डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 578 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read गंगा गीतिका 'गंगा' मात्रा भार-16, 11 1. भगीरथ अवनि से जा पहुँचे, स्वर्गलोक के द्वार। देवभूमि से गंगा लाए, तारन को परिवार। 2. देख कठिन प्रण सुत दिलीप का, देव हुए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 236 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read संस्कार (गीतिका) गीतिका "संस्कार" संस्कार जीवन में देते, अनुशासन, सम्मान, सशक्त औषधि ये जीवन की, सुख की सच्ची खान। ममता की घुट्टी हैं समझो, ये शिशु का श्रृंगार, शुभ लक्षण, शुभ ध्येय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 312 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read रक्षाबंधन 'रक्षाबंधन' (1) रक्षाबंधन प्रीति का, है पावन त्योहार। धागा रक्षा सूत्र है, कीमत इसकी प्यार।। (2) राखी नाना रंग की, सजे-धजे बाज़ार। धागों में गूँथा मिले , सुंदर नेह अपार।।... Hindi · दोहा 2 2 483 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read कबीर, केवट, रोटी, चुनाव,घाव प्रदत्त शब्दों पर दोहे कबीर राग, द्वेष उर में लिए, आहत फिरै कबीर। ढाई आखर प्रेम का, हरे जगत की पीर।। केवट केवट पाँव पखारता, चिंता नाव सताय। रघुनंदन का... Hindi · दोहा 1 536 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Nov 2021 · 1 min read जुलाहा, अनुराग, पंथ, उमंग, उदास जुलाहा बुने जुलाहा बैठकर, सपनों की ताबीर। ताना-बाना कर्म का, बना रहा तकदीर।। अनुराग आतंकी नर बन गया, स्वार्थ, बैर व्यवहार। द्वेष त्याग अनुराग से , जगत सकल परिवार।। उमंग... Hindi · दोहा 1 216 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 4 min read कुंडलिया विधा-कुण्डलिया (1) मन का दीपक तम हरे, करे जगत उजियार। अंतस सकल विकार तज, स्वच्छ करे संसार।। स्वच्छ करे संसार, झूमकर मने दिवाली। पावन हो उर द्वार,दिखे हर घर खुशहाली।।... Hindi · कुण्डलिया 1 322 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read दीपक माटी सानी प्रेम से, दिया दीप आकार। बाती ले सत्कर्म की, किया रूप साकार।। अवधपुरी दीपक जले, घर लौटे श्री राम। अँधकार लज्जित हुआ, दीपोत्सव की शाम।। जगमग दीपक जल... Hindi · दोहा 2 2 413 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read भीगी पलकें छुप गया दिनकर गगन में सांध्य जीवन ढल रहा, आज भीगी पलक बोझिल दर्द सहना खल रहा। नयन में सावन बसाया प्यास उर में रह गई, गीत अधरों पर सजाए... Hindi · गीत 1 386 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण पर दोहे ************** झारखण्ड की क्या कहूँ ,बढ़ती जाती पीर। जल-थल दूषित हो गए, बात बड़ी गंभीर।। पंछी बेघर हो गए, बैठे नदिया तीर। ताक रहे सब गगन को,... Hindi · दोहा 1 448 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read देवता, उत्सव उत्सव घर-घर में मने, दीप दिवाली पर्व। ज्योतिर्मय अंतस हुआ,आनंदित जग सर्व।। पूजन करती देवता, रख श्रद्धा-विश्वास। धन-दौलत माँगू नहीं, दूर करो संत्रास।। डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' वाराणसी (उ.... Hindi · दोहा 1 318 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read ग्राम्य गीत 'ग्राम्य गीत' बन पवन का एक झोंका डालियों पर झूलता हूँ, मैं भुला मतभेद मजहब प्रीति वन की लूटता हूँ। खेत में अठखेलियाँ कर मैं भ्रमर सा गुनगुनाता, तितलियों के... Hindi · गीत 1 401 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read कबीर, केवट, रोटी, चुनाव, घाव, प्रदत्त शब्दों पर दोहे कबीर राग, द्वेष उर में लिए, आहत फिरै कबीर। ढाई आखर प्रेम का, हरे जगत की पीर।। केवट केवट पाँव पखारता, चिंता नाव सताय। रघुनंदन का... Hindi · दोहा 438 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read राजनीति के राज विधा-दोहा छंद कफ़न बेच नेता करें, महलों में आराम। राजनीति के राज में, सोया है आवाम।। अच्छे दिन के नाम पर, दिए सभी ने वोट। राजनीति के राज में, महँगाई... Hindi · दोहा 1 407 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read परहित की रख भावना विषय-उपकार विधा-दोहा परहित की रख भावना, सदा करो उपकार। सुख-दुख के साथी बनो, सुखी रहे संसार।। डरो नहीं तुम मृत्यु से, रचो सुमृत्यु विधान। परहित की रख भावना, मिलता जग... Hindi · दोहा 2 599 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read रोला छंद रोला निर्धन बेघरबार, सड़क पर भूखा सोता। खाता है दुत्कार, क्षुधा से पीड़ित रोता।। बेबस ये लाचार, जेब है इसकी खाली। महँगाई की मार, मने कैसे दीवाली? कर सौलह शृंगार,... Hindi · दोहा 1 2 447 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 14 Nov 2021 · 1 min read राजनीति के राज कफ़न बेच नेता करें, महलों में आराम। राजनीति के राज में, सोया है आवाम।। अच्छे दिन के नाम पर, दिए सभी ने वोट। राजनीति के राज में, महँगाई की चोट।।... Hindi · दोहा 356 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 12 Nov 2021 · 1 min read मिला झूठ को मान नमन सृजन समीक्षा मंच? दिन-शुक्रवार दिनांक-12.11.2021 विषय-मिला झूठ को मान झूठों का है दबदबा,झूठी सारी शान। झूठों के दरबार में, मिला झूठ को मान।। पट्टी बाँधी न्याय ने, मिला झूठ... Hindi · दोहा 2 438 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 12 Nov 2021 · 1 min read आराम, सुकून विषय-आराम, सुकून श्रम को पूँजी मान कर, नित्य करें जो काम। तजें सदा आराम को, मिलें सफल परिणाम।। महँगाई की मार ने, छीना चैन-सुकून। सत्ता के हाथों हुआ,अरमानों का खून।।... Hindi · दोहा 1 496 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा महोत्सव आयोजन-छठ महोत्सव पर्व विधा-गीत कार्तिक षष्ठी शुक्ल तिथि को, भोर नहा रवि अर्ध्य लगाऊँ। शुद्ध आचरण, निर्जल रह कर, छठ पूजा का पर्व मनाऊँ। पीपल के ले तीन सूप में,... Hindi · गीत 1 266 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा (गीत) छठ महोत्सव पर्व विधा-गीत कार्तिक षष्ठी शुक्ल तिथि को, भोर नहा रवि अर्ध्य लगाऊँ। शुद्ध आचरण, निर्जल रह कर, छठ पूजा का पर्व मनाऊँ। पीपल के ले तीन सूप में,... Hindi · गीत 2 412 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा-गोपाष्टमी शुक्ल पक्ष कार्तिक मने, षष्ठी का त्योहार। सूरज का पूजन करें, सुख-वैभव आधार।। परंपरागत रीति से, होता छठ का पर्व। मानवता की नींव रख, करते सब जन गर्व।। छठ पूजन... Hindi · दोहा 1 292 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read अशोक, तीर (तट) विषय- अशोक, तट देख दृश्य दारुण्य का, अंतस व्यापित शोक। जिज्ञासा छलने लगी, सत्पथ मिला अशोक।। यमुना तट गोपी खड़ीं, मोहन रचते रास। राधा माधवमय हुईं, व्यापित मन उल्लास।। डॉ.... Hindi · दोहा 1 445 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read सूर्य षष्ठी -गोपाष्टमी विषय- सूर्य षष्ठी-गोपाष्टमी शुक्ल पक्ष कार्तिक मने, षष्ठी का त्योहार। सूरज का पूजन करें, सुख-वैभव आधार।। परंपरागत रीति से, होता छठ का पर्व। मानवता की नींव रख, करते सब जन... Hindi · दोहा 1 364 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read अंतर घट की प्यास विषय- अंतर घट की प्यास रिश्ते किश्तों में चुके, अंतस हुआ उदास। सिक्त कोई न कर सका ,अंतर घट की प्यास।। कस्तूरी मृग ढूँढ़ रहा, व्यापा मन संत्रास। बुझी नहीं... Hindi · दोहा 1 222 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Nov 2021 · 1 min read सूर्योपासना सूर्योपासना कीजिए, मिटते सारे पाप। सकल व्याधि तन मुक्त हो, रहे नहीं संताप।। छठ है सूर्योपासना, पूजा, व्रत त्योहार। पूर्ण सकल हों कामना, भरे रहें भंडार।। देती सूर्योपासना, सुख, वैभव,... Hindi · दोहा 2 481 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे राधा-कृष्ण श्याम अधर वंशी सजे, मोर मुकुट अभिराम। राधा बनवारी भई, रास- रंग सुखधाम।। प्रेम रंग मोहन रमे, लगा प्रेम मन रोग । प्रेम राग वंशी जपे, रुचे न दूजा... Hindi · दोहा 1 588 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे विषय-"माँग रही वरदान" माँ गौरी सुखदायिनी, माँग रही वरदान। सदा सुहागन मैं रहूँ, मिले सजन को मान।। माँग रही वरदान ये, रखना अमर सुहाग। जीवन भर मिलता रहे, प्रियतम का... Hindi · दोहा 1 454 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे अपने मन की बात सोच-समझ कर ही कहें, अपने मन की बात। सुन करते उपहास जन, देते मन आघात।। अगर न कहती मैं कभी, अपने मन की बात। पड़े नहीं... Hindi · दोहा 1 347 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे "फिर से होना चाहिए" फिर से होना चाहिए, दूर सभी व्यभिचार। हर कन्या भयभीत है, बढ़ता पापाचार।। आज प्रदूषण बढ़ रहा, पाए रोग- विकार। फिर से होना चाहिए, पर्यावरण सुधार।।... Hindi · दोहा 1 474 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे विषय-विभाजन किया विभाजन गेह का, रहा नहीं कुछ शेष। मातु-पिता आश्रम गए, मन में लेकर क्लेश।। विषय-विनय मातु शारदा विनय करूँ,दो ऐसा वरदान। निर्मल, कोमल भाव रख, रचूँ दिव्य अभिधान।।... Hindi · दोहा 1 410 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Nov 2021 · 1 min read दोहे भाव -भाव की बात है कन्या में देखा किए, अलग-अलग सब रूप। भाव-भाव की बात है, क्या दानव क्या भूप।। कुछ जन गो को पूजते, कुछ करते संहार। भाव-भाव की... Hindi · दोहा 1 277 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे दशहरा पर दोहे वर्तमान रोता बिलख,फैला भ्रष्टाचार। रावण हर घर में बसा,राम करो उद्धार।। मायावी मारीच सम,लोभ बना सिर मोर। दया, द्वेष, अन्याय, छल,क्रोध,कपट अति घोर।। दशमी का ये पर्व... Hindi · दोहा 270 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे राधा-कृष्ण श्याम अधर वंशी सजे, मोर मुकुट अभिराम। राधा बनवारी भई, रास- रंग सुखधाम।। प्रेम रंग मोहन रमे, लगा प्रेम मन रोग । प्रेम राग वंशी जपे, रुचे न दूजा... Hindi · दोहा 1 478 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे माँ दुर्गा के दोहे *********** रक्तिम साड़ी तन सजे,गुड़हल हार सुहाय। मस्तक मुकुट बिराजता, शोभा भक्त लुभाय।। सवा रुपैया नारियल, रोली अक्षत हाथ। हलुआ पूड़ी भोग ले, माँ को पूजें... Hindi · दोहा 306 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे चाँद चंचल चितवन चाँद सी, भूले योगी योग। राग-द्वेष में फँस गए, करते हैं नित भोग।। अख़बार चर्चित लोगों में हुआ, आज सकल परिवार। अपवादों में घिर गया, बंद रखा... Hindi · दोहा 347 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे कर्म भाग्य भरोसे बैठकर, मांँगे भीख फ़कीर। कर्मवीर नित कर्म कर, होता नहीं अधीर।। देश मेरे भारत देश का, दसों दिशा यशगान, न्योछावर तन- मन करूँ, इसका हो सम्मान।। विधान... Hindi · दोहा 447 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे दीप- दीप तले अँधियार है, करता जग उजियार। परहित की रख भावना, मना आज त्योहार।। लक्ष्मी- माँ लक्ष्मी वरदायिनी, विनय करो स्वीकार। सुख-वैभव जग पूर्ण हो, भरे रहें भंडार।। मिठाई-... Hindi · दोहा 336 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "लक्ष्मी" "लक्ष्मी" (दोहे) आज अमावस रात्रि को, दीपों का त्योहार। लक्ष्मी आईं धरा पर, करने को उजियार।। माँ लक्ष्मी वरदायिनी, विनय करो स्वीकार। सुख-वैभव जग पूर्ण हो, भरे रहें भंडार।। आज... Hindi · दोहा 939 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहा #सौरभ से महका चमन, भ्रमर करें गुंजार। वन-उपवन पुष्पित धरा, चहक उठा संसार। माया बंधन मोह का, मन अवगुण की खान। नश्वर यह संसार है,क्यों करता अभिमान।। आशुतोष परितोष हैं,... Hindi · दोहा 282 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे भाग्य भरोसे बैठकर, माँगे भीख फ़कीर। कर्मवीर नित कर्म कर, होता नहीं अधीर।। अभिनेता अभिनय करे, रंगमंच संसार। सूत्रधार जग ईश है, लीला अपरंपार।। चंचल चितवन चाँद सी, भूले योगी... Hindi · दोहा 431 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "धन वर्षा :अमृत वर्षा दोहे "धन वर्षा: अमृत वर्षा धनतेरस का पर्व ये, लक्ष्मी का त्योहार। घर -घर में सबने लिए,नए-नए उपहार।। देव,तिजोरी पूज कर, पाओ मोदक भोग। अमृत औषधी पान कर, दूर भगाओ... Hindi · दोहा 445 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "धनतेरस" विषय-धनतेरस शुभ कुबेर का आगमन, धनतेरस त्योहार। धन-वैभव से पूर्ण हों, भरे रहें भंडार।। धनतेरस पर आज दो ,धनवंतरि वरदान। स्वस्थ, सुखी संसार हो , कर औषधि का पान।। धनतेरस... Hindi · दोहा 351 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "रही प्रकाशित अवध में" नमन सृजन समीक्षा मंच? दिन-शुक्रवार दिनांक-5.11.2021 विषय- रही प्रकाशित अवध में रही प्रकाशित अवध में, सरयू निर्मल धार। उत्सव है श्रीराम का, भव्य करें सत्कार।। रही प्रकाशित अवध में, दीपमालिका... Hindi · दोहा 164 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "गोवर्धन" विषय- गोवर्धन गो माँ का वध मत करो, गोपालक भगवान। गोमाता को पूजिए, गोधन वरधन मान।। लीप चौक पूजन करें, गोवर्धन का आज। गोरक्षा की शपथ ले, पूरा देश, समाज।।... Hindi · दोहा 1k Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "हर मुश्किल आसान" " हर मुश्किल आसान " दोहा कोशिश करने से हुई, हर मुश्किल आसान। भाग्य भरोसे बैठकर, रोता हर इंसान।। दुर्गम शैल शिखर चढ़े, कर्मवीर बलवान। श्रम साधक बन कर सके,... Hindi · दोहा 180 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "सब विनाश का काम" "सब विनाश का काम" दोहे धूम्रपान की लत लगी, दिखा नहीं परिणाम। बिन सोचे-समझे किए, सब विनाश के काम। आब गई व्यभिचार में, धूमिल जग में नाम। खुले आम दानव... Hindi · दोहा 1 411 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Nov 2021 · 1 min read दोहे "रही न हाथ लगाम" विषय-रही न हाथ लगाम। काया से लाचार हो, पिता रहा नाकाम। सत्ता सोंपी पुत्र को, रही न हाथ लगाम।। भाई-भाई कर रहे, रिश्तों को बदनाम। खून-खराबा हो गया, रही न... Hindi · दोहा 1 1 471 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Sep 2021 · 1 min read तितली सुकोमल पंख सतरंगी परी अवतार सी तितली। सजीला रूप मनमोहक हँसे गुलनार सी तितली। करे रसपान फूलों का लुटाती प्रीति उपवन में- सलौनी बाल मन भाए लगे उपहार सी तितली।... Hindi · मुक्तक 1 1 347 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Sep 2021 · 1 min read तितली (मुक्तक) सुकोमल पंख सतरंगी परी अवतार सी तितली। सजीला रूप मनमोहक हँसे गुलनार सी तितली। करे रसपान फूलों का लुटाती प्रीति उपवन में- सलौनी बाल मन भाए लगे उपहार सी तितली।... Hindi · मुक्तक 372 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 25 Oct 2020 · 1 min read दशहरे पर दोहे दशहरा पर दोहे वर्तमान रोता बिलख,फैला भ्रष्टाचार। रावण हर घर में बसा,राम करो उद्धार।। मायावी मारीच सम,लोभ बना सिर मोर। दया, द्वेष, अन्याय, छल,क्रोध,कपट अति घोर।। कपटी महलों में बसे,... Hindi · दोहा 1 1 424 Share Previous Page 2 Next