Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2023 · 1 min read

मुझमें अभी भी प्यास बाकी है ।

मुझमें अभी भी प्यास बाकी है ।
वस्ल की अभी आस बाकी है ।

जिस्म तो भटक के थक चुका है,
पर रूह की तलाश बाकी है ।

✍️ अरविन्द त्रिवेदी

140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
इस दुनिया में कोई भी मजबूर नहीं होता बस अपने आदतों से बाज़ आ
Rj Anand Prajapati
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भाग्य प्रबल हो जायेगा
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
Anil chobisa
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
शेखर सिंह
स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और
स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और
विमला महरिया मौज
हिंदी की दुर्दशा
हिंदी की दुर्दशा
Madhavi Srivastava
पता ना चला
पता ना चला
Dr. Kishan tandon kranti
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
ruby kumari
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
Dr Tabassum Jahan
फ़र्ज़ ...
फ़र्ज़ ...
Shaily
2787. *पूर्णिका*
2787. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
मैं उनके मंदिर गया था / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
एक ख़्वाहिश
एक ख़्वाहिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
" मैं फिर उन गलियों से गुजरने चली हूँ "
Aarti sirsat
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"अभी" उम्र नहीं है
Rakesh Rastogi
Wo veer purta jo rote nhi
Wo veer purta jo rote nhi
Sakshi Tripathi
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आत्मा शरीर और मन
आत्मा शरीर और मन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*बहन और भाई के रिश्ते, का अभिनंदन राखी है (मुक्तक)*
*बहन और भाई के रिश्ते, का अभिनंदन राखी है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बे खुदी में सवाल करते हो
बे खुदी में सवाल करते हो
SHAMA PARVEEN
रास्तों पर चलने वालों को ही,
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर
सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर
Suryakant Dwivedi
Loading...