अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 18 Feb 2023 · 1 min read महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ जय अविनाशी, घट - घट वासी, उमानाथ, त्रिपुरारी। शंभु त्रिलोचन, भव भय मोचन, नीलकंठ, विषधारी। भस्म रमायें, ध्यान लगायें , शिव भोले, भंडारी। कठिन अघोरी,... Quote Writer 1 261 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 1 Jan 2023 · 1 min read नववर्ष *अनुष्टुप छंद* संवत्सरमिदंस्वस्ति सर्वेभ्यो भव सर्वदा। बालारुणसमं सौख्यं, वर्धन्तु तव जीवने। भद्रमस्तु इदं वर्षं, तथा भावी दिवानिशे। वृद्धिशीला: भवेद्धर्षं, तथा स्वास्थ्यं वयोबलं। अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' Sanskrit · श्लोक 2 456 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 23 Oct 2022 · 1 min read नरक चतुर्दशी *श्लोक* नरकान्मुञ्चति विश्वं, यो नरकासुरान्तक:। आत्मज्योतिर्प्रकाशार्थं, वन्दे तं परमेश्वरम्। (जो विश्व को नरक से मुक्त करता है एवं नरकासुर का अंत करने वाले हैं, हम उन्हें आत्मज्योति प्रकाशित करने के... Sanskrit · कविता · श्लोक 3 202 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 11 May 2022 · 1 min read पिता हैं छाँव जैसे धूप है दुनिया पिता हैं छाँव जैसे। शह्र की तनहाइयों में गाँव जैसे। कोई भी कठिनाई कैसे छू सकेगी। उँगली उनके हाथ में जब तक रहेगी। वो अभावों में मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 13 4 846 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 Oct 2021 · 1 min read गणेश वंदनम् *गणेश स्तुति* नमो धूम्रवर्णाय गौरीसुताय। नमो विघ्ननाशाय नागाननाय। जगन्मड़्गलं भूयात्त्वद् प्रसादात्। भजामि गणेशस्य पादौ सदाहम्। अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' रामपुर कलाँ, सबलगढ़(म.प्र.) Sanskrit · श्लोक 8 499 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 Oct 2021 · 1 min read नीतिश्लोके *नीति श्लोके* भारभूता भवत्युर्वी भ्रष्टाचारेण भूतभिः। सज्जनानामतिशये अक्लेशमनुभूयति।। क्षुद्रो राजा शठा मंत्री, स्वार्थलिप्तो प्रजा तथा। तस्मिन् देशे न उत्थानो, न श्रेयश्च न कीर्तिरपि। अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' Sanskrit · श्लोक 8 343 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 Oct 2021 · 1 min read गुरुवंदनम् *अनुष्टुप छंदे* अक्षरस्याक्षरपदं ,करोति सुगमं सदा। ज्ञानाक्षरेण संयुक्तः तस्मै श्री गुरवे नमः।। नम: ब्रह्मस्वरूपाय, नमस्ते ज्ञानसागर:। नियोजको हितार्थे च, तस्मै वंदे गुरुपदौ।। अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' Sanskrit · श्लोक 5 358 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 25 Sep 2021 · 1 min read नीतिश्लोकम् तत्र किंचिन्न वक्तव्यं, अयाचित: मतिर्तव। निष्फलं तत्र तज्ज्ञानं, अन्धाय दीपकं यथा। अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' Sanskrit · श्लोक 7 2 369 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 25 Sep 2021 · 1 min read प्रिये छिन्दि प्रिये छिन्धि मा मम हृदयं त्वम् एतादृशा मधुर हासेन। चपलदृशा मा पश्य सस्मितं प्रेरयस्व प्रेम्णे हृदयेन।। किसलयाधरे स्निग्धकपोले कुञ्चितकेशे बध्दोहम्। तव दर्शनं विनाहं क्षणमपि यास्याम्यत्र ब्रूहि कथम्।। कथं भेद्यते नीरवचित्तं... Sanskrit · गीत 8 2 402 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 25 Sep 2021 · 1 min read गज्जलिका का मे उरं मुषित्वा, क्षोभयति खलु माम्। का स्मृत्यामेति, स्तम्भयति मम गाम्।।१।। पिबन् सुधां प्रेम्णोऽहं, तथाप्यतृप्तोऽस्मि। दग्धरुरस्य व्यथामथ, वदतु वदानि काम्।।२।। अंतस्थः तिमिरस्य ,शरद्चन्द्रवत् या। करोति प्रीत्या नाशं दृष्ट्यां वासं... Sanskrit · काव्य 10 4 414 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 25 Sep 2021 · 1 min read संस्कृतम् नमामि वाणी संस्कृतं पुरातनं सनातनम्। नमामि ज्ञाननिर्झरं सुरमुखात् निसृतम्। नमामि राष्ट्रगौरवं स्वदेशश्रीविवर्धकम्। वेदमूलवर्तते अतीतबीजधारकं। नमामि संस्कृतिं तथा परम्परादि रक्षकम्। असभ्यतां असंस्कृतिं कल्मषादि भक्षकम्। नमामि मातु भाषाणां विश्वमूर्ध्नि शोभितम्। चरित्ररक्षकं पुनाति... Sanskrit · गीत 5 2 305 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 25 Sep 2021 · 1 min read नमामि भारतवर्षम् नमामि भारतवर्षं नमाम्यार्यावर्तम्। चतुर्दिगन्तवहः पवनस्तव गायति शुभकीर्तिम् । नमामि भारतवर्षं नमाम्यार्यावर्तम्॥ अहर्निशं शशिदिवाकरौ गगने त्वां नमतः। वन्दन्ते त्वां विश्वगुरुं नक्षत्रगणाः शतशः। नृहृदयानि सहगर्वेण तव गायन्ति वृत्तम्। नमामि भारतवर्षं नमाम्यार्यावर्तम्॥ रणेऽरिणं... Sanskrit · गीत 7 2 423 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 20 Jul 2021 · 1 min read Internal voice I say for my dear You may be get always cheer In your heart you should peep A pleasure voice come from your deep Your pain your tension one side... English · Poem 3 528 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 20 Jul 2021 · 1 min read Don't hurt nature Don't seize nature's cheer See heartily it's falling tear Don't said plight by cut tree Don't misgain even if you are free Pollution will make hard your life Suffocation will... English · Poem 2 362 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 20 May 2021 · 1 min read मेघावलियाँ मेघावलियाँ आसमान की बनी अंजुली, मेघों की शुचि धारा अविरल। शीतलता के मृदुल करों से, धुलने लगा धरा मुख-मण्डल। जल अतिशय से तुंग भवन के, बने पनाले सुंदर झरने। गली-... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 14 14 683 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 16 May 2021 · 1 min read प्रथम मेह बंजर वसुधा हुई प्रसूता, घन ने गर्भाधान किया। सुप्त धरा में नव अंकुर ने, प्रथम मेह पय-पान किया। अर्धखुले नयनों से अंकुर, झाँकें मिट्टी के दामन से। महकी सौंधी गंध... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 17 20 1k Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 31 Mar 2019 · 1 min read दूर नगरी *गीत* दूर बहुत है नगरी तेरी, आ ना पाऊँ मिलने को। साँझ ढले तुम आ जाती हो, नयनों बीच टहलने को। ले स्पर्श आपका हरदिन,आ जाती बहती पुरवाई। सुखद ऋतु... Hindi · गीत 8 487 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 14 Mar 2019 · 1 min read मैं तुम्हारे प्यार में हूँ *गीत* मैं अलौकिक दीप्ति मय हूँ, उर्मियाँ उर में उदित है। पुष्प वन गिरि सिंधु लय हैं, दिव्य उस झंकार में हूँ। मैं तुम्हारे प्यार में हूँ। ध्यान में देखा... Hindi · गीत 8 2 508 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 3 Mar 2019 · 1 min read बसंत *बसंत* प्रकृति नवोढ़ा बदल रही है, पहन रही परिधान नया। नित्य दिवाकर की किरणों से, होता सुखद विहान नया। तरु शिखरों पर खिली मंजरी, भ्रमर भ्रमर मदमाये है। पुष्पों के... Hindi · गीत 4 567 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 3 Mar 2019 · 1 min read मेरा मन तुम साथ ले गयी हृदय पटल की स्मृतियों में, प्रिये! विन्यास तुम्हारा है। मेरा मन तुम साथ ले गयी, मेरे पास तुम्हारा है। मेरे मन की एक कल्पना, तुम सर्वाधिक प्यारी हो। माना बहुत... Hindi · गीत 9 639 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 26 Jan 2019 · 1 min read गणतंत्र *गणतंत्र* रात गुजारीं जागे जागे, दिवस हजारों खोए हैं। आजादी की वरमाला में, मुण्ड हजार पिरोए हैं। चिंगारी से सोले तक की, शूलों वाली राह चुनी। छोड़ भीरुता की उँगली... Hindi · गीत 3 320 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 9 Dec 2018 · 1 min read गुनगनी धूप *गीत* कुदरत ने बदला निज रूप। भाने लगी गुनगनी धूप। पत्ते -पत्ते दूब -दूब पर, तुहिन सजे मोती बनकर। कुहरे की जाली से जैसे, धूप आ रही है छनकर। हाथ... Hindi · गीत 3 297 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 24 Nov 2018 · 1 min read मतदान *मतदाता जागरुकता गीत* हर मतदाता का, मतदान जरूरी है। अपनी जीवन शैली, वोटों से पूरी है। नेता यदि योग्य न चुन, ऐसे ही चुन लेंगे। पछताते रहेंगे हम, वे दुख... Hindi · गीत 9 2 459 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 19 Nov 2018 · 1 min read नारी *नारी* तुम भावों का अनुबंधन हो। तुम नातों का अभिनंदन हो। करुणा श्रध्दा प्रेम सिंधु तुम। जगतीतल का केन्द्र बिन्दु तुम। विश्व भुवन में तुम मधुवन हो। तुम स्निग्ध स्पर्श... Hindi · गीत 7 3 558 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 2 Nov 2018 · 1 min read माँ सृष्टि नूतन सर्जना माँ। अति मधुर रव गर्जना माँ। अंक आश्रय है अतुल। पीर भी जिसमें प्रफुल। है निडरता की सतह। विश्व भी जिससे फतह। व्याधियों की वर्जना माँ। सृष्टि... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 53 1k Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 6 Aug 2018 · 1 min read मल्हार *मल्हार* झूला तो डल गये अमियां की डार पै जी। ऐ जी मेघा रह रह रहे हैं फुहार। पिहु पिहु पपिहा मयूरी लगी नाचने री। आए पिय अँगना बदरी लगी... Hindi · गीत 5 461 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 11 Jul 2018 · 1 min read कुण्डलिया *कुण्डलिया* सत्कर्मी पूँजी न ही , हृदय राम से प्यार। निरा दंभ भ्रम पाप का ,खर सम ढोते भार। खर सम ढोते भार, काल के हाथों पिटते। चलते रहे कुमार्ग... Hindi · कुण्डलिया 4 441 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 30 May 2018 · 1 min read दो मुक्तक *1* मुद्दत से गुलजार सजाये बैठे हैं। आखों में उम्मीद जगाये बैठे हैं। शायद इस गुल पर भी आ बैठे तितली। हर तितली पर आँख जमाये बैठे हैं। *2* आशिकी... Hindi · मुक्तक 3 288 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 23 May 2018 · 1 min read यज्ञारती * यज्ञारती * ओम जय यज्ञ विभो। स्वामी जय सर्वज्ञ विभो। आर्त पडा चरणों में, मैं अल्पज्ञ विभो। ओम.... दक्षिणा पत्नी तुम्हारी, सप्तम अवतारा। हम दीनन को दुख से ,... Hindi · गीत 6 344 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 20 May 2018 · 1 min read ग्रीष्म गीत *ग्रीष्म गीत* रिस रही है फिर गगन से, यूँ विरह की आग। तप्त रवि उर -वेदिका पर, कर रहा हो याग। क्षण प्रतिक्षण बढ़ रही है, प्रेम की बस प्यास।... Hindi · गीत 4 527 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 18 Apr 2018 · 1 min read परशुराम स्तुति *परशुराम स्तुति* जय परशुराम जमदग्नि सुत जय रेणुका सुख वर्धकं। जय दैत्यवन दावानलं जय शत्रु दंभ विमर्दकं। कर परशु चण्ड शरासनं तलवार शर भयंकरं। सिर जूट तन मृगचर्म कर रुद्राक्ष... Hindi · गीत 7 2 2k Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 6 Mar 2018 · 1 min read सदा - ए-दिल ***************************************** *गजल* सदा-ए-दिल इजाजत है सितम कर लो मगर फिर भी दुआ देंगे। तुम्हें तकलीफ गर हो तो ते'री दुनिया भुला देंगे। हमारी हो गयी आदत गमों के संग जीने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 318 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 6 Mar 2018 · 1 min read होली *दोहे* बढ़ा उँगलियाँ रश्मि की, ऊषा मले गुलाल। सतरंगी क्षिति के हुए, मटमैले अब गाल। मदमाता मौसम हुआ, पी वासंती भंग। कुदरत ने अँगडाई ले, किये शिथिल सब अंग। लिये... Hindi · दोहा 4 406 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 19 Feb 2018 · 1 min read मौसमी आवारगी है आपसे मौसमी आवारगी है आपसे। खुशबुओं में सादगी है आपसे। है नजर की जुस्तजू जो एक रू। कुदरतन दीवानगी है आपसे। फूल कलियों चांदनी की नाजुकी। शबनमी अंदाजगी है आपसे। प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 373 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 29 Aug 2017 · 1 min read राधास्तुति *श्री राधास्तुति* श्री राधिके वृषभानुजा घनश्याम चित्त विहारिनी। सुख धाम बरसाने विराजत कीर्ति मंगल दायिनी। गोलोक स्वामिनि नित्य लीलारत रसेश्वर संगिनी। वर भक्ति श्रीपद दायिका कलिकाल कल्मष भंजनी। रजनीश कर... Hindi · कविता 6 2 865 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 1 Aug 2017 · 1 min read बाल गीत* हमारा स्कूल* *स्कूल* स्कूल हमारा मंदिर है, सब आपस में प्यार करें। भाई बहिन यहाँ पर हम सब, सच्चा हम व्यवहार करें। टीचर का सम्मान करें हम, वे भी हमसे प्यार करें।... Hindi · गीत 3 381 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 24 Jul 2017 · 1 min read बेटी के आर्त स्वर *बेटियाँ* मैं भी दुनियाँ देखन चाहूँ ,मुझको भी जिंदा रहने दो। तड़पा दिल ममता को मेरा, मुझको मत तिल-तिल मरने दो।। माँ, भगिनी, पत्नी बनकर, ममता ,प्रेम लुटाऊँगी। 'माँ' बेटे... Hindi · गीत 2 507 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 17 Jul 2017 · 1 min read दर्द चिर सोत रहा *विधा- नवगीत* *दर्द चिर सोता रहा* ------------------------------------------------- चाहतें सहमी हुई हैं आहटों को सुन पुकारे। दर्द चिर सोता रहा अश्रु की चादर लपेटे। छुप गयी संवेदनाएं मुट्ठियों में दिल समेटे।... Hindi · गीत 2 309 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 12 Jul 2017 · 1 min read तुम आओ तो बात बने *गीत* *तुम आओ तो बात बने* ***** मीठा हर आघात बने। तुम आओ तो बात बने। आभासी परिवेशों से। चुरा याद अवशेषों से। मौन हृदय का मध्दम स्वर। बुला रहा... Hindi · गीत 3 4 351 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 9 Jul 2017 · 2 min read नीति के दोहे *दोहे* पचा रहे कल्मष कठिन, कलि के भोजन भट्ट। धर्म चीखता रह गया, अद्भुत यह संघट्ट। खाने को जीता जगत, नहीं धर्म से काम। बना हुआ पशु तुल्य यह, भटक... Hindi · दोहा 2 770 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 May 2017 · 1 min read मानस *कुंडलिनी* मानस के हो बिंब तुम, कहाँ छुपाऊँ प्यार, हृदय रखा है सामने, कर लेना स्वीकार। कर लेना स्वीकार, बने मन मेरा पावस, प्रेमांकुर के पुष्प, करें शुचि सुरभित मानस। Hindi · कविता 2 495 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 May 2017 · 1 min read मानव मानव आँखें खोल ले, मची देश में लूट, सभी ओर विश्वास की , कड़ी रही है टूट। कड़ी रही है टूट, मिटा भारत का गौरव, अपने तक ही व्यस्त, स्वार्थी... Hindi · कविता 2 310 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 May 2017 · 1 min read ममता ममता माँ की क्यों न हो, बोलो आज अधीर, जब खुद के सुत खींच दें, माँ के वक्ष लकीर। माँ के वक्ष लकीर, भुलाकर सारी समता, रंच स्वार्थ में तौल,... Hindi · कविता 2 454 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 7 May 2017 · 1 min read अजनबी सी हवा की लहर हो गयी। *गीतिका* अजनबी -सी हवा की लहर हो गई। कुछ खफा आज शामो-सहर हो गई। एक वो बेखबर है मेरी प्रीत से। और पूरे जहां को खबर हो गई। वो सुनते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 306 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 28 Apr 2017 · 1 min read श्री परशुराम आरती *आरति* आरति परशुराम मुनिवर की। युध्द दक्ष कर फरसा धर की। उग्र नयन दहकत अति ज्वाला। महा तपस्वी देह विशाला। ब्रह्मचर्य के शुचि निर्झर की। आरती परशुराम मुनिवर की।।१।। जमदग्नि... Hindi · गीत 4 2 467 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 1 Feb 2017 · 1 min read *वसंत गीत* ''आ नूतन कर श्रृंगार उषा" *गीत* कर हर्षित अब संसार उषा। आ नूतन कर श्रृंगार उषा। नभ मंडप में विस्तार वदन। तम का कर सहचर साथ दमन। मृदु सुषमा से महका मंजर। आ अंबर से... Hindi · गीत 1 373 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 1 Feb 2017 · 1 min read सरस्वती वंदना *गीतिका* भाव के शुचि पुष्प लेकर माँ खडे मैं द्वार पर। अब कृपा कर दो भवानी पुत्र की मनुहार पर। मोह के तम से घिरा जीवन भटकता ही रहा। इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 318 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 19 Jan 2017 · 1 min read बेटी जो हँस दे तो कुदरत हँसती है। *बेटिया* सामाजिक बगिया में, गुल सम रहती है। बेटी जो हँस दे तो, कुदरत हँसती है। चिंताऐं हर रोज जकड़ लेती मन को। पल में भोली सूरत हर्षा उठती है।... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1k Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 8 Dec 2016 · 1 min read नहीं क्यों आजमाया जो शिकायत है अभी बाकी। . *गजल* नहीं क्यों आजमाया जो शिकायत है अभी बाकी। नजर बदनाम है बेशक शराफत है अभी बाकी। जुबां खामोश बैठी है यकीनन कुछ दबा दिल में। किसी अहसास-ए-दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 343 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 8 Dec 2016 · 1 min read तेरे आगोश ने दिलवर तेरे आगोश ने दिलवर मुझे जीना सिखाया है। मैं बेजां था मैं वीरां था तूने ही जिलाया है। मतीरे -इश्क में तेरे मैं रुसवा था महब मैं था। तूने ही ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 372 Share Page 1 Next