आर.एस. 'प्रीतम' 1101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next आर.एस. 'प्रीतम' 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की ख़ोज़ पर दोहे सत्य तथ्य संसार का, एक यही है घोर। जन्म-मृत्यु निश्चित यहाँ, निश्चित इनका ठोर।।//1 समय स्थान कारण लिए, रचा मृत्यु का खेल। हँसकर जीना सीखिये, रखकर सबसे मेल।।//2 ख़ोज स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 6 2 530 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली- 3 सत्य तथ्य संसार का, एक यही है घोर। जन्म-मृत्यु निश्चित यहाँ, निश्चित इनका ठोर।।//1 समय स्थान कारण लिए, रचा मृत्यु का खेल। हँसकर जीना सीखिये, रखकर सबसे मेल।।//2 ख़ोज स्वयं... Hindi 1 26 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 Mar 2024 · 1 min read प्रीतम के दोहे तानाशाही जो करे, मानो रावण कंश। दंभ मिटा ख़ुद भी मिटे, बचा नहीं कुछ अंश।।//1 राजनीति के खेल में, बुरा करो मत मेल। वरना ठहरे जो नहीं, ऐसा निकले तेल।।//2... Hindi 1 60 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Mar 2024 · 1 min read प्रीतम के दोहे गुरु का आशीर्वाद हो, कुछ पाने की लग्न। गंतव्य मिले एक दिन, पाकर मन हो मग्न।।//1 आदर से आदर मिले, लिए बढ़ो यह सीख। कभी निरादर को यहाँ, मिले न... Hindi 36 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Mar 2024 · 1 min read ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़। ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़। कमल पंक में जब खिले, करे तभी जग नाज़।। आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 67 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Mar 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली- 2 सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान। लोहे पर पारस घिसो, सोने जैसी शान।।//1 पढ़ो सदा ही रुचि लिए, होगा सच्चा ज्ञान। यही बनाएगा तुम्हे, नेक बड़ा इंसान।।//2 रखना ऊँची... Hindi 2 41 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Mar 2024 · 1 min read सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान। सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान। लोहे पर पारस घिसो, सोने जैसी शान।। आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 2 50 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Mar 2024 · 1 min read होली पर दोहे होली के सब रंग दें, प्रेम हर्ष उल्लास। लगा स्नेह से पर इन्हें, मिले तभी आभास।।//1 होली की इस आग में, जला हृदय के भेद। पर्व मना तू इस तरह,... Hindi 1 73 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Mar 2024 · 1 min read रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ होली के सब रंग दें, प्रेम हर्ष उल्लास। लगा स्नेह से पर इन्हें, मिले तभी आभास।।//1 होली... Quote Writer 1 405 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल बिछा हर शूल राहों में नज़र अब फूल आता है असर ये प्यार का है जो मेरे अनुकूल आता है/1 मिटा ले दूरियाँ दिल की गले हँसके लगा मुझको मुहब्बत... Hindi 1 55 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Mar 2024 · 1 min read रुबाइयाँ *कविता: चलते चलो* तूफ़ानों से खेलेंगे हम, चट्टानों से टकराएँगे। लाख मुसीबत चाहे आएँ, नहीं तनिक भी घबराएँगे।। नाव हमारी उस ओर चले, जिधर सुनामी लहरें आएँ; आज तराजू लेकर... Hindi 1 44 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Mar 2024 · 1 min read हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे। हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे। लाख मुसीबत चाहे आएँ, नहीं तनिक भी घबराएँगे।। ले चलो नाव उस ओर अभी, जिधर सुनामी ही आती है; आज तराजू लेकर हम... Quote Writer 1 63 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Mar 2024 · 1 min read किसी भी चीज़ की ख़ातिर गँवा मत आज को देना किसी भी चीज़ की ख़ातिर गँवा मत आज को देना मुहब्बत नाज़ से अपने नये अंदाज़ को देना/1 बड़ा ख़ुद को नहीं कहना मग़र ये काम कर देना मिरे हो... Quote Writer 36 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Mar 2024 · 1 min read किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना मुहब्बत साज़ हर आदत लम्हा अंदाज़ को देना आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 638 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Mar 2024 · 1 min read किसी भी चीज़ की आशा में गवाँ मत आज को देना किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना मुहब्बत साज़ हर आदत लम्हा अंदाज़ को देना आर. एस. 'प्रीतम' Hindi · Quote Writer 46 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के करे तारीफ़ सुनकर मन फ़साने नेक आदत के/1 गिराना तो बहुत आसान होता है किसी को भी उठाओ तो तुम्हें जानें करें... Hindi 1 72 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Mar 2024 · 1 min read जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के करे तारीफ़ सुनकर हर फ़साने शौक़ आदत के गिराना तो बहुत आसान होता है किसी को भी उठाओ तो तुम्हें जानें करें... Quote Writer 1 548 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Mar 2024 · 1 min read "हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा "हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा हक़ीक़त में कहेंगे तब बड़ा हमसे ज़माना है" आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 50 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मनुज की तो नहीं पद की क़दर करता ज़माना है हुनर जिसमें भरा उसपर सदा मरता ज़माना है/1 कटेंगे लोग तुमसे तब जताया जोश देखेंगे नयी हर सोच से पहले... Hindi 33 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Mar 2024 · 1 min read किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर अगर लोहा सुहाती आग में तपकर गला होगा आर.एस.'प्रीतम' Quote Writer 1 51 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल दुवा बदली न बदला हो ख़ुदा जिसने हँसा होगा बदल ख़ुद को मगर देखा तभी चेहरा खिला होगा/1 निराशा को निकाला और आशा को बसाया है अँधेरा घोर जीवन का... Hindi 73 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Mar 2024 · 1 min read दोहावली जल से जल जैसे मिले, रहे एक तक़दीर। मिले दूध से दंभ में, भूले निज तासीर।।//1 बहा पसीना कुछ दिया, दान उसी को मान। कपट कमाई लाख दो, कहते व्यर्थ... Hindi 1 77 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी बुरा कहदो उसे भी तुम मिले ग़म बात में जिसकी/1 नहीं इंसान के क़ाबिल मिलन बेकार है करना रखो दूरी नयन... Hindi 1 64 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Mar 2024 · 1 min read करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी बुरा कहदो उसे भी तुम मिले ग़म बात में जिसकी नहीं इंसान के क़ाबिल रुलाए और को मिलकर रखो दूरी नयन... Quote Writer 2 633 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Mar 2024 · 1 min read गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर हुआ ठंडा वही पानी कभी गर्मी दिखाता है/ #आर.एस.'प्रीतम' Quote Writer 1 73 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिले तुम जो सफ़र में हो तबीयत हो गई अच्छी हुआ तुमसा मेरा दिल हर कि आदत हो गई अच्छी/1 तेरी हर बात में ज़ादू सुनूँ सुनता ही जाऊँ मैं... Hindi 1 47 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिली नज़रें किसी से यूँ हटाना भूल बैठे हम मुहब्बत हो गई इतनी ज़माना भूल बैठे हम/1 क़रीने से मिलें हम यूँ मिलें ज्यों चाँदनी-चंदा जुदाई का हक़ीक़त में तराना... Hindi 1 55 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Feb 2024 · 1 min read सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे लहर पत्थर को चाहत की अदाओं से डुबाती हैं आर.एस.'प्रीतम' Quote Writer 1 134 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read "शाम-सवेरे मंदिर जाना, दीप जला शीश झुकाना। "शाम-सवेरे मंदिर जाना, दीप जला शीश झुकाना। तिलक भाल पर नित्य लगाना, भजन आरती भी गाना।। पूजा पूरी मत मानो वह, नहीं देव गुण अपनाए; स्वाद वस्तु का पढ़े न... Quote Writer 1 640 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत की लबों पर रब सदा मुस्क़ान लिख देना जिऊँ मैं देश की खातिर यही अरमान लिख देना/1 क़दम पीछे हटाना ख़ून में शामिल नहीं मेरे ज़रूरत हो वतन ख़ातिर... Poetry Writing Challenge-2 2 59 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करे चुगली उजाड़े घर उसे इंसान मत कहना लिए दलदल गुनाहों का उसे मैदान मत कहना/1 बुराई कर किसी की हम अगर औक़ात भूले जो जलालत है हमारी ये इसे... Poetry Writing Challenge-2 1 73 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो उजाले हों चिराग़ों की अगर तक़दीर जानो तो/1 दुवाएँ भी दवाओं का सुनो तुम काम करती हैं असर होता तभी है... Poetry Writing Challenge-2 1 40 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Poetry Writing Challenge-2 1 70 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करो पहचान ख़ुद की तुम सजाओ बाद में सपने नहीं पूरे कभी होते किसी की दाद में सपने/1 तरीक़ा जोश होना होश देता कामयाबी है मिले शोहरत सुनो यारों लगें... Poetry Writing Challenge-2 48 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी हक से हमें अपना कहो फिर प्यार देखो तुम अँधेरे को उजाले में बदल दें यार देखो तुम/1 नहीं शेखी बघारेंगे करेंगे कह दिया जो भी खिला गुलशन लिए... Poetry Writing Challenge-2 1 44 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1 कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं मँझधार में शुमार हो साहिल... Poetry Writing Challenge-2 1 39 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी तो दीजिए मौका हमें भी यार ख़िदमत का सिला देंगे हुई दिल से रुहानी पाक चाहत का/1 रखूँ इक बात मैं जो याद दूजी भूल जाता हूँ कहूँ बे-फ़िक्र... Poetry Writing Challenge-2 1 59 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सुनाओ दर्द अपना तुम निकलकर हल भी आएगा अँधेरा आज है तो क्या उजाला कल भी आएगा/1 छिपाए राज बीमारी लगा देंगे छिपाओ मत लगा है नल अगर प्यारे कभी... Poetry Writing Challenge-2 50 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1 मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी हँसी तेरी सदा... Poetry Writing Challenge-2 1 50 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दीदार कर ज़नाब का आए मज़ा मुझे जिस पल रहूँ मैं दूर वही पल सज़ा मुझे/1 खिलते नहीं गुलाब बहारों के बिन कभी ये सोच के हुज़ूर गले से लगा... Poetry Writing Challenge-2 1 59 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगे हिंदी हमें प्यारी यही गौरव हमारा है बड़ी पावन मधुर इतनी कि ज्यों गंगा की धारा है/1 लिए शब्दों में गरिमा है लिए संस्कार किस्सों में दिखाए रोशनी इतनी... Poetry Writing Challenge-2 64 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Poetry Writing Challenge-2 58 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में गुज़ारो ज़िन्दगी चाहे यहाँ सारी कमाने में/1 विधाता ने लिखी क़िस्मत इबादत कर सदा इसकी मगर कर कर्म ऐसा तू... Poetry Writing Challenge-2 1 71 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Feb 2024 · 1 min read नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में गुज़ारो ज़िन्दगी चाहे यहाँ सारी कमाने में/1 किसी का ग़म अगर ख़ुद का लगे लगने समझ लो फिर ख़ुशी बढ़ने... Quote Writer 2 92 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ख़िरद की बात मत करना बुराई से रहेगा दूर वरना हर बधाई से/1 जिसे चाहत समझ आती नहीं उसको कभी फ़ुरसत नहीं मिलती तन्हाई से/2 रुलाकर और को जोड़े करोड़ों... Poetry Writing Challenge-2 1 71 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करेंगे लोग सज़दा सब बुरा सिस्टम हिला दोगे/1 बहानों से यहाँ मंज़िल नहीं हासिल कभी होती करो मेहनत जले शोले भी... Poetry Writing Challenge-2 60 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नज़र तुमसे मिली समझा मुहब्बत का असर क्या है तुझे देखा क़सम से सुन भुला बैठा क़मर क्या है/1 सुनी तारीफ़ थी मैंने तुझे देखा अधिक पाया समझ आया अभी... Poetry Writing Challenge-2 1 68 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Feb 2024 · 1 min read करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करेंगे लोग सज़दा सब बुरा सिस्टम हिला दोगे बहानों से यहाँ मंज़िल नहीं हासिल कभी होती करो मेहनत जले शोले भी... Quote Writer 1 320 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Feb 2024 · 1 min read सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद। सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद। मानव भी संभलता है, ठोकर खाने के बाद।। हथेली पर सरसों हरी नहीं होती, हिना रंग लाती है दोस्त! सूख जाने के... Quote Writer 2 473 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिटाओ भेद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन लगे ये ज़िन्दगी ऐसी सजी जैसे कोई दुल्हन/1 किसी नीरस फ़साने को नहीं सुनता यहाँ कोई कहानी वो कहो जिसके हृदय में... Poetry Writing Challenge-2 1 560 Share Previous Page 2 Next