Arvind trivedi 80 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arvind trivedi 17 Jul 2024 · 1 min read झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात। झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात। झूठे मुँह से हो रहीं, झूठी-झूठी बात।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 91 Share Arvind trivedi 17 Jun 2024 · 1 min read शापित है यह जीवन अपना। शापित है यह जीवन अपना। और नींद में झूठा सपना।। इच्छाओं से बँधे सभी जन। पाप पले है सबके ही मन। कुंठाओं के सब हैं मारे। अपने से ही सब... Quote Writer 1 128 Share Arvind trivedi 6 Jun 2024 · 1 min read जीत हार का देख लो, बदला आज प्रकार। जीत हार का देख लो, बदला आज प्रकार। जीत मौन बैठी मगर, शोर मचाती हार।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 77 Share Arvind trivedi 19 May 2024 · 1 min read मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील। मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील। गूँगी बहरी बस्तियाँ, उस पर उड़ते चील।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 108 Share Arvind trivedi 11 Apr 2024 · 1 min read बदली मन की भावना, बदली है मनुहार। बदली मन की भावना, बदली है मनुहार। देह, देह ने जीत ली, रूह गई पर हार।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 159 Share Arvind trivedi 28 Feb 2024 · 1 min read प्रेम साधना श्रेष्ठ है, प्रेम साधना श्रेष्ठ है, प्रेम ईश का अंश । प्रेम दया का मूल है, प्रेम हरे हर दंश ।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 1 165 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read किसलिए चेहरे पर ये इताब किसलिए | ज़िन्दगी हमसे हिसाब किसलिए | भोर की प्यारी चमक सी तू दिखे, शाम तक गम का ख़िताब किसलिए | पूछतें हाल ओ ख़बर अमीर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 99 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read शौर्य गाथा शौर्य की गाथा सुहानी, कुछ नई है कुछ पुरानी | रात दिन कोई पहर हो, या हिमालय का शिखर हो | अरि करे ललकार ज्यों ही, गह लिए हथियार त्यों... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · देशभक्ति गीत · शौर्य 1 88 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read हौंसलों की उड़ान हौंसलों की उड़ानें हुईं कम नहीं | कट गये पर मिरे ऐ खुदा ग़म नहीं | कश्तियों को लिए मैं चला जा रहा, रोक ले राह, तूफ़ान में दम नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 114 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read और हो जाती जफ़ाओं में वफा की ग़र तिजारत और हो जाती | सनम तुझको यहाँ मुझसे मुहब्बत और हो जाती | ज़रा सा मुस्कुराकर फिर पलक क्यों झुक गई आखिर ? पलक... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल 143 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read खुली तस्वीर को घूरती आँखें यहाँ जब हुस्न की तासीर को | इश्क बैठा हारकर फिर कोसता तकदीर को | है कहाँ मासूमियत अब दिल फ़रेबी से सभी, ज़हर की इन प्यालियों में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · उर्दू हिंदी ग़ज़ल 1 2 78 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read बाकी है उल्फ़तों की डगर बाकी है | जुल्म़तो का कहर बाकी है | मुद्दतों बाद मिलने आयी, चाह अब भी उधर बाकी है | हाथ माँ ने रखा जब सर पर,... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · कविता/ग़ज़ल 77 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read प्रेम के पल ज़िन्दगी में जो सँजोये प्रेम के पल नित्य मैंने, पल वही मिलकर सभी क्यों अब मुझे ठगने लगे हैं | हाय ! इस निष्ठुर नियति ने क्यों अकारण ही छला... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · वियोग श्रृंगार · विरह · विरह गीत 120 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मुहब्बत क्या बला है बैठ तन्हा सोंचता अक्सर, मुहब्बत क्या बला है । प्यार में खुशियाँ बहुत कम, दर्द का साया घना है । रात दिन हो एक जैसा, दिल में गर बेचैनियाँ हो,... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 70 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मैं मकां उसी से बचा गया जो लिखा नसीब में है तेरे, वही ज़िन्दगी में तू पा गया । कहीं कोई रोता ही रह गया, तो कहीं किसी को हँसा गया । कहीं मज़हबी सा बवाल... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 112 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read नहीं है निगाहें वही पर मोहब्बत नहीं है । दिलों में किसी के वज़ाअत नहीं है । नक़ाबों के पीछे छिपाते हैं सूरत, शरीफ़ों के अन्दर शराफ़त नहीं है । न पर्दा... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 105 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read भारत का गौरवगान सुनो युगों - युगों से खड़ा हिमालय, युगों - युगों से गंगा बहती । त्याग, तपोवन भूमि यही है, भारत का गौरव - गान सुनो ।। संस्कार की पृष्ठभूमि रच, विज्ञान... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · देश गीत · देशभक्ति गीत 78 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read निज प्रभुत्व में हैं जीते जो द्वंद अनेकों पलते देखे, संवेदनहीन विचारों में । मानवता का करें अनादर, निज प्रभुत्व में हैं जीते जो ।। भेदभाव की नीति सुहाती, विश्वासों का गला घोंटते । अपने वक्तव्यों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 125 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read निकलते देखे हैं आँखों से अंगार निकलते देखे हैं । चाहत में बीमाऱ निकलते देखे हैं । दरिया भी कितनी ही राहें बदले पर, पानी से पतवार निकलते देखे हैं । आँसू कम... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 64 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read बढ़ जाएगी हुस्न की चौखट पे जाकर बेखुदी बढ़ जाएगी । चाहतों में गलतियों से बेरुखी बढ़ जाएगी । पीर दिल की बस जुबां पर चढ़ने तो दो तुम ज़रा, मयकदों में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 76 Share Arvind trivedi 22 Feb 2024 · 1 min read मन का गीत निज अन्तर्मन के भावों को, जबसे मैंने उन्मुक्त किया । संवेदनशील विचारों ने, फिर ग्रंथ नया - सा रच डाला ।। अभिलाषाओं का बोझ लिए , फिरता निश - दिन... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · मन का गीत 2 65 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुल्क की खातिर सियासत भी जरूरी है । पर सियासत में रफ़ाक़त भी जरूरी है । रख दिया तुमने जलाकर इन च़रागों को, आँधियों से फिर हिफ़ाज़त भी जरूरी है... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 2 130 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुमसे मिलकर आज राहत है मुझे । तिश्नगी है और चाहत है मुझे । बेवज़ह तुम रूठ जाते हो सनम, प्यार की तेरे जरूरत है मुझे । धड़कनें कहतीं सुनो... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 161 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read संघर्षी गीत आशाओं की पगडंडी पर, चला ढूँढने ठाँव । अवसादों की आँधी रह-रह, डिगा रही है पाँव ।। संघर्षों की परिपाटी पर, अभिलाषा ने चित्र उकेरे । विहग उड़ चले अम्बर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 45 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read मिल गया इक किराये का खाली मकां मिल गया । किसको आखिर मुकम्मल जहां मिल गया । कोई तरसा है दो गज़ ज़मीं के लिए, और किसी को खुला आसमां मिल गया... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 63 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इश्क़ की हर एक कहानी से किनारा कर लिया । कफ़्न लेकर ज़िन्दगानी से किनारा कर लिया । था बहुत मशगूल यारों उल्फ़तों की शाम में, अब जहां की हर... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 1 73 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read शिव स्तुति हे ! आदिदेव, हे ! आदिपुरुष, शंकर भोले भंडारी । सम्पूर्ण सृष्टि के स्वामी तुम, नीलकंठ हे ! त्रिपुरारी ।। गंगा बहे जटा से जिसकी, वह कैलास निवासी है ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · शिव 1 85 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read भारत देश हमारा है सागर जिसके चरण पखारे, हिमगिरि जिसका प्रहरी है । भरा प्राकृतिक वैभव से यह, भारत देश हमारा है । वसुधा इसकी पावन इतनी, देवों ने अवतार लिया । छः ऋतुओं... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · देशभक्ति 1 70 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read जय माँ शारदे प्रणाम मातु शारदे, सुकाव्य काव्य कीजिए । सुवर्ण तूलिका रहे, यही अशीष दीजिए । प्रकाश ज्ञान का भरो, अबुद्धि का विनाश हो । कुरीतियाँ मिटे सभी, सुनीति का विकास हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · पंच चामर छंद · सरस्वती वंदना 1 154 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल अगर तुम साथ होती तो सफ़र आसान हो जाता । गुनाहों से निकल शायद मैं फिर इंसान हो जाता । नहीं मिलती ज़माने में दिलों की बस्तियाँ उजड़ी, मोहब्बत का... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 72 Share Arvind trivedi 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गहरे थे रिश्ते जो उनके रंग क्यों फीके मिले । रेशमी चादर के धागे रोज़ ही उधड़े मिले । आशिकी मासूक से हो या वतन की आन से, इश्क में... Poetry Writing Challenge-2 · Gazal ग़ज़ल 58 Share Arvind trivedi 21 Jan 2024 · 1 min read जय अयोध्या धाम की दिव्यमय वातावरण। भव्य यह जनजागरण। आस्था के रंग में। हिन्द वासी संग में। नृत्य करते झूमते। राम को सब पूजते। गूँजता जय घोष है, देख छवि श्रीराम की। जय अयोध्या... Hindi · कविता · गीत · जय श्री राम · भक्ति गीत 2 197 Share Arvind trivedi 13 Jan 2024 · 1 min read कछु मतिहीन भए करतारी, कछु मतिहीन भए करतारी, राम विरोध करहिं दरबारी । नहिं कछु सूझत उन्हहिं गोसाई, करहिं विरोध नहाइ नहाई । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 1 190 Share Arvind trivedi 29 Oct 2023 · 1 min read प्रेम-प्रेम रटते सभी, प्रेम-प्रेम रटते सभी, प्रेम न समझे कोय । पीर सहे बिन जगत में, प्रेम न पूरा होय ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 277 Share Arvind trivedi 15 Sep 2023 · 1 min read मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है । मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है । देख दिन का यहाँ हर पहर मौन है । भीड़ आगोश में मूकता के दिखी - गाँव गलियाँ शहर हर डगर मौन... Quote Writer 355 Share Arvind trivedi 13 Sep 2023 · 1 min read कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो । कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो । उपजते नित सियासत में नए से रोग देखो तो । किसी को नाम से परहेज कोई धर्म पर लड़ता - विखंडित... Quote Writer 323 Share Arvind trivedi 23 Jul 2023 · 1 min read क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ? क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ? कैसा है जनतंत्र यह, कैसा हिन्दुस्तान ।। कैसा हिन्दुस्तान, द्रौपदी लुटती रहती । सत्ताओं की भूल, सदा नारी क्यों सहती ? फाँसी... Quote Writer 287 Share Arvind trivedi 9 Jul 2023 · 1 min read दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान । दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान । साँकल की आवाज को, तरस रहे हैं कान ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 226 Share Arvind trivedi 6 Jul 2023 · 1 min read उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया, उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया, यूँ लगा एक दिन यह सुलझ जाएगी । नित्य बैठा किनारों पे यह सोचकर, प्यास सरिता हमारी समझ जाएगी । ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 255 Share Arvind trivedi 3 Jul 2023 · 1 min read देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर । देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर । गुरु बिन इस संसार में, मानव सहता पीर ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 1 1 301 Share Arvind trivedi 29 Jun 2023 · 1 min read ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह । ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह । हृदय हुए पाषाण सम, बचा न इनमें नेह ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 292 Share Arvind trivedi 18 Jun 2023 · 1 min read मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे, मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे, छाँव देकर हमें, तन तपाए पिता । नभ सा विस्तृत, पिता का हृदय है सुनों, हर समस्या को आखिर हराए पिता । ✍अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 458 Share Arvind trivedi 14 Jun 2023 · 1 min read सपने सारे टूट चुके हैं । सपने सारे टूट चुके हैं । हाथ-हाथ से छूट चुके हैं । भटक रहे हैं प्राण अकेले - घट माटी के फूट चुके हैं ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 494 Share Arvind trivedi 3 Jun 2023 · 1 min read ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं । ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं । बाद तेरे फिजाएँ भी नाराज़ हैं । एक होकर भी हम एक हो ना सके - अजनबी कल थे हम अजनबी आज... Quote Writer 371 Share Arvind trivedi 29 May 2023 · 1 min read गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान । गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान । जिंदा कैसे मैं कहूँ, फिरता लाश समान ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 152 Share Arvind trivedi 20 May 2023 · 1 min read अब न वो आहें बची हैं । अब न वो आहें बची हैं । अब न वो राहें बची हैं । जिस्म का सौदा हुआ बस - अब न वो चाहें बची हैं ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी... Quote Writer 242 Share Arvind trivedi 14 May 2023 · 1 min read थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही । थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही । हर खुशी की दुआ माँगती वह रही । प्रेम माँ का सभी से अलग विश्व में - मेरी जय के लिए हारती वह... Quote Writer 575 Share Arvind trivedi 7 May 2023 · 1 min read पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न । पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न । स्वयं जाल में फँस रहे, देख शिकारी सन्न ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 378 Share Arvind trivedi 23 Apr 2023 · 1 min read पत्ते बिखरे, टूटी डाली पत्ते बिखरे, टूटी डाली और फूल मुरझाए हैं । जाने कैसे दिन आए हैं , जाने कैसे दिन आए हैं ।। प्रेमी मन तो घिरा हुआ है, नित अवसादों के... Quote Writer 528 Share Arvind trivedi 20 Apr 2023 · 1 min read जन्म मृत्यु का विश्व में, प्रश्न सदा से यक्ष । जन्म मृत्यु का विश्व में, प्रश्न सदा से यक्ष । जीवन मिश्रित सा यहाँ, किन्तु ! मृत्यु निष्पक्ष ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 563 Share Page 1 Next