Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2021 · 1 min read

दोहे

माँ दुर्गा के दोहे
***********
रक्तिम साड़ी तन सजे,गुड़हल हार सुहाय।
मस्तक मुकुट बिराजता, शोभा भक्त लुभाय।।

सवा रुपैया नारियल, रोली अक्षत हाथ।
हलुआ पूड़ी भोग ले, माँ को पूजें साथ।।

अंबे सिंह पर राजति,दुर्गा काली रूप।
उनको आदर भाव से पूजें नर अरु भूप।।

माँ की महिमा है भली, हरती दुख संताप।
भक्तों की मुश्किल टरे, स्वयं काटती पाप।।

माँ दुर्गा सुखदायिनी ,जग की पालनहार।
पूजो माँ को नौ दिवस, कर देगी उद्धार।।

देवी पूजा अर्चना, नमन करूँ धर ध्यान।
बिन माँगे मोती मिले, दुख का करे निदान।।

माँ का सुमिरन जो करे,भक्ति भाव गुणगान।
भवसागर से तारती, मैया दे वरदान।।

माता को नित पूजके,कर्म करे जो नेक।
जीवन में सुख भोगता,पाकर बुद्धि विवेक।।

डॉ. रजनी अग्रवाल “वाग्देवी रत्ना”
वाराणसी (उ. प्र.)

Language: Hindi
291 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
अर्थार्जन का सुखद संयोग
अर्थार्जन का सुखद संयोग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
Sakhawat Jisan
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
■ चिंतन...
■ चिंतन...
*Author प्रणय प्रभात*
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
Subhash Singhai
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
Shweta Soni
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
ruby kumari
"अजीब फलसफा"
Dr. Kishan tandon kranti
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Dr Parveen Thakur
" गुरु का पर, सम्मान वही है ! "
Saransh Singh 'Priyam'
दोहा - चरित्र
दोहा - चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
Manisha Manjari
जीने की वजह हो तुम
जीने की वजह हो तुम
Surya Barman
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बोझ हसरतों का - मुक्तक
बोझ हसरतों का - मुक्तक
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सजल...छंद शैलजा
सजल...छंद शैलजा
डॉ.सीमा अग्रवाल
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
*नेत्रदान-संकल्प (गीत)*
Ravi Prakash
अभी उम्मीद की खिड़की खुलेगी..
अभी उम्मीद की खिड़की खुलेगी..
Ranjana Verma
कुछ बहुएँ ससुराल में
कुछ बहुएँ ससुराल में
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
झील किनारे
झील किनारे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
माँ की याद आती है ?
माँ की याद आती है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यह अपना रिश्ता कभी होगा नहीं
यह अपना रिश्ता कभी होगा नहीं
gurudeenverma198
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Kanchan Khanna
अदम गोंडवी
अदम गोंडवी
Shekhar Chandra Mitra
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
Loading...