Aman 6.1 Tag: कविता 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Aman 6.1 3 May 2020 · 1 min read 【【{{{{कुछ भी लिखलो}}}}】】 चारों तरफ तो फैला है रंग सियाही का, कुछ भी लिख लो कोई रंग उठा कर. लिखना है तो कोई मुद्दा आपसी नफरत पर लिखलो,कोई आज गया है शहर जलाकर।... Hindi · कविता 7 4 382 Share Aman 6.1 2 May 2020 · 1 min read 【【{{{{पैगाम}}}}】】 ये अनजान रास्ते किधर जा रहे है, लोग आ रहे है जा रहे हैं. थक हार कर बैठ भी गए हम, पर वक़्त के कदम न रुक पा रहे हैं।... Hindi · कविता 5 2 432 Share Aman 6.1 2 May 2020 · 1 min read 【【{{{{ये बेटियां}}}}】】 कोमल फूलों का संसार चाहती हैं, ये बेटियां बस माँ बाप का प्यार चाहती हैं. मिले इनको भी उड़ने को खुला आसमान, तारों के शहर में चमकने का ख्वाब चाहती... Hindi · कविता 4 4 310 Share Aman 6.1 2 May 2020 · 2 min read 【【{{{{पछता पछता कर}}}}】】 गठड़ी बांध के गलतियां कंधों पर उठा उठा कर, तड़प रहे हैं कल के शहजादे अब पछता पछता कर। पहले तो खिलौना समझ खेलते रहे ज़िन्दगी से, अब वक़्त गुजर... Hindi · कविता 3 4 579 Share Aman 6.1 29 Apr 2020 · 1 min read 【【{{मैं और मेरे दर्द}}】】 चल रात को सोने दे हम चाँदनी से बात करते है, उम्र गुजर गई एक साथ के इंताजर में अकेले कहाँ दिन कटते है. उस तन्हाई में बेफिक्र बैठे हैं... Hindi · कविता 4 4 497 Share Aman 6.1 29 Apr 2020 · 2 min read 【【{{तकरार}}】】 चाँदनी की चाँद से तकरार बढ़ गयी, तारों के बीच में दोनों की तलवार अड़ गयी. मुद्दा होगया कसूर बेवफाई का, समझाते समझाते रात की चाल अड़ गयी। किस्सा न... Hindi · कविता 4 2 572 Share Aman 6.1 29 Apr 2020 · 2 min read 【【{{{{तेरे जैसा यार कहाँ मिला}}}}】】 ?((((तेरे जैसा यार कहाँ मिला))))? बा खुदा मुझे कुदरत का एहसान मिला,,सांसों के रूप में ज़िन्दगी जैसा यार मिला. बड़ी लगी ठोकर अपने ही घर में,,करके मोहब्बत भी क़ातिल मेहरबान... Hindi · कविता 4 358 Share Aman 6.1 28 Apr 2020 · 3 min read 【【{{{{कोहिनूर कहानी--बचपन}}}}】】 मेरे दिल की कहानी, मेरी कलम की जुबानी. हर दर्द से लेकर, थोड़ी खुशियों की कहानी. बचपन के दिन अच्छे थे, हस्ते खेलते बच्चे थे, हर लम्हा जिये, छोटी छोटी... Hindi · कविता 4 2 561 Share Aman 6.1 28 Apr 2020 · 1 min read 【【{{{{अज्ञान}}}}】】 खारे पानी में डूबा आसमान, धरती पर फैला अज्ञान. कितने ही धर्म बन गए, कितनी जाती में बंटा इंसान. रीत रिवाज़ का हाल न पूछो, लोभ लालच का छूटा बाण.... Hindi · कविता 5 4 277 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 1 min read 【【{{सियासती मोहब्बत}}】】 हर किरदार से इश्क़ निभाया गया, बस इसी खता मे मेरा दिल बार बार जलाया गया. कोई नही यहाँ जिसको अपना कह सके, सब अपनों के हाथों घर गिराया गया.... Hindi · कविता 3 2 255 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 1 min read 【【{{ऑनलाइन ज़हर}}】】 ऊंचे पेड़ पर लगी थी मोहब्बत पत्थर मार मार के गिराया गया. गिरी जब ज़मी पर तो,लूट लूट के ले जाया गया. है नही कोई अपना एक छोड़ दूजे से... Hindi · कविता 3 2 468 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 1 min read 【{【{सफ़रनामा-दूत प्यार का}】}】 उड़ते उड़ते वो आया, प्यार का संदेशा वो लाया. वो सफेद चाँद सा चमके है, माही की यादें वो लाया। खुले मैदानों को पार कर, नदिया झरने पार कर, उड़ता... Hindi · कविता 3 2 462 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 1 min read 【{【{बार बार}】}】 कहता है दिल बार बार, बतायो हमसे कितना प्यार. चाँद लायोगे क्या तारों संग, बनकर आयोगे क्या राजकुमार। कबसे हैं सूनी आँखें, लगायोगे क्या काजल की धार. सोहना मुखडा उतर... Hindi · कविता 4 458 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 3 min read 【{【{किताबों किस्सों से नही बयां होती}】}】 ((((किताबों किस्सों से नही बयां होती)))) किताबों किस्सों से नही बयां होती न ही बताने से होती है वो सुपर,औरत ही इंसान की जड़ है वही है सबसे ऊपर. मुश्किलों... Hindi · कविता 3 6 415 Share Aman 6.1 27 Apr 2020 · 1 min read ((((आहिस्ता आहिस्ता)))) जिसे भी चाहा वो दो कदम पर रस्ता बदल गया, तारों के रास्ते हो कर चाँद हस्ता निकल गया. हमें न थी कोई रहमतों की ज़रूरत,बस एक मोहब्बत की थी... Hindi · कविता 2 3 346 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((तुकबंदी)))) (((((((तुकबंदी))))))) ज़िन्दगी ने नाजाने कितने कागजों पर आजमाया मुझको. रंग मेरे खून का बना के सांसों ने उलझाया मुझको। एक दर्द भरी ग़ज़ल जैसी थी मेरी खुशियां, दर्द समझ ही... Hindi · कविता 2 351 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((बेचारे अरमान)))) (((((((((बेचारे अरमान))))))))) तेरे इनकार ने मुझे इतना रुला दिया, रो रो कर मैंने सारा समंदर भीगा दिया. कैसी ज़िद थी तेरी जो मुझे क़बूल न कर पाई, तेरे इस वार... Hindi · कविता 3 312 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((विद्धवान--सैंटा जैसा दिल)))) ?(((((((((((विद्धवान))))))))))? सैंटा जैसा दिल कहाँ से लाऊं इंसान हूं,, नफरत में सेक रहा हुं सर्दी,,चार दिन का मेहमान हूं. कूडेदान सी सोच है मेरी चाहे कितना भी धनवान हूं,, उठा... Hindi · कविता 2 3 581 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((दाम)))) ((((((दाम)))))) ज़िन्दगी का मौत ने दाम लगा दिया, अच्छे अच्छों का रुतबा मिट्टी में मिला दिया. तड़प उठा हर इंसान एक आफत से, खौफ का असली चेहरा आज कुदरत ने... Hindi · कविता 2 2 337 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((उग्र भीड़)))) ((((उग्र भीड़)))) ये उग्र होती भीड़,कुछ न करे विचार. करे मनमानी जब,सब सरकारी तंत्र बेकार। सच झुठ जाने बिना,करती हाहाकार. हाथ पर हाथ धरे बैठे सब,जैसे कोहड़ी लाचार। जान माल... Hindi · कविता 3 4 217 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((पहली कसम)))) ((((पहली कसम)))) पहले प्यार की पहली कसम में बर्बाद हुए, हम वो शायर हैं जो दिल टूट के आबाद हुए. लिखते रहे गम के राज ज़िन्दगी भर, हम वो हैं... Hindi · कविता 3 2 437 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((अभी-अभी)))) ((((अभी-अभी)))) छोडो इंतज़ार क्या करना, कौनसा रूठ के गया है. अरे वो तो बेवफा आशिक़ था, सब लूट के गया है। अब क्या वो वक़्त को पकड़ें, जो कभी छूट... Hindi · कविता 3 2 274 Share Aman 6.1 26 Apr 2020 · 1 min read ((((सफर)))) ((((सफर)))) मेरा ज़िन्दगी का सफर भी क्या सफर रहा, कोई अपना हाथ में मरा कोई दूर मरा. मेरी मोहब्बत भी नाकाम ही थी, कभी धोखा दिल पे मरा कभी दिल... Hindi · कविता 3 3 492 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((काला बादल)))) ((((काला बादल)))) सब बिखरा सुनसान पड़ा है, अकड़ में खोया हर इंसान खड़ा है. दुनिया बन गयी कुआँ अंधकार का, उजाले का दीया लिए शैतान खड़ा है। हिल गयी दुनिया... Hindi · कविता 2 249 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((जलाल)))) ((((((((जलाल)))))))) हज़ार ठोकरें लगी हैं ज़िन्दगी में, पर मेरा कोई ज़िन्दगी से सवाल नही. वक़्त ने तो बहुत दिए थे मौके, पर मेरा कोई किस्मत से मलाल नही। बेफिक्र तो... Hindi · कविता 4 297 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((मुफ़लिसी)))) बहुत से हुनरमंदों की कहानियां किताबों में दब गई, बहुत से जरूरतमंदों की जवानियाँ हिसाबों में दब गई। करते रह गए गीले शिकवे वक़्त की दीवारों से, कितने आशिक़ों की... Hindi · कविता 3 267 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((तस्वीर)))) किनारे बैठा तक़दीर पढ़ रहा हूँ, पानी में डूबी खुद की तस्वीर पढ़ रहा हूँ. लहरों ने कहाँ कहाँ से तोड़ी, वो जंग-ए-मैदान की शमशीर पढ़ रहा हूँ। बेबस लाचार... Hindi · कविता 2 2 494 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((मेघ-जाल)))) ये कैसा मेघ-जाल डाला है दर्द ने दिल पर, आँसू बह बह कर दरिया उफान पर है. ये कैसा हवा-जाल हैं गमगीन हवायों का, मोहब्बत की कश्ती तूफान पर है।... Hindi · कविता 2 438 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((हम शायर हैं)))) हर दिन हर बात पे लिखेंगे, हम शायर है हर रात पे लिखेंगे. कोई दर्द हो खुशी हो या कितने ही गम सही, हम रोयेंगे,हसेंगे,हर एहसास पे लिखेंगे। कुछ अधूरे... Hindi · कविता 3 2 363 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((खता-ए-मोहब्बत)))) खता-ए-मोहब्बत थी हज़ारों इल्जाम लग गए, हमने सनम को जी भर के देखा ही था लाखों इनाम लग गए. उन्होंने हम को घूर के क्या देखा सारे अरमान लग गये,... Hindi · कविता 2 2 488 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((तख़्ती)))) सोये है आज भी पर आँखे बंद नही कर पाये, खत्म हो चली ज़िन्दगी खुद को तलाश कर नही पाये. गुमशुदा हो चला खुद का नसीब,हौंसले बहुत थे मंज़िल फतेह... Hindi · कविता 2 5 380 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((कुछ न कुछ)))) चलो आज फिर कुछ लिखते हैं, कुछ अंधेरों में कुछ उजालों में बिकते हैं. गम का आशियाना तो ज़िन्दगी रहेगी ही, थोड़ा खुशियों में थोड़ा ख़यालों में रुकते हैं. बेवजह... Hindi · कविता 2 392 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((हक़ीक़त)))) चाहतों के सिले युही नही मिलते, ज़रा ज़मीं पे आसमां को उठा के तो देखो. हर कोई चाहता है बाहों में खेलना, ज़रा जुदाई में किसी पत्थर से टकरा कर... Hindi · कविता 2 278 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((पर्दे)))) खामोशियां ज़िंदगी की खामोश ही रहने दो, उठे पर्दे परेशान करेंगे. किसने क्या किया मुँह बंद ही रखो, लोग बेईमान कहेंगे। ये ताने करते हैं बहुत परेशान, राज गहरे राज... Hindi · कविता 2 451 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((दिल ही दिल)))) दिल ही दिल कुछ कहती जा रही हो, तुम मेरे पल पल में रहती जा रही हो. देखी है जबसे एक नज़र तेरी आँखे, चाँद सी तुम रात में बहती... Hindi · कविता 3 207 Share Aman 6.1 25 Apr 2020 · 1 min read ((((आवाज़)))) क्या कहें आवाज़ नही सुन रही, एक मोहब्बत गूंजती थी कभी आज नही सुन रही. सब खामोश है ज़माने का चेहरा, उम्मीदों की कोई प्रभात नही सुन रही। कुछ तो... Hindi · कविता 3 466 Share Previous Page 2