Ajit Kumar "Karn" 334 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 1 min read ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच ! ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच ! """"""""""""""""""""""""""""""" बैठा था इक दिन शांत में.... खोया हुआ था अरमान में.... इसमें इतना डूब चुका था.... जो ले गया मुझे आसमान में !!... Hindi · कविता 12 5 641 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 2 min read हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! जाता था दोस्तों संग उसमें नहाने ! सप्ताह में एक दिन रुख करता था ,... Hindi · कविता 12 7 903 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read माॅं तू जो होती ! माॅं तू जो होती ! =========== माॅं तू जो होती ! तो बात ही कुछ और होती ! तुझसे बातें भी होती ! ऑंसू भी मेरे तू पोंछ लेती !!... Hindi · कविता 11 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read नया ज़माना आ गया ! नया ज़माना आ गया ! """"""""""""""'"""""""""" नया ज़माना आ गया ! मौसम सुहाना आ गया ! बाहर निकलके देखा तो.... होश ही ठिकाना आ गया !! आपस की ही लड़ाई... Hindi · कविता 11 4 748 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jul 2021 · 1 min read कमी व अति दोनों ही घातक है ! कमी व अति दोनों ही घातक है ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हमें कुछ करना होगा ! अब कुछ करना होगा ! गर कुछ कमी है मुझमें... तो दूर इसे करना होगा... Hindi · कविता 11 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम ) ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम ) """"""""""""""""""""""""""""""" असर ये बारिश का मेरा दिल ही मचल जाए । धरती की हरियाली देख मन ही बहल जाए ।। घनघोर सी काली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 4 857 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read आहिस्ता-आहिस्ता.... आहिस्ता-आहिस्ता.... """"""""""""""""""""""""" आहिस्ता,आहिस्ता ही सही , गतिशील रहें नव चेतन से ! बनालें जीवन की राह अपनी , प्रगतिशील रहें अन्वेषण से !! जीवन में सदा आगे बढ़ते रहने में... Hindi · कविता 10 844 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 2 min read आश्चर्य तो तब होता है जब.... आश्चर्य तो तब होता है जब.... """"""""""""""""""""""""""""""""" आश्चर्य तो तब होता है जब.... लोग किसी अदने को पलकों पे बिठा लेते ! पर किसी ख़ास को ही नज़रों से गिरा... Hindi · कविता 10 4 685 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Jun 2021 · 2 min read शर्तों पे आधारित प्यार.... शर्तों पे आधारित प्यार.... """""""""""""""""""""""""""" प्यार के देखे हमने रंग हज़ार ! ना कभी देखा शर्तों पे आधारित प्यार ! ईश्वर ना बनाएं कभी ऐसे ऐसे यार ! जो थोपे... Hindi · कविता 10 7 795 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read मन का "महल" मन का "महल" *********** मन में अपनी महल एक ऐसी तैयार करें.... जो इतनी ऊंची हों , ऊंची-ऊंची उड़ानें भरकर ही उस ऊंचाइयों तक पहुॅंचा जा सके !! फिर खूबसूरत... Hindi · कविता 10 2 889 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं..... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कितने लाचार होते हैं वो झेलके कितनी उलझन और दुष्वारियाॅं सपने साकार करते हैं वो । कैसे बताऊं पिता... Hindi · कविता 10 4 961 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jun 2021 · 2 min read विषय कुछ ख़ास हो ! विषय कुछ ख़ास हो ! ***************** गर कोई नई कविता लिखें भाव पर ध्यान संकेंद्रित रखें उसी भाव के इर्द-गिर्द ही रहें सिर्फ़ शब्दों का जमावड़ा न करें। शब्दों की... Hindi · कविता 10 8 843 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read फ़र्क कथनी और करनी में फ़र्क कथनी और करनी में बहुत बड़ा फ़र्क होता सबकी कथनी और करनी में ठीक उसी तरह जितना अंबर और अवनि में गर हमें आस्था है इतनी अपनी सभ्यता, संस्कृति... Hindi · कविता 10 705 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 1 min read भला कौन है खुश ? भला कौन है खुश ? ????? उसे भी है दु:ख , मुझे भी है दु:ख , उभय पक्ष है दुखी , भला कौन है खुश ?? दो पक्षों के बीच... Hindi · कविता 10 6 791 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read ख़्वाबों को सच करके है दिखलाना ! ख़्वाबों को सच करके है दिखलाना ! ___________________________ आपकी नेक सलाह सर ऑंखों पर ! गौर कर लिया है मैंने उन हर बातों पर ! बस ध्यान दूंगा मैं अब... Hindi · कविता 9 2 566 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read " विवाह " " विवाह " _______ विवाह है सामाजिक प्रक्रिया व धार्मिक संस्कार ! जहाॅं सुयोग्य वर थामते एक कन्या का हाथ ! स्थापित करता अधिकारों और दायित्वों को यह ! होता... Hindi · कविता 9 2 651 Share Ajit Kumar "Karn" 4 Jun 2021 · 1 min read जान साॅंसत में है ! जान साॅंसत में है ! जान साॅंसत में है ! पाॅंव दलदल में है ! दुर्दिन का कोलाहल है ! मचा हलचल भी है !! पिछले कुछ महीनों से ,... Hindi · कविता 9 685 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jun 2021 · 1 min read क्या मुझे भूल जाएगी वो? क्या मुझे भूल जाएगी वो? बिछुड़ गये दोस्त बदल गई दुनियाॅं ना चाहकर भी... सिमट गई दुनियाॅं ! बिछुड़ गये दोस्त !! थी बड़ी भोली-भाली अंदाज़ की मतवाली ना मैं... Hindi · कविता 9 2 818 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 1 min read वो कौन थी...? वो कौन थी...? """""""""""""""" वो कौन थी...? आई और चली गई ! दिल को मेरे... ठेस पहुॅंचा गई ! अचानक ही जज़्बातों से मेरे टकड़ा गई ! वो कौन थी...?... Hindi · कविता 9 2 579 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक" ( जो तुम ज़ुदा न होते ) "मुक्तक" ( जो तुम ज़ुदा न होते ) """""""""""""""""""""""""""""""""" जो तुम ज़ुदा न होते तो हम फिदा न होते, वैसे सच तो यह है कि हम बेवफा होते । बड़ी... Hindi · मुक्तक 9 284 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Jun 2021 · 1 min read जगी आशा की किरण.... जगी आशा की किरण.... """"""""""""""""""""""""""""" जगी आशा की किरण , आगे बरक़रार रहेंगी ! निराशा जो छाई थी , अब दरकिनार रहेंगी !! सपने जो अधूरे हैं... अवश्य पूरे होंगे... Hindi · कविता 9 2 759 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... ) ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... ) """""""""""""""""""""""""""""""""""" किसने सोचा था कि देश का ऐसा बुरा हाल होगा। कोरोना से हर ज़िंदगी यहाॅं इतना बदहाल होगा ।। यहाॅं से वापस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 1k Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 2 min read ग़रीबी एक अभिशाप है ! ग़रीबी एक अभिशाप है ! """""""""""""""""""""""""""" ग़रीबी एक अभिशाप है ! ग़रीबी एक संताप है ! ग़रीबों का जीवन बड़ा ही दु:खमय ! इसका हमें आभास है !! ग़रीबी की... Hindi · कविता 9 2 664 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Jun 2021 · 1 min read ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""" ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही ! हर किसी को लगता है कि वो ही सही! सामने वाले की कोई सुनता ही नहीं !... Hindi · कविता 9 613 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बच्चों का भविष्य अधर में ! बच्चों का भविष्य अधर में ! """"""""""""""""""""""""""""""" इस कोरोना महामारी ने , कितना उत्पात मचाया है ! बच्चों का सुनहरा भविष्य ही , बहुत ही अधर में डाला है !!... Hindi · कविता 9 4 943 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 2 min read पिता की यादें.... पिता की यादें.... ⭐⭐⭐⭐⭐ जब जब आती मुझे पिता की याद ! बस घूट के रह जाता हूॅं मैं चुपचाप ! चाह के भी तो कुछ कर नहीं सकता !... Hindi · कविता 9 6 915 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- योग, प्राणायाम.... "मुक्तक"- योग, प्राणायाम.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ योग , प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। व्यर्थ चिंतन, दवाब तो मानसिक रूप से जहर है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता, स्वास्थ्य... Hindi · मुक्तक 9 570 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"- नमन इस अवनि को ! "मुक्तक"- नमन इस अवनि को ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज ये धरती क्यों इतनी रो रही । प्राकृतिक धरोहरें भी हैं खो रही । अब से सचेत हो ही जाऍं हम सब... Hindi · मुक्तक 9 489 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jun 2021 · 1 min read हमसे ना होगा ! हमसे ना होगा ! ************* इस तरह सहन करना हमसे ना होगा । अनैतिकता का वहन करना हमसे ना होगा ।। दर-दर भटकना हमसे ना होगा । पर जमके ज़हर... Hindi · कविता 9 2 559 Share Ajit Kumar "Karn" 26 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- एक ऐसा वक्त तो आएगा ! "मुक्तक"-- एक ऐसा वक्त तो आएगा ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ एक ऐसा वक्त तो आएगा । वक्त का उत्तर वक्त दे जाएगा । मुझे उसी दिन का इंतज़ार है , वक्त का... Hindi · मुक्तक 9 469 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jul 2021 · 2 min read अब मुझे जाने दो ! अब मुझे जाने दो ! ×××××××××××× समझ गया मैं.... मेरी कितनी जरूरत है तुझे ! अगर मैं ना रहूॅं इस दुनिया में , तो भी अच्छे से जीवन जी लेगी... Hindi · कविता 9 2 960 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jul 2021 · 1 min read सत्य का साथ कभी ना छोड़ें ! सत्य का साथ कभी ना छोड़ें ! •••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ना जाने दुनिया में कैसे - कैसे लोग हैं ! छोटी - छोटी बातों पर अकुला जाते हैं ! न आगे... Hindi · कविता 9 2 761 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Aug 2021 · 1 min read काश, हमारी ये उम्र ना झलकती.... काश, हमारी ये उम्र ना झलकती.... ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ काश ये उम्र ना झलकती ! दुनिया मेरी ओर ही तकती ! एक सुहानी शाम तो बनती ! ढ़ेर सारे अरमान तो... Hindi · कविता 9 4 734 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Aug 2021 · 1 min read "लेखनी की चमक" "लेखनी की चमक" ••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कहीं से कुछ याद मुझे आ जाए जो मेरी लेखनी में सजती जाए भले किसी से ऑंखें चार हो जाए जो मेरे दिल में ही... Hindi · कविता 9 4 896 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Aug 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( आजादी का जश्न चहुॅंओर.... ) "मुक्तक"- ( आजादी का जश्न चहुॅंओर.... ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ???????????????????????? आजादी का जश्न चहुॅंओर मनाया जा रहा ! खुशियों की बौछार सबपे लुटाया जा रहा ! करता हूॅं उन वीर-शहीदों को... Hindi · मुक्तक 9 891 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Sep 2021 · 1 min read बड़ी मुश्किल में है ये डगर ! बड़ी मुश्किल में है ये डगर ! ••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इस जीवन का डगर मुश्किल है इस कदर डरना नहीं है मगर बस, चलते जाना है शहर - दर - शहर... Hindi · कविता 9 4 764 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Sep 2021 · 1 min read फेसबुक पर मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! फेसबुक पर मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ फेसबुक पर , मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! मन में उठ रहा हर संशय अब ख़त्म हुआ ! जैसा... Hindi · कविता 9 8 781 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Sep 2021 · 2 min read आपस में मिल-जुलकर रहें ! आपस में मिल-जुलकर रहें ! ################ आपस में सदा मिल-जुलकर रहें ! एवं एक दूसरे की भावनाऍं समझें ! हमारा ये जीवन बहुत ही कीमती है ! हरेक कठिनाइयों का... Hindi · कविता 9 4 783 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Nov 2021 · 2 min read कल पे ना छोड़ें.... कल पे ना छोड़ें.... ?????? कल पे कुछ भी ना छोड़ें.... हर काम आज ही कर डालें ! आपको तो ये पता ही होगा.... कि वैसा कल नहीं कभी आता... Hindi · कविता 9 6 578 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Nov 2021 · 1 min read "ग़ज़ल" : ( खूब बदलते देखा है ) "ग़ज़ल" : ( खूब बदलते देखा है ) ????????? हमने मौसम का मिज़ाज "खूब बदलते देखा है"। ओहदा किसी का बढ़ जाए, तेवर चढ़ते देखा है।। हर दिन जो औरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 5 554 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Apr 2022 · 1 min read ।। मतलब ।। 🌹मतलब🌹 ×××××××××× ये दुनिया है मतलबी पर कर्तव्य अपने करते चलें। सतत सन्मार्ग पे चलकर दुष्वारियों से लड़ते चलें। लोभ, पाप का नाश होगा, सत्य की ही जीत होगी, करें... Hindi · कोटेशन 9 2 249 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Jun 2022 · 1 min read "पिता" "पिता" !!!!!!!!!! किस परिस्थिति में एक "पिता" संभालते हैं घर-परिवार अपना ! एक पिता ही इसे समझ सकते , दु:ख-दर्द सहते वे रोज़ कितना!! दिन-रात मेहनत वे करते रहते ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 8 425 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Jul 2022 · 2 min read "कुछ तुम बदलो कुछ हम बदलें" 🌹कुछ तुम बदलो कुछ हम बदलें🌹 ======================= ना तुम आती अपनी आदतों से बाज, अनसुनी करते हम भी तेरी फ़रियाद , सच है, सच्चाई को छूती तेरी हर बात, पर... Hindi · कविता 9 2 858 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 2 min read "बड़ाई" "बड़ाई" _______ कुछ लोग खुद की बड़ाई करते नहीं थकते ! पर वे महानुभाव कभी ये नहीं समझ सकते ! कि इससे उनका छिछोरापन ही झलकता है ! उनके अंदर... Hindi · कविता 8 4 892 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read बाॅंट लेंगे ख़ुशियाॅं ! बाॅंट लेंगे ख़ुशियाॅं ! ______________ कोई मेरी राह रोके है खड़ा ! मुझे है जाना पर्वत के उस पार !! पर्वत के पार मंज़िल है दिख रही ! जिसका मुझे... Hindi · कविता 8 653 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read " धैर्य " " धैर्य " ______ जो कोई इंसान कहीं करते हों जैसा भी काम ! पूर्ण त्याग और समर्पण से ही करें वो काम ! कर्त्तव्य-पथ पर ना रहे कहीं और... Hindi · कविता 8 2 963 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Jun 2021 · 2 min read अनुशासन अनुशासन बहुत ही महत्व है कहीं पर अनुशासन का ! बिन इसके कोई मोल नहीं इस जीवन का ! बचपन से ही सदा सीख यही लेता आया हूॅं ! बड़ो... Hindi · कविता 8 2 803 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Jun 2021 · 1 min read मैं टूट चुका हूॅं ! मैं टूट चुका हूॅं ! हर तरफ हो रहे अत्याचार देखकर अभद्र से व्यवहार चारों दिशाओं के बॅंटाधार मैं टूट चुका हूॅं, मैं टूट चुका हूॅं ! देख - देखकर... Hindi · कविता 8 2 600 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jun 2021 · 1 min read कहाॅं चली गई छोड़ कर तू ! कहाॅं चली गई छोड़ कर तू ! कहाॅं चली गई छोड़ कर तू , क्यों गई मुझ पर बिफर तू , कुछ तो होती लगाई अकल तू, ना करती मुझे... Hindi · कविता 8 988 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 2 min read अपने ख़्वाबों को सजा लें ! अपने ख़्वाबों को सजा लें ! उड़ चलें.... आसमाॅं में उड़ चलें ! सजा लें.... अपने ख़्वाबों को सजा लें ! क्या पता.... वक्त कहीं ना निकल जाए ! हम... Hindi · कविता 8 6 700 Share Page 1 Next