Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2020 · 1 min read

【{【{बार बार}】}】

कहता है दिल बार बार,
बतायो हमसे कितना प्यार.
चाँद लायोगे क्या तारों संग,
बनकर आयोगे क्या राजकुमार।

कबसे हैं सूनी आँखें,
लगायोगे क्या काजल की धार.
सोहना मुखडा उतर चुका है,
कर जायोगे क्या सोलह शिंगार।

इंतजार में बैठी राहें,
तेरे ही कदमों को चाहे,
खुली हवा में बंद करलूं,
इंतजार में खोली बाहें.

पवन की तूं चाल न समझे,
मेरी जुल्फों से कैसे उलझे.
चूम रहे गालों को केशु,
मसला न ये मुझसे सुलझे।

हाथों के कंगन लेकर आयो,
सर पर चुनरी देकर जाओ.
कान की बाली सोने की हो,
उँगली में अँगूठी खुद पहनाओ।

नाक की नथनी चमक रही,
तेरी आरज़ू भड़क रही.
चूड़ी से चूड़ी टकराई,
पैरों की पायल खनक रही।

रातों के ख्वाब जगा रहे,
तेरे संग गीत गा रहे,
मीठे एहसास ला रहे,
एक प्यार की तान बजा रहे.

कहता है दिल बार बार,
बताओ हमसे कितना प्यार,
बताओ हमसे कितना प्यार।

Language: Hindi
4 Likes · 415 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नाम परिवर्तन
नाम परिवर्तन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
Shweta Soni
चील .....
चील .....
sushil sarna
अजन्मी बेटी का प्रश्न!
अजन्मी बेटी का प्रश्न!
Anamika Singh
शमा से...!!!
शमा से...!!!
Kanchan Khanna
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
Ravi Prakash
विषय--विजयी विश्व तिरंगा
विषय--विजयी विश्व तिरंगा
रेखा कापसे
"लिखना कुछ जोखिम का काम भी है और सिर्फ ईमानदारी अपने आप में
Dr MusafiR BaithA
#स्मृति_शेष (संस्मरण)
#स्मृति_शेष (संस्मरण)
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी गुज़र जाती हैं
जिंदगी गुज़र जाती हैं
Neeraj Agarwal
निर्वात का साथी🙏
निर्वात का साथी🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
करता नहीं यह शौक तो,बर्बाद मैं नहीं होता
करता नहीं यह शौक तो,बर्बाद मैं नहीं होता
gurudeenverma198
मौन संवाद
मौन संवाद
Ramswaroop Dinkar
ज़रूरी तो नहीं
ज़रूरी तो नहीं
Surinder blackpen
ले चल मुझे भुलावा देकर
ले चल मुझे भुलावा देकर
Dr Tabassum Jahan
बुद्धिमान हर बात पर,
बुद्धिमान हर बात पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पागलपन
पागलपन
भरत कुमार सोलंकी
तेरा फिक्र
तेरा फिक्र
Basant Bhagawan Roy
SADGURU IS TRUE GUIDE…
SADGURU IS TRUE GUIDE…
Awadhesh Kumar Singh
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
कल हमारे साथ जो थे
कल हमारे साथ जो थे
ruby kumari
"ए एड़ी न होती"
Dr. Kishan tandon kranti
दलित के भगवान
दलित के भगवान
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बिल्ली की लक्ष्मण रेखा
बिल्ली की लक्ष्मण रेखा
Paras Nath Jha
डिजिटलीकरण
डिजिटलीकरण
Seema gupta,Alwar
तुम
तुम
हिमांशु Kulshrestha
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
Srishty Bansal
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
Ram Krishan Rastogi
किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं
किसी एक के पीछे भागना यूं मुनासिब नहीं
Dushyant Kumar Patel
Loading...