Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

II बिन कहे सब कहा……II

बिन कहे सब कहा, फिर क्या रह गया l
आते आते मेरा नाम, सा रह गया ll

रुक गए थे कदम ,और लव भी हिले l
वो ना आगे बढ़े, मै रुका रह गया ll

समय का सफर ,आगे बढ़ता रहा l
वक्त मेरे लिए पर ,थमा रह गया ll

यह तिजारत मुझे ,बहुत महंगी पड़ी l
सब यहां का वहां, क्या नफा रह गया ll

कुछ न बोले मगर, बात सब हो गई l
क्या कहूं मैं खड़ा ,सोचता रह गया ll

बात मुश्किल तो, इतनी न थी “सलिल”l
था न काफी मेरा, हौसला रह गया ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l

339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
पूर्वार्थ
खत पढ़कर तू अपने वतन का
खत पढ़कर तू अपने वतन का
gurudeenverma198
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
Manoj Mahato
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य पथ पर (गीतिका)
सत्य पथ पर (गीतिका)
surenderpal vaidya
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
कृष्णकांत गुर्जर
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
Manisha Manjari
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
अंसार एटवी
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
माली अकेला क्या करे ?,
माली अकेला क्या करे ?,
ओनिका सेतिया 'अनु '
रफ़्ता -रफ़्ता पलटिए पन्ने तार्रुफ़ के,
रफ़्ता -रफ़्ता पलटिए पन्ने तार्रुफ़ के,
ओसमणी साहू 'ओश'
प्राचीन दोस्त- निंब
प्राचीन दोस्त- निंब
दिनेश एल० "जैहिंद"
Ram Mandir
Ram Mandir
Sanjay ' शून्य'
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
Phool gufran
मुसाफिर हो तुम भी
मुसाफिर हो तुम भी
Satish Srijan
नन्ही परी
नन्ही परी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
उल्लासों के विश्वासों के,
उल्लासों के विश्वासों के,
*Author प्रणय प्रभात*
शिखर के शीर्ष पर
शिखर के शीर्ष पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
"परम्परा"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम
प्रेम
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
Shekhar Chandra Mitra
रचना प्रेमी, रचनाकार
रचना प्रेमी, रचनाकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ये मौन अगर.......! ! !
ये मौन अगर.......! ! !
Prakash Chandra
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
Shyam Sundar Subramanian
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
शहर माई - बाप के
शहर माई - बाप के
Er.Navaneet R Shandily
Loading...