संजय सिंह Tag: ग़ज़ल/गीतिका 60 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II जेब मे पैसे II अगर जेब मे पैसे न हो कौन मिठाई दे देगा l छांछ की जब लूट मची हो कौन मलाई दे देगा ll बाप ही जब बाप रहा न भाई से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 305 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II ये जरूरी नहीं II मानो तो ये दुनिया है,मानो ये जरूरी नहीं l जीवन में कई रस्मे,जानो ये जरूरी नहीं ll मकसद से ही बढ़ता है,हर एक कदम उसका l जो होता वो होने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 252 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II छलावा II हार जीत और धन दौलत,सब यार छलावा है l क्या मतलब,जब,सब का एक दिन, वहीं बुलावा है ll चिकनी चुपड़ी सुंदर सूरत, निशदिन ढलती है l रोज ही देखे,पकड़ न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 450 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II दुनिया के मेले II बांध के बंधन घूम रहा तू, इस दुनिया के मेले में l तोड़ के बंधन बैठ के ढूंढो, उसको निपट अकेले में ll बंद आंखों से दिख जाएगा,भीतर में ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 297 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II टूटा सपना II जब कोई सपना टूटा होगा l कहीं किसी ने लूटा होगा ll मुंह फेरे बैठा मेरे सामने l अपना ही कोई रूठा होगा ll सारे ही हम हुए गरीब l... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 374 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II जनता बेचारी II जाएं भी तो जाएं कहां अब,मरना खटना लाचारी है l समझ रहे सरकारी रुतबा, पर शोषण भी सरकारी है ll यहां दरिंदे शासन करते,और हाथ जोड़ते ऊपर से l किसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 430 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II अपनी पहचान II जब से अपने से अपनी पहचान हो गई l सारी दुनिया ही गीता कुरान हो गई ll ना कोई नखरा ना कोई अदब का गुमान l खुली खिड़की तो रोशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 439 Share संजय सिंह 5 Mar 2020 · 1 min read II इंसान II सब कुछ कितना आसान हो गया l कल का जंगल मैदान हो गया ll टीवी मोबाइल सारे साथ में l नजरों पे चश्मा शान हो गया ll सर्दी या गर्मी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 456 Share संजय सिंह 4 Sep 2018 · 1 min read Il कैसी-कैसी सुनता हूं Il मत पूछो मैं निस दिन किसकी कैसी-कैसी सुनता हूं l सब सपनों में मस्त सो रहे जगकर सपने बुनता हूं ll क्या आएगी कभी धूप मेरे भी छोटे आंगन तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 481 Share संजय सिंह 30 Jan 2018 · 1 min read आंखों से दूर जाना आंखों से दूर जाना सपनों में आना हो गया l अपनी ही तस्वीर में चेहरा पुराना हो गया ll उस पुराने पेड़ के नीचे कभी मिलते जहां l अब तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 377 Share संजय सिंह 8 Jul 2017 · 1 min read II... गई जब रात सारी....II जो वादा था किया तुमने वो पूरा क्यों नहीं होता l गई जब रात सारी तो सवेरा क्यों नहीं होता ll हमें आती नहीं कोई इबारत खौफ पैदा हो l... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 533 Share संजय सिंह 23 Mar 2017 · 1 min read II...आजकल बदला ये मौसम...II सोच कर ही वोट दो, या नोट को खर्चा करो l कान से सुन मन गुनो, फिर जा कहीं चर्चा करो ll हैं फजाओ में अजब कुछ, हलचले खामोश सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share संजय सिंह 18 Mar 2017 · 1 min read II नसीबा हि दुश्मन.....II नसीबा हि दुश्मन हमारा हुआ है l जहां डूबी कश्ती किनारा हुआ है ll मेरी मुफलिसी छोड़ जाती नहीं हैl मेरा घर हि उसका ठिकाना हुआ है ll दिया उसने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 322 Share संजय सिंह 5 Mar 2017 · 1 min read II...मिट्टी की खुशबू...II किताबें धर्मों की जो भी वो नफरत दे नहीं सकती l वतन की मिट्टी की खुशबू खिलाफत दे नहीं सकती ll कभी हंसना कभी रोना कभी मिलना बिछड़ना है l... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 640 Share संजय सिंह 2 Mar 2017 · 1 min read II तेरी याद भी.....II तेरी याद भी न बहलाए मुझे अब l तेरे बिन दुनिया न भाए मुझे अब ll रुलाने को दुनिया ही जब मुकम्मलl तेरी याद फिर क्यों सताए मुझे अबll जमाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 519 Share संजय सिंह 1 Mar 2017 · 1 min read II ए रातें सुला दूं....II ए रातें सुला दूं सितारे बुझा दूं l मैं धीरे से उल्फत कि शम्मा जला दूंll बनाएंगे मिलकर नया ही जहां हम l जो है दूरियां आज सारी मिटा दूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share संजय सिंह 27 Feb 2017 · 1 min read II...हदों को पार करना भी....II जरुरी है मोहब्बत में हदों को पार करना भीl अकीदत में झुका हो सिर जरूरत वार करना भी ll कई टूटे कई बिखरे कई आबाद भी लेकिन l सभी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 545 Share संजय सिंह 26 Feb 2017 · 1 min read II....जो गाते रहे हैं....II गमों को छुपा के जो गाते रहे हैंl अकेले में आंसू बहाते रहे हैं ll ए लैला ए मजनू किताबी जो बातें l अनाडी जगत में निभाते रहे हैं ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 338 Share संजय सिंह 26 Feb 2017 · 1 min read II कुछ आरजू ज्यादा न थी...II कुछ आरजू ज्यादा न थी ए जिंदगी तुझसे मेरी l फिर भी शिकायत कुछ नहीं ए जिंदगी तुझसे मेरी ll कुछ भी मिला ना कुछ बचा ना भीड़ में चलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 337 Share संजय सिंह 25 Feb 2017 · 1 min read II राह में था काफिला....II राह में था काफिला भी खो गया l मंजिलों का आसरा भी खो गया ll वह न आए याद क्यों जाती नहीं l अक्स खोया आईना भी खो गया ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 476 Share संजय सिंह 25 Feb 2017 · 1 min read II..आशिकी के सामने...II कब चला है बस किसी का आशिकी के सामने l दो जहां की क्या खुशी तेरी हंसी के सामने ll आजकल मदहोश है हम बे सबब ही रात भरl नींद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 580 Share संजय सिंह 24 Feb 2017 · 1 min read II आईने को सामने रखना जरूरी है II क्या लिखूं कैसे लिखूं लिखना जरूरी हैl आईने को सामने रखना जरूरी है ll राह खुद ब खुद मंजिल बन जाएगी l एक बार तेरा प्यार में पडना जरुरी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 431 Share संजय सिंह 21 Feb 2017 · 1 min read II दिमागों में गुरूर देखा है..... II दिमागों में गुरूर देखा है l सलीके में शुरूर देखा है ll भरी दौलत से जेबे हैं जिनकी l उधारी में हुजूर देखा है ll देखी कारों में भी बुझी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 563 Share संजय सिंह 19 Feb 2017 · 1 min read II मां II मां को समर्पित---- डांटती है कभी मनाती है l तल्ख बातों में प्यार शामिल हैll आज सबकुछ मेरा दिया तुझको l कौन कहता करार शामिल है ll मां ने तुमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 419 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II लपेटकर II जो नोट तुम रखे हो बिरादर लपेटकर l हम भी रखे हैं हाथ में नश्तर लपेटकरll ना भीख में मिलेगी ए दुनिया कभी तुझे l हाथों में तुम भी रख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share संजय सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read II मोहब्बत का जरा खुलकर......II मोहब्बत का जरा खुलकर सनम इजहार करने दो l कयामत से कयामत तक मुझे तुम प्यार करने दो ll चले आओ मेरी जानिब के हो ए फासले कुछ कम l... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 609 Share संजय सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read II तेरे बिन दुनिया ......II तेरी याद भी न बहलाए मुझे अब l तेरे बिन दुनिया न भाए मुझे अब ll रुलाने को दुनिया ही जब मुकम्मलl तेरी याद फिर क्यों सताए मुझे अबll जमाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share संजय सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read II बिन कहे सब कहा......II बिन कहे सब कहा, फिर क्या रह गया l आते आते मेरा नाम, सा रह गया ll रुक गए थे कदम ,और लव भी हिले l वो ना आगे बढ़े,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 352 Share संजय सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read II अभी तुमने.....II अभी तुमने यहां देखी कहां अच्छाइयां मेरी l मुझे चलने नहीं देती यहां परछाइयां मेरी ll न हो मुश्किल कहीं जाना, रहो भी दूर कुछ इतना l अभी तुमने कहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 343 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II करिश्मा तेरा अजब...II करिश्मा तेरा ,अजब कमाल होता हैl कैसे क्यों हर घर, मलाल होता है ll होते नहीं कहीं, शाम निवाले भी l हर शाम ही कहीं, धमाल होता है ll जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II रोशनी के लिए II जलाओ दिए,दीवाली ,दुनिया के लिए l जिंदगी जल रही ,रोशनी के लिएll तेल बाती जली ,तो उजाला हुआ l मिलकर मिटे, रोशनी के लिए ll दीप है तु ,अगर मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II....तुम्हारे बाद ये मौसम...II न जाने दूंगा अभी तुमको बारिशो में मैं l तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा ll नहीं उसे कभी होता गुमान अपने पर l उठा यहां जो जमीन से कहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II क्या अब चाहिए II मुझसे उसने हि पूछा क्या कुछ चाहिए l छूटे साथ तेरा ऐसा---नहीं अब चाहिएll छोटी मोटी मेरी -----कोई ख्वाहिश नहीं l अब मुझे अपने में ---तेरा असर चाहिए ll बिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II.....मैं तेरा फिर भी.....II कैसे कह दूं कि चाहता है मुझे l एक मुद्दत से जानता है मुझे ll बात बन जाएगी मनाने से l आदमी ठीक मानता है मुझे ll आते जाते छुपाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II....बिन तेरे....II हम भी अपनी सी कहेंगे देखना l लोग अपनी भी सुनेंगे देखना ll दीप बाती और गुल खुशबू बिना l बिन तेरे हम ना रहेंगे देखना ll हार जाएगा तिमिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II दीप उम्मीद का II मुश्किलें भी मिली चैन जाता रहा l ठोकरों से सदा जख्म पाता रहा ll चांद आता रहा और जाता रहा l दीप उम्मीद का जगमगाता रहा ll कितनी रातें कटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 486 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II दिल के काबिल II दिल के काबिल नहीं पर बिठाया उसे l बुलंदियों से भी ऊपर उठाया उसे ll मुझसे ही पूछता है वो पहचान अब l नींव का एक पत्थर दिखाया उसे ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II इंसान की फितरत II इंसान होकर भी बेजुबा हो गए सभी l खामोशियों से बोलना आदत बनी रही ll ऐसा नहीं कि हम को कोई मलाल है l मिटती नहीं मिटाने से हसरत बनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 812 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II नेता II नेता बिल से निकल जनता से मिलने l झुकाकर शीश जोड़े हाथ अपने ll चुनावो का ए मौसम जान जाओ l होते फिर पूरे अब जनता के सपने ll सपोले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 492 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read समझ बैठा था बुत लेकिन.... झुकी थी जो अभी तक, वह निगाहें खेलती सी है l समझ बैठा था बुत लेकिन ,जुबा भी बोलती सी है ll खड़ी ऊंची हवेली जो, बहुत कुछ कह रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 490 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II जमाने का मेला II एक मेला लगा लोग आने लगे l माल जो बिक गया लोग जाने लगे ll एक बहाना बनाना बड़ा काम था l हाल अपना बताने जमाने लगे ll वो ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 348 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II आज का गांव II आज इंसान खुद से हि अनजान क्यों l रोज मिलते न होती दुआ बात क्यों ll रह गया गांव का कोई मतलब नहीं l बैठकों में वो रौनक न अभिमान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 536 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II जिंदगी आंसुओं का ए सैलाब भी II हर घड़ी वो जगाता जागो तो कभी l राह तुम को दिखाता देखो तो कभी ll बात कितनी हुई आसमां की मगर l एक गजल झोपड़ी पर कहो तो कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II..पाठ पढ़ ले प्रेम का...II बात चलती जब कभी भी बंदगी की l घेरने लगती है यादें फिर किसी की ll मेरा रब वो मेरा ईश्वर है वही सब l क्या है मंदिर और मस्जिद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 484 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II तीर शब्दों के बना.... II तीर शब्दों के बना कर , लेखनी में धार कर l चल उठा अपनी कलम तू, जंग का आगाज कर ll देश-दुनिया सब कलंकित, भ्रष्टता अभिशाप है l गूंजे जग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II प्यार की भाषा... II प्यार की भाषा पढ़ो फिर देखना l नाम मेरा भी जरा लिख देखना ll रोते बच्चों को हंसा दो है बहुत l काबा काशी भी यही तुम देखना ll क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II यादें सता रही है II यादें सता रही है गुजरे हुए दिनों की l जो साथ में गुजारे उन कीमती पलों की ll क्या बात मैं बताऊं कहती जो ए हवाएं l सब बात अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II...हदों को तोड़ आया हूं II इश्क की सारी हदों को तोड़ आया हूं l कोरा सा दिल एक पता लिख छोड़ आया हूं lI अब ना जानू रात दिन में फर्क है कितनाl मैं लुटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share संजय सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read II क्या करूं II मैं रहा सुर ताल में ,थी भीड़ ज्यादा क्या करूं l बे सुरों से सुर मिलाना, ही न आया क्या करूं ll आ गया था मैं भी तेरे, दर पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 401 Share संजय सिंह 9 Feb 2017 · 1 min read II शायरी II भेद दिल के सब बताती शायरी l दो दिलों को पास लाती शायरी ll बात जो बनती नहीं तकरीर से l चंद लफ़्ज़ों में सुनाती शायरी ll आदमी जब जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 460 Share Page 1 Next