आर.एस. 'प्रीतम' 1083 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर.एस. 'प्रीतम' 1 Nov 2018 · 1 min read माँ का दर्द "माँ का दर्द" --------------- फूट-फूट कर रोई थी माँ,न जागी थी न सोई थी माँ। घोर तिमिर में खोई थी माँ,जिस दिन तन्हा होई थी माँ।। अपने मुँह मोड़ गए... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 55 948 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Apr 2022 · 1 min read #पूज्य पिता जी पिता उजाला बन जीवन का, अँधियारा घोर मिटाए। परिवार हेतु निज सुख भूले, हर चिंता दूर भगाए।। माता धरती आकाश पिता, प्रतिपल में मंगलकारी। स्नेह सुधा का पान कराए, निश्छल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 20 821 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Dec 2020 · 1 min read #कोरोना काल #कोरोना काल साँस रोकले जकड़ फेफड़े,रोग संक्रमण का आया। कोरोना नाम वायरस का,घातक सबने बतलाया। दवा नहीं है हवा यही है,साँसों से बढ़ता जाए; चीन देश से आया भारत,गाँव शहर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 54 915 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2021 · 1 min read #कुछ ख़त मोहब्बत के #कुछ ख़त मोहब्बत के यौवन की याद दिलाते हैं , नैनों के चमन खिलाते हैं। कुछ ख़त मोहब्बत के यारो , दिल से संभाले जाते हैं।। कभी ख़ून से कभी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · गीत 10 49 632 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Dec 2020 · 1 min read #सर्वश्रेष्ठ दोहे सात निर्बल कोई भी नहीं,ख़ुद से है अनजान। लकड़ी भीतर आग है,जले तभी पहचान।। //1// औरों की सुनता चला,अपने भूल उसूल। पहचानेगा कौन फिर, बन तेरे अनुकूल।।//2// बातें करते लोग लख,परेशान... Hindi · दोहा 9 15 495 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Jul 2020 · 1 min read #गीत//तेरी जुदाई में मीठी-मीठी तेरी बातें, वो रस कहाँ मिठाई में। सुनने को तरस गया हूँ मैं, ज़ालिम आज जुदाई में।। याद हवा का झोंका बनके, आती यार तन्हाई में। ज़ुल्फ़ें मेरी सहला... Hindi · गीत 7 4 602 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Sep 2017 · 1 min read ️️प्रार्थना-'माँ शारदे! वर दो..' #प्रार्थना-? 'माँ शारदे! वर दो..' ?? ज्ञान शारदे माँ देना तुम , सफल ज़िंदगी हो जायेगी। आशीष तुम्हारा शीश रहे , सफल ज़िंदगी हो जायेगी।। ?? ज्ञान मिले तो शान... Hindi · गीत 6 417 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 May 2020 · 1 min read #मातृ-दिवस पर दोहे# #मातृ-दिवस पर दोहे# निस्वार्थ लुटाकर चले , ममता का संसार। माँ देवी से कम नहीं , प्राणों का आधार।। प्रकृति तुल्य माँ रूप है , सदा करे उपकार। संतान रहे... Hindi · दोहा 6 2 275 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 May 2020 · 1 min read मज़दूरों का दर्द (#दोहे) हृदय विदारक हो गया , मज़दूरों का दर्द। अंगारे बरसा रहा , मानो मौसम सर्द।। छालें फूटे पाँव में , शहर मिला ना गाँव। आँसू आहें भूख बस , बेकारी... Hindi · दोहा 6 6 474 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Aug 2020 · 15 min read #कौन कहे अनजाना हूँ //सौ रुबाइयाँ # कौन कहे अनजाना हूँ//रुबाइयाँ 1. प्रेम लिए मस्ती में जीता , एक नया दीवाना हूँ। ग़म को ठोकर मार भगाऊँ , ताक़त का नज़राना हूँ। दूर चला जाऊँगा फिर... Hindi · कविता 6 5 852 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Feb 2021 · 1 min read #गीत// घायल दिल #गीत- 'घायल दिल' आँख बंद कर विश्वास किया, उनको हमपर विश्वास नहीं। ख़ुद से ज़्यादा प्यार किया था, उनको पर ये अहसास नहीं।। दिन बदले दिल बदले ऐसे, चाहत की... Hindi · गीत 6 295 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की ख़ोज़ पर दोहे सत्य तथ्य संसार का, एक यही है घोर। जन्म-मृत्यु निश्चित यहाँ, निश्चित इनका ठोर।।//1 समय स्थान कारण लिए, रचा मृत्यु का खेल। हँसकर जीना सीखिये, रखकर सबसे मेल।।//2 ख़ोज स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 6 2 519 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Sep 2017 · 1 min read #छप्पय छंद ★परिभाषा★ रोला + उल्लाला = छप्पय छंद छप्पय छंद में कुंडलिया छंद की तरह छह चरण होते हैं, प्रथम चार चरण रोला छंद के होते हैं ; जिसके प्रत्येक चरण... Hindi · कविता 5 2 17k Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Nov 2019 · 1 min read मन को भाता है पुष्प वही आए तोड़ हृदय तुम किसका,बैठे हो क्यों आज मुर्झाए। तोड़ खिलौना खुद भी रोये,उस बच्चे-सा हाल बनाए।। रूह तुम्हारी ये सच्ची है, कर बैठा पर मन नादानी, भूल सुधारो माफ़ी... Hindi · गीत 5 409 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2020 · 1 min read #गीत //प्रेम का 'गीत-प्रेम का" मन की वीणा पर अब कोई, सुर ऐसा आज सजाया जाए। सुनके जिसको जग प्रीत बढ़े, गीत प्रेम का वो गाया जाए।। फूलों-सा अधरों का खिलना, भावों का... Hindi · गीत 5 2 428 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Feb 2020 · 1 min read #क्या कहूँ दृष्टि जहाँ भी जम जाती है, होश जहाँ गुम होते हैं। दिल का पलड़ा भारी होता, बुद्धि सभी जन खोते हैं। धोखा या आकर्षण कहदूँ, या दीवानापन कहदूँ, स्वर्ण-हिरण पर... Hindi · कविता 5 320 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Mar 2020 · 1 min read #गीत//दौर परीक्षाओं का अब दौर परीक्षाओं का है, पूरा इनका ध्यान करो। अच्छे अंक मिलें सबको ही, ऊँचा अपना ज्ञान करो।। नकल भरोसा छोड़ो सारे, मेहनत करो हों उजियारे। बीता समय नहीं आएगा,... Hindi · गीत 5 4 255 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 May 2020 · 1 min read # देशप्रेम-स्वदेशी अपनाओ देशी वस्तु खरीदिए , देश प्रेम की बात। अर्थव्यवस्था ठीक हो , देश बढ़े दिन रात।। देश बढ़ा तो हम बढ़े , खुद ही होंगे सिद्ध। आत्मनिर्भर बनें सभी ,... Hindi · दोहा 5 360 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 May 2020 · 1 min read # रुबाइयाँ//'प्रीतम' प्यार इशारों में तुमको चाहूँ प्यार करूँ मैं , तुम हो चाँद सितारों में। तेरा मेरा नाम जुड़ेगा , चाहत के अख़बारों में। प्यार ज़ुदा है प्यार हसीं है , प्यार इबादत है... Hindi · मुक्तक 5 4 324 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Jan 2021 · 1 min read #गीत//तिरंगा समझ तिरंगे की गाथा को , एक नेक मन हो जाए। कोटि-कोटि संकल्प हमारा , झंडा ऊँचा लहराए।। लहर तिरंगा फहर तिरंगा , देश-प्रेम को समझाए। ओज शांति हरियाली चाहे... Hindi · गीत 5 2 681 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Jun 2022 · 1 min read #रिश्ते फूलों जैसे #रिश्ते फूलों जैसे इत्र बनेगा सूख गए तो, रिश्ते फूलों जैसे रखना। मीठापन ही रहे दिलों में, प्रेम-सुधा शब्दों में भरना।। क्रोधाग्नि दूध उफान जैसी, मौन रहो जल तुम बन... Hindi · कविता 5 2 316 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Jul 2019 · 1 min read ज़ादू व्हाट्सएप फ़ेसबुक रातों की छीनी नींद है, दिन का छीना चैन। ज़ादू व्हाट्सएप फ़ेसबुक, अटके इनमें नैन।। चैटिंग करें हैं डूबके, और नहीं है ध्यान। मन ही मन लड्डू फूटते, पागल जैसा... Hindi · गीत 4 4 377 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Sep 2019 · 1 min read ये जग तुमको नवनीत करे सौदा हर तुम करना सीखो,दिल में यार उतरना सीखो। वादों पर ही चलना सीखो,व्यवहार खरा दिल जीत करे।। आँखें मिल जाएँ बात बड़ी, विश्वास रहे सौग़ात बड़ी, छल आत्मा से... Hindi · गीत 4 291 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Nov 2019 · 1 min read #ग़ज़ल-10 कमियाँ औरों की न निकाला कीजिए पहले खुद-खुद को संभाला कीजिए/1 मन दलदल हो अपना तो धो लीजिए कीचड़ गैरों पर न उछाला कीजिए/2 धोखा पाकर भी तू रखना हौंसला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 343 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Nov 2019 · 1 min read क्या हर्ज़ है? सुनने वाले का मन खुश हो जाए, कहने वाले का कुछ भी ना जाए। फिर तारीफ़ें करने में क्या हर्ज़ है? औरों को खुशियाँ देना तो फ़र्ज़ है। अनुभव कहने... Hindi · कविता 4 246 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Feb 2020 · 1 min read #गीत//दिल की धड़कन तेरी आँखों के ये आँसू, मैं पलकों पे सजा लूँगा। तुझे चाहूँगा मैं इतना, दिल की धड़कन बना लूँगा।। कभी चाहत के सागर में, दिल की कश्ती तो उतारो तुम।... Hindi · गीत 4 271 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2020 · 1 min read #रुबाइयाँ//बेटा-बेटी दोनों प्यारे बेटी घर की लक्ष्मी होती , समझो सबको समझाओ। मान प्रतिष्ठा देकर रक्षा , साहस से हृदय सजाओ। बेटा-बेटी दोनों प्यारे , अंतर क्यों तुम करते हो? दोनों पूरक होते... Hindi · मुक्तक 4 373 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Apr 2020 · 1 min read #ग़ज़ल-04 ?? हारेगा कोरोना ये विश्वास लिए चलना पर भीड़ नहीं करना दूरी दो गज़ की रखना/1 ?? माना ये दुश्मन है पर सीख सही में देता एक बनो साथ लड़ो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 475 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Apr 2020 · 1 min read #रुबाई लोग चले जाते हैं , अंदाज़ नहीं मरते। जो दिल से निकले हों , अल्फाज़ नहीं मरते।। कर्मों का साँचा हो , गीत ग़ज़ल-सा 'प्रीतम', सुर में ढ़ल जाएँँ जो... Hindi · मुक्तक 4 428 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 May 2020 · 1 min read #ग़ज़ल-03 #ग़ज़ल ?? मज़लिस में तक़रीर ग़ज़ब था सच में वो तासीर नहीं है/1 ?? चाहत थी तुमको पाने की पर अपनी तक़दीर नहीं है/2 ?? ताक़त से ही हासिल कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 240 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 May 2020 · 1 min read # प्रेरणादायक दोहे नहीं सलीका आप में , मुझको देता दोष। पाँव सँभाले खुद नहीं , करे शूल पर रोष।। भौर हुई चितचोर सी , पुलकित करती अंग। शांत कांत ये स्वर्ग सी... Hindi · दोहा 4 2 451 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2020 · 1 min read #नारी अब अबलापन छोड़ो(#वीर/आल्हा) नारी अब अबलापन छोड़ो, सबला बनकर भरो हुँकार। जो भी देखे तुच्छ नयन से, रणचंडी का लो अवतार।। चारों ओर दरिंदे बैठे, लाचारी पर करने वार। बिजली बनके टूट पड़ो... Hindi · कविता 4 2 628 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Jun 2020 · 1 min read #दिल का हुनर (#लावणी छंद) #लावणी छंद कहने सुनने से क्या होगा , बातों का असर चाहिए। आईने सी फितरत जिसकी , हमको वो नज़र चाहिए। मौसम-सा बदले जो पल-पल , हमें न दिल ज़िग़र... Hindi · कविता 4 480 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jul 2020 · 1 min read #कविता//दादागिरी नहीं चली (#चौपाई छंद) चालाकी ने मुँह की खाई। गलवन राहें रास न आई।। पीछे अपना क़दम हटाया। चीन खड़ा होकर लज्जाया।। डोकलाम भी मिला नहीं था। चीनी धोखा चला नहीं था।। धोखा देकर... Hindi · कविता 4 4 358 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jul 2020 · 1 min read #कविता//पीड़ा कोई आह नहीं (चौपाई-दोहा छंद) #चौपाइयाँ/दोहे छिन सके नहीं प्यार हमारा। हमने खुद ही सब पर वारा।। मिलनसार है सीरत अपनी। मिलके खिलती सूरत अपनी।। घोर निराशा मिट जाएगी। इच्छा जब मुँह की खाएगी। भावुकता... Hindi · कविता 4 4 663 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Jul 2020 · 1 min read #रुबाइयाँ//ये जीवन समर लड़ोगे अगुआ होकर दिल से प्यारे , हर दिल से प्यार करोगे। मन के पुष्कर में सावन के , बादल तैयार करोगे।। बस्ती-बस्ती नाम तुम्हारा , अपनेपन से तब होगा; सच्चाई... Hindi · मुक्तक 4 4 442 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jul 2020 · 1 min read #वो मुझको याद रहेगा जो भी दिया मुझे प्रभु ने वो, वंदनीय सदा रहेगा। मैं उसको पलपल याद रहूँ, वो मुझको याद रहेगा।। नेक कर्म की ख़ुशियाँ दी हैं, संस्कारों का सार दिया। हर... Hindi · गीत 4 4 403 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jan 2021 · 1 min read #ये नहीं पढ़ा तो क्या पढ़ा #श्रेष्ठ विचार #मनुज जीवन साकार पीर नहीं मरहम बनो,मिले तभी जयकार। जीत दिला हारे अगर,सदा रहे उपकार।।//1// हार हुई ये दोष निज,करना समझ सुधार। दोष दिया गर और को,कायर सरिस... Hindi · दोहा 4 8 509 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Jan 2021 · 1 min read #गीत//प्रेम #गीत तुम हँसके बातें चार करो, रोम-रोम खिल जाएगा। हर दर्द निकल कर सीने से, ख़ुशियों में ढ़ल जाएगा।। प्यार तुम्हारा बादल बनके, बरसे दिल के आँगन में। फूल खिलेंगे... Hindi · गीत 4 6 382 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Feb 2021 · 1 min read #गीत//तेरी मोहब्बत सावन-सी #गीत अब्सार मिले दिल हार मिले, जीत लिया पर मन मेरा। तेरी मोहब्बत सावन-सी, भीग गया जीवन मेरा।। संग चले हम रंग चले हम, चाहत मौज़ बहारों में। दिल के... Hindi · गीत 4 2 341 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Jan 2023 · 1 min read #बाल-कविता- मेरा प्यारा मित्र #मेरा प्यारा मित्र (बाल-कविता) मोनू मेरा प्यारा मित्र। उसकी बातें मानो इत्र।। पढ़ने में बड़ा होशियार। सब करते हैं उससे प्यार।। सब गुरुजन का आदर मान। करके समझे अपनी शान।।... Hindi 4 4 272 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jul 2023 · 1 min read कविता : फ़ितरत वक़्त बदलता दशा बदलती, फ़ितरत नहीं बदलती है। जो जैसा है वैसा रहता, नहीं ज़रा-सी ग़लती है।। चाँद चाँदनी सूर्य रोशनी, भूलें नहीं कभी देना। मेघ बरसते नदियाँ बहती, समझ... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 4 2 109 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Jun 2018 · 1 min read #कारण और कार्य - 'वंशस्थ छंद' #वंशस्थ छंद की परिभाषा और कविता #वंशस्थ छंद यह एक वर्णिक छंद है । इसमें चार चरण या पद होते हैं । इसमें बारह अक्षर होते हैं ; जो क्रमशः... Hindi · कविता 3 11k Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Jul 2018 · 1 min read प्रकृति के दोहे पेड़ हमारा साथ दें , सूखें लकड़ी अंत। छाया ये फल फूल दें , स्वार्थी नहीं अनंत।। हरी - भरी होगी धरा , स्वस्थ रहे इंसान। अगर प्रदूषित ये हुई... Hindi · दोहा 3 7k Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Jan 2019 · 1 min read #कुंडलिया//कैसे जीवन हो ख़ुशहाल सदा कर्म पर दाद दो , जलन करो मत भूल। फूलों बदले फूल हैं , शूलों बदले शूल।। शूलों बदले शूल , रखो यह याद हमेशा। जीवन हो ख़ुशहाल ,... Hindi · कुण्डलिया 3 2 457 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Jan 2019 · 1 min read #गीत - नाव लक्ष्य की पार लगेगी लिए हौंसला निकल पड़ा हूँ , इश्क़ किया है मंज़िल से। नाव लक्ष्य की पार लगेगी , कहता हूँ मैं साहिल से।। तूफ़ानों से खेलूँगा मैं , चट्टानों से टकराऊँगा।... Hindi · गीत 3 2 332 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Feb 2019 · 1 min read नशा नाश की जड़ है नशा नाश की जड़ है,खाए जीवन मूल। दूर रहो सुख पाओ,करना कभी न भूल।। मान शान यह घर का,ख़ुशियाँ लेता लूट। रोज-रोज का झगड़ा,डाले सबमें फूट। अंत बुरा हो तन... Hindi · गीत 3 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jul 2019 · 1 min read आँखें तेरी आइना आँखें तेरी आइना,खुद को इनमें सँवारा करूँ। चाहूँ यूँ दिन-रात मैं,पल ना तुमसे किनारा करूँ।। जबसे तेरा साथ है,महकी-महकी फ़िज़ाएँ हुई। तू आई जीवन खिला,रोशन सारी दिशाएँ हुई। तुम बैठो... Hindi · गीत 3 419 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Aug 2019 · 1 min read धारा तीन सौ सत्तर पैंतीस-ए का अंत खंडित खंड अखंडित हो महिमामंडित हुआ। टूटा भ्रम वर्षों पश्चात कभी से पंडित हुआ।। मोदी प्रयोजन नियोजित बहुमत प्रचंड मिला। धारा हट जम्मू-कश्मीर लद्दाख खंड खिला।। धारा तीन सौ सत्तर-... Hindi · कविता 3 2 321 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Sep 2019 · 1 min read नेताओं की रीत पुरानी हाथ जुड़े द्वार मुलाकातें,वादों की करना बरसातें। सपनों की देना सौग़ातेंं,नेताओं की रीत पुरानी।। सोच बड़ी तुम अपनी रखना, कथनी करनी दोनों लखना, हाथ तुम्हारे अब बाज़ी है, लोभ ज़रा... Hindi · गीत 3 294 Share Page 1 Next