvind trivedi 11 Feb 2023 · 1 min read दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया । दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया । हँसकर सही पीर जिसने जगत में फकीर हो गया । सहमे -सहमे से भटक रहे हैं झूठे लोग यहाँ -... Quote Writer 1 414 Share Arvind trivedi 23 Mar 2023 · 1 min read बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता, बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता, जब वफ़ा मैंने खुद भी निभाई नहीं । गलतियाँ खूब उसकी निकाला किए, अपनी गलती कभी भी बताई नहीं । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 1 2 333 Share Arvind trivedi 14 Jun 2023 · 1 min read सपने सारे टूट चुके हैं । सपने सारे टूट चुके हैं । हाथ-हाथ से छूट चुके हैं । भटक रहे हैं प्राण अकेले - घट माटी के फूट चुके हैं ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 414 Share Arvind trivedi 18 Jun 2023 · 1 min read मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे, मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे, छाँव देकर हमें, तन तपाए पिता । नभ सा विस्तृत, पिता का हृदय है सुनों, हर समस्या को आखिर हराए पिता । ✍अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 397 Share Arvind trivedi 9 Jun 2022 · 1 min read पिता पिता हर घाव की औषधि, पिता हर कष्ट में साथी । पिता तहजीब की मूरत, पिता आदर्श की पाती ।। पिता पुरुषार्थ का सूचक, दिया संबल मुझे हरपल । छिपाकर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 2 256 Share Arvind trivedi 7 May 2023 · 1 min read पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न । पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न । स्वयं जाल में फँस रहे, देख शिकारी सन्न ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 341 Share Arvind trivedi 7 Jul 2022 · 1 min read मुक्तक प्रतिदिन देखो इस दुनिया की, तस्वीर बदलती रहती है । लोगों के हाथों की अक्सर, तकदीर बदलती रहती है । जग में प्यासे कंठ भटकते, सरिताओं ने राहें बदलीं -... Hindi · मुक्तक 241 Share Arvind trivedi 14 May 2023 · 1 min read थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही । थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही । हर खुशी की दुआ माँगती वह रही । प्रेम माँ का सभी से अलग विश्व में - मेरी जय के लिए हारती वह... Quote Writer 447 Share Arvind trivedi 4 Apr 2023 · 1 min read मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल । मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल । पैरों में खुद आप ही, चुभो रहे हैं शूल ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 284 Share Arvind trivedi 16 Mar 2023 · 1 min read स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार । स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार । कैसे -कैसे लोग हैं, राम लगाए पार ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 250 Share Arvind trivedi 16 Apr 2023 · 1 min read स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए । स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए । दोष जिन पर वही नित्य मंडित हुए । आस्थाएँ सभी रक्त रंजित मिलीं - ज्ञान से जो रहे दूर पंडित हुए ।।... Quote Writer 1 236 Share Arvind trivedi 6 Nov 2022 · 1 min read मुक्तक रात भर चित्र तेरा निहारा किए । नाम तेरा ही अक्सर पुकारा किए । लाज़मी था मुहब्बत में अलगाव फिर- ज़िन्दगी को अकेले गुजारा किए ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Hindi · मुक्तक 2 165 Share Arvind trivedi 3 Jun 2023 · 1 min read ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं । ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं । बाद तेरे फिजाएँ भी नाराज़ हैं । एक होकर भी हम एक हो ना सके - अजनबी कल थे हम अजनबी आज... Quote Writer 335 Share Arvind trivedi 3 Mar 2023 · 1 min read ख़ाक हुए अरमान सभी, ख़ाक हुए अरमान सभी, अब तो केवल जिंदा हैं । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 1 170 Share Arvind trivedi 24 Feb 2023 · 1 min read शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये ! शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये ! नीर नयना स्वत: ही बहाने लगे । दृश्य जब-जब प्रणय के हुए प्राणमय, गीत में फिर तुम्हें गुनगुनाने लगे । ✍️ अरविन्द... Quote Writer 202 Share Arvind trivedi 11 Nov 2022 · 1 min read दोहा शब्द हुए जब मौन सब, नैन बोलते बोल । प्रेमी मन की पीर भी, जग में है अनमोल ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Hindi · दोहा 1 157 Share Arvind trivedi 3 Jul 2023 · 1 min read देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर । देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर । गुरु बिन इस संसार में, मानव सहता पीर ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 1 1 250 Share Arvind trivedi 12 Feb 2023 · 1 min read भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह । भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह । जो डूबा दृग सिंधु में, मिली न उसको थाह ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 205 Share Arvind trivedi 28 Jul 2022 · 1 min read बारिश की बूँदें जब बारिश की बूँदें बादलों से होकर कच्ची छतों को भेदते हुए, कोठरी जलमग्न करती हैं, तो कितने मुँह से निकली आँहों के साथ पलकों के रस्ते खारे पानी की... Hindi · कविता 2 2 140 Share Arvind trivedi 29 Jun 2023 · 1 min read ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह । ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह । हृदय हुए पाषाण सम, बचा न इनमें नेह ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 212 Share Arvind trivedi 8 Mar 2023 · 1 min read धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग । धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग । मस्त मगन हो नाचते, पीकर सारे भंग ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी होली के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं Quote Writer 168 Share Arvind trivedi 20 Feb 2023 · 1 min read जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा । जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा । दर्द चाहत में मिले सहना पड़ेगा । वक्त की आवाज़ सुनकर जाग जाओ, तुमको दरिया की तरह बहना पड़ेगा । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी... Quote Writer 1 165 Share Arvind trivedi 20 May 2023 · 1 min read अब न वो आहें बची हैं । अब न वो आहें बची हैं । अब न वो राहें बची हैं । जिस्म का सौदा हुआ बस - अब न वो चाहें बची हैं ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी... Quote Writer 185 Share Arvind trivedi 30 Oct 2022 · 1 min read प्रेम प्रेम-प्रेम रटते सभी, प्रेम न समझे कोय । पीर सहे बिन जगत में, प्रेम न पूरा होय ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Hindi · दोहा 2 120 Share Arvind trivedi 26 Feb 2023 · 1 min read मुझमें अभी भी प्यास बाकी है । मुझमें अभी भी प्यास बाकी है । वस्ल की अभी आस बाकी है । जिस्म तो भटक के थक चुका है, पर रूह की तलाश बाकी है । ✍️ अरविन्द... Quote Writer 144 Share Arvind trivedi 23 Jul 2023 · 1 min read क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ? क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ? कैसा है जनतंत्र यह, कैसा हिन्दुस्तान ।। कैसा हिन्दुस्तान, द्रौपदी लुटती रहती । सत्ताओं की भूल, सदा नारी क्यों सहती ? फाँसी... Quote Writer 216 Share Arvind trivedi 13 Sep 2023 · 1 min read कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो । कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो । उपजते नित सियासत में नए से रोग देखो तो । किसी को नाम से परहेज कोई धर्म पर लड़ता - विखंडित... Quote Writer 226 Share Arvind trivedi 31 Oct 2022 · 1 min read लौह पुरुष अराजकता विघटनों पर लगाम कस, शासन की नीतियाँ सुदृढ़ बनाता रहा | धीर - गंभीर होकर विवेक के प्रभाव में, शत्रु को पराजय का मार्ग दिखाता रहा | निडर होकर... Hindi · कविता 81 Share Arvind trivedi 6 Jul 2023 · 1 min read उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया, उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया, यूँ लगा एक दिन यह सुलझ जाएगी । नित्य बैठा किनारों पे यह सोचकर, प्यास सरिता हमारी समझ जाएगी । ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 212 Share Arvind trivedi 9 Jul 2023 · 1 min read दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान । दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान । साँकल की आवाज को, तरस रहे हैं कान ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 159 Share Arvind trivedi 29 May 2023 · 1 min read गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान । गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान । जिंदा कैसे मैं कहूँ, फिरता लाश समान ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 116 Share Arvind trivedi 15 Sep 2023 · 1 min read मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है । मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है । देख दिन का यहाँ हर पहर मौन है । भीड़ आगोश में मूकता के दिखी - गाँव गलियाँ शहर हर डगर मौन... Quote Writer 233 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read शौर्य गाथा शौर्य की गाथा सुहानी, कुछ नई है कुछ पुरानी | रात दिन कोई पहर हो, या हिमालय का शिखर हो | अरि करे ललकार ज्यों ही, गह लिए हथियार त्यों... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · देशभक्ति गीत · शौर्य 1 41 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read निकलते देखे हैं आँखों से अंगार निकलते देखे हैं । चाहत में बीमाऱ निकलते देखे हैं । दरिया भी कितनी ही राहें बदले पर, पानी से पतवार निकलते देखे हैं । आँसू कम... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 34 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read निज प्रभुत्व में हैं जीते जो द्वंद अनेकों पलते देखे, संवेदनहीन विचारों में । मानवता का करें अनादर, निज प्रभुत्व में हैं जीते जो ।। भेदभाव की नीति सुहाती, विश्वासों का गला घोंटते । अपने वक्तव्यों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 52 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read भारत का गौरवगान सुनो युगों - युगों से खड़ा हिमालय, युगों - युगों से गंगा बहती । त्याग, तपोवन भूमि यही है, भारत का गौरव - गान सुनो ।। संस्कार की पृष्ठभूमि रच, विज्ञान... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · देश गीत · देशभक्ति गीत 32 Share Page 1 Next