ओनिका सेतिया 'अनु ' 1961 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jan 2022 · 1 min read पुण्य स्मरण धन्य हुई यह भारत -भूमि , जिसमें दो रत्नो ने लिया जन्म। एक गांधी जी और दूसरे शास्त्री जी , जिनको हमारा शत-शत नमन। सादा जीवन उच्च विचार। मीठी वाणी... Hindi · कविता 3 3 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jan 2022 · 1 min read राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की याद में .... कहाँ हो बापू ! हाथ जोड़कर करती है , भारतमाता ये फ़रियाद। कहाँ हो बापू की मुझे , आ रही है तुम्हारी याद। तुम गया जबसे हे बापू !, मेरा... Hindi · कविता 2 744 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Feb 2023 · 1 min read भगवान सर्वव्यापी हैं । कौन कहता है की , भगवान नहीं है । भगवान है, हर कहीं है । हमारे प्राणों में ,इस पृथ्वी के कण कण में , समस्त प्राणियों में , इस... Hindi · कविता 954 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Aug 2021 · 2 min read महासती द्रोपदी की दो भूलें हे पुण्य सलिला , यज्ञ सैनी ,वीरांगना, दिव्य कन्या , देवी द्रोपदी ! तुम्हारे साथ कब न्याय हुआ। हे कृष्णे ! कृष्ण सखी , होकर भी विधाता के द्वारा सदा... Hindi · कविता 3 3 740 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Oct 2021 · 1 min read माता पिता कभी नहीं मरते ... माता पिता कहीं नहीं जाते , कभी नहीं मरते , उनका मरता केवल शरीर है , उनकी आत्मा तो घर की एक एक ईंट पर , विराजमान है । जो... Hindi · कविता 8 10 827 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Nov 2019 · 1 min read जिंदगी और मौत (गजल ) अपना इख्तियार कहाँ होता है जिंदगी और मौत पर , नादां इंसान यूँ ही हक़ जताता है जाने क्यों इन पर । एक जगाए नन्ही आँखों को मासूम ख्वाब लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 741 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2022 · 2 min read आप कौन से मुसलमान है भाई ? यह कौन लोग है शदाई, इंसानियत जिन्होंने भुलाई । धर्म के नाम पर जिसने, नफरत की चिंगारी जलाई । अल्लाह का नाम जुबा से लेते , और करते उसकी रुसवाई... Hindi · कविता 4 9 816 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jun 2021 · 1 min read बीमार का हाल अच्छा है। पहले कभी मिलते थे , तो चेहरे पर आ जाती थी रौनक , अब उनसे मुलाकात को जमाना हो गया , अब कैसे कहें की बीमार का हाल अच्छा है।... Hindi · कविता 3 4 794 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Aug 2021 · 2 min read नए जमाने की सास शादी से पहले बहु डरा करती थी , पता नहीं कैसी सास मिलेगी ? आज कल सासें डरती है , भगवान जाने कैसी बहु मिलेगी ? बहुएं रखती है शर्तें... Hindi · कविता 1 783 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Feb 2017 · 1 min read दीवानगी (कविता) तू देख ज़रा मेरी दीवानगी, किस तरह सज-संवर कर आई है। आंसुओं के फूल और, सर्द आहों के हार लायी है। जिंदगी से मिले कुछ दर्द ,टीस, वेदना और ज़ख्म... Hindi · कविता 1 1 809 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Aug 2021 · 1 min read कहां गए वो लोग ? कहाँ गए वो लोग जिनकी आईने सी शख्सियत थी, खुदा से जो उनको मिला दे ऐसी उनकी हैसियत थी । तबियत में सादगी औ ऊँचे ख़यालात जीने का ढंग, जिन्दादिली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 723 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2021 · 1 min read एहसानों के बोझ तले दबा एक जीवन , पहला एहसान माता पिता का , जिन्होंने जन्म दिया और पालन पोषण किया । और दुनिया का मुकाबला करने हेतु , हमें अपने पैरों पर खड़ा किया । दूसरा एहसान... Hindi · कविता 3 4 799 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Apr 2022 · 1 min read एक मुर्गी की दर्द भरी दास्तां खुदा करे तुम भी उसी खौफ से जिओ, जिस खौफ से दिन रात मैं जीती हूं । एक पिंजरे में बंद अपने साथियों के साथ , ठूस ठूस के ऐसी... Hindi · कविता 1 2 880 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jun 2021 · 1 min read दर्द का सैलाब दर्द दिल का कुछ इस हद से बढ़ा, आंखों से लहू का सैलाब बन बहा। दिखाई देने लगी हर शय लहू से रंगी , कतरा कतरा आंसुओं का जब बहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 747 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Aug 2017 · 1 min read देश के नाम चार शेर १, ऐ वतन ! मुझे तुम पर नाज़ है , की तुम्हारी सर ज़मीं पर अमर शहीदों ने जन्म लिया. मगर यह भी अफ़सोस की है बात , इसी ज़मीं... Hindi · शेर 789 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Feb 2022 · 1 min read माता पिता का सहारा बनो .. चार पैसे क्या कमा लिए , रुतबा इतना ऊंचा हो गया ! घर में माता पिता का दखल , नागवार ,नापसंद हो गया । दो पीढ़ियों के वैचारिक भेद ,... Hindi · कविता 3 3 911 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read गुरु के अनेक रूप संतान जब जन्म ले , तब माता होती उसकी प्रथम गुरु । माता संस्कार सिखाती अपने संतान को । संतान जब कुछ बड़ी हो जाए , तो पिता होते द्वितीय... Hindi · कविता 3 2 865 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Jun 2021 · 1 min read और कितना तू रोएगी जिंदगी .. और कितना रोएगी जिंदगी बताना, कितना है तेरे अश्कों का पैमाना । जन्म से लेकर अब तक रो ही रही है, कुछ हासिल हुआ तुझे इससे बताना । कभी अपनों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 732 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Aug 2021 · 1 min read हे राजीव ! तुम्हें नमन ( पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्री राजीव गांधी जी के जन्मदिवस पर विशेष) हे राजीव ! तुम्हे नमन , आज ह्रदय में महका है पुन : तुम्हारी यादों का चमन । इस गुलिस्ताँ -ऐ- वतन का हर , फूल और कली तुम्हारा पता... Hindi · कविता 2 2 766 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jun 2021 · 1 min read सांवली सलोनी रजनी चंदा ओ चंदा ! कहां से आती है यह रजनी । शाम ढलते ही जो , बन संवार कर आती है सजनी । हर प्राणी को निद्रा के नशे ,... Hindi · कविता 3 4 742 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Mar 2021 · 1 min read नेता की परिभाषा ( हास्य व्यंग काव्य) कुर्सी को देख जिसकी , चमकती हो आंखें । और रुपयों की महक से, भ्रमित हो जाए नाक । सत्ता के स्वाद से जिसके , लपलपाती हो जुबान । और... Hindi · कविता 1 4 764 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Aug 2021 · 5 min read भगवान श्री कृष्ण के जीवन की करुण गाथा। विष्णु अवतार होकर भी , कान्हा ने जीवन में सुख न पाया। जन्म लिया कारा गृह में, और बचपन गांव में बिताया। बड़ी कठिनता से वासुदेव जी ने , शिशु... Hindi · कविता 3 5 749 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Nov 2021 · 1 min read मुस्कान का महत्व बिना मुस्कान के बड़ी बोझिल होती है जिंदगी , ना हंसी और ना मज़ाक तो नीरस होगी जिंदगी । हँसते -हँसते तो कट जाते हैं सभी मुश्किल रास्ते , बड़ा... Hindi · कविता 2 2 711 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2021 · 2 min read तारीफ में कंजूसी क्यों ? जाने क्यों लोग इतने कंजूस , क्यों हो गए हैं । दो पैसे की मदद करने की बात छोड़ो , तारीफ के दो शब्द बोलने इन्हें , भारी पड़ गए... Hindi · कविता 7 5 785 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Mar 2017 · 1 min read मुक्ति (कविता) ऐ मेरे पंछी!, उड़ जा तू इस, पिंजरे से । ऐ मेरे पथिक, जा चला जा तू , इस किराये के मकान से, . क्या रखा है यहाँ ? जो... Hindi · कविता 1 734 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Nov 2021 · 1 min read जो दोगे वही पाओगे .. किसी इंसान का दिल किसी बैंक मे खाता जैसा होता है।जो डालोगे वही बदले में ब्याज सहित मिलेगा । प्यार ,ममता ,अपनापन ,करुणा ,इत्यादि सुन्दर भाव डालोगे वही ब्याज सहित... Hindi · लेख 1 762 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2018 · 1 min read रास्ते का पत्थर (कविता) ओह निराशा ! तू कब जाएगी मेरे ह्रदय से , प्रतीत तो होता है यही , के तू ना जाएगी मेरे ह्रदय से . तभी तो मैं जहाँ जायुं ,... Hindi · कविता 1 2 759 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Aug 2019 · 1 min read अरुण ! तुम क्यों चले गए ( कविता) { पूर्व वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी की स्मृति में ॥} अभी अभी तो देश जागा था , और लेने लगा था अंगड़ाई । विकास के आयामों को छूने को , सारे विश्व में पैठ अपनी जमाई । उसी पथ फिर... Hindi · कविता 1 670 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी का हिसाब चार दिन की जिंदगी औ बेशुमार अरमान , कितने है इसमें रूबरू कितने अनजान । कुछ ख्वाइशों पाली है और कुछ आर्जुएं, देखकर खुदा भी हो रहा है हम पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 677 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Mar 2022 · 1 min read औरत का अपना घर झूठ कहते है लोग , औरत का घर होता । सही मायने में औरत का , कोई घर नहीं होता । औरत के बिना माना कोई , घर नहीं होता... Hindi · कविता 2 2 709 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Dec 2021 · 1 min read जवाब दो ! विधाता तुमने ऐसा अन्याय क्यों किया ?.... एक मां की गोद उजाड़ करके, विधाता तुझे क्या मिला? उसके जीवन को आंसुओं में, डुबो कर तुझे क्या मिला ? उसके घर की रौनक छीनकर , उसमें अंधेरा भरकर... Hindi · कविता 667 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2022 · 1 min read दोजख की आग खुदा को जो नहीं मानते आज के इंसान , तो उससे खौफ कैसे खायेंगे ? जिस्म को ही अपनी पहचान समझ बैठे, रूह की हैसियत को क्या मानेंगे । गुनाहों... Hindi · मुक्तक 1 774 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jun 2021 · 1 min read विडंबना कैसी विडंबना है , पहले विद्यालय बंद हुए , जिसके फलस्वरूप बच्चे Online पढ़ने लग गए । बच्चों के मानसिक और शारीरिक , स्वास्थ्य का पहले ही बहुत नुकसान हो... Hindi · कविता 4 4 631 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Aug 2021 · 1 min read महान कलाकार स्व श्री रविन्द्र जैन जी की याद में... जनमांध थे परंतु प्रभु ने उन्हें दिव्य ज्ञान, रविंद्र जैन जी थे कलाकार एक महान । द्वापर युग के महान भक्ति कवि सूरदास थे , और एक कलयुग के हमारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 667 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2021 · 2 min read आज़ादी की उलझन मैं ७५ बरस की हो गई हूं , मगर अभी भी है एक उलझन ? मुझ पर दावे तो बहुतों ने किए , मगर मेरा असली दावेदार है कौन ?... Hindi · कविता 3 6 677 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jun 2021 · 1 min read मेरे बिछड़े जीवन साथी संसार सागर के मझधार में छोड़ गए तुम , ये जीवन सफर भी अधूरा छोड़ गए तुम , जो सपने मिलकर देखे थे कभी हमने तुमने, उन सपनो को भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 19 660 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Nov 2021 · 2 min read माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता... गर खता हो जाए तो , माफी मांग लीजिए । अपने और दोस्त के , दिल को साफ कीजिए । मगर जहां गुरुर हो बेइंतहा , वहां माफी मांगे कौन... Hindi · कविता 1 2 695 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Nov 2021 · 1 min read क्रोध :विनाश का कारण क्रोध अहंकार से प्रारंभ होता है , और विनाश पर समाप्त होता है । क्रोध से घर ,देश और समाज की , सुख ,समृद्धि ,शांति,प्रेम ,मान , सम्मान सब कुछ... Hindi · मुक्तक 2 3 696 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jun 2017 · 1 min read यामिनी (कविता) काले आँचल पर , चमकते ज्यों सितारेे। यामिनी ने ही सजाये हैं, नभ पर चमकते तारेें। घूँघट में अपने चाँद सा मुखड़ा कभी छुपाये , तो कभी दिखा जाये। जैसे... Hindi · कविता 1 715 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2017 · 1 min read कारवां जिंदगी का ... (मुक्तक ) हजारों कारवां आयेंगे जिंदगी में, एक कारवां छूट गया तो क्या हुआ ? हजारों चमकते सितारे है आसमां में, एक सितारा उनमें टूट गया तो क्या हुआ ? हजारों दिल... Hindi · मुक्तक 659 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Sep 2021 · 1 min read बेटा बेटी में फर्क क्यों ? दोनो है जब एक ही डाली के फूल , मत करो इनमें फर्क करने की भूल । बेटा गर है आपके घर का चिराग तो , बेटियां घर की रौनक... Hindi · कविता 2 4 746 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Aug 2021 · 1 min read आज़ादी पर ग्रहण पंख कतरे गए जिन पंछियों के , आज़ादी क्या होती है उनसे पूछो । गुलामी की जंजीरें तोड़कर जिन्होंने , बा मुश्किल राहत की सांस ली थी , वापस जंजीरों... Hindi · कविता 4 12 644 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jun 2021 · 1 min read नटखट चंदा ए चांद ,! तुम कितने प्यारे हो , धरती की आंख के तारे हो । बच्चे तुम्हें कहते प्यारे मामा , बड़ों की आस के तुम तारे हो । सुहागने... Hindi · कविता 3 4 666 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jul 2021 · 1 min read करोना का खानदान अरे ओ करोना ! पहले तूने कोई कसर छोड़ी थी , जो तू अपने साथ पूरा खानदान उठा लाया। तुम सब दुष्टों ने मिलकर कैसा हंगामा है मचाया , यूं... Hindi · कविता 6 12 685 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Sep 2021 · 1 min read बड़ी दीदी ( स्व बड़ी दीदी{ननद }की स्मृति में) सभी रिश्तों की डोर , मजबूती से बांधे रखती थी । दीदी सबकी परवाह करती थी । घर में कोई भी आए , गर्मागर्म समोसे और चाय , मंगवा कर... Hindi · कविता 3 2 629 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Aug 2021 · 1 min read मित्रता ( मित्रता दिवस पर विशेष ) मित्रता वो सागर है जिसमें सभी इंसानी , जज्बात की नदियां समा जाती है । प्रेम ,स्नेह ,ममता ,दया ,करुणा ,सहनशीलता, सौहाद्र की तरंगे उठती है । वासना ,कपट ,... Hindi · कविता 5 4 684 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Sep 2021 · 2 min read धरती और आकाश का मिलन आकाश की विरह वेदना जब हद से बड़ी , प्रवाह बन अश्रु धारा नयनों से बही । दुनिया ने जिसे बरसात समझा। विरह वेदना अपनी प्रेयसी धरती की , मगर... Hindi · कविता 2 2 684 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2021 · 1 min read शादी का लड्डू ( हास्य व्यंग कविता) कहते है लोग शादी वो लड्डू है , जो खाए वो पछताए ,और जो न खाए वो भी पछताए। तो हम कहते है भाई मेरे ! इस लड्डू को खाकर... Hindi · कविता 3 4 867 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Aug 2021 · 1 min read रिश्तों का ताना बाना कैसे हैं ये दुनिया में रिश्ते , कैसा इन रिश्तों का ताना-बाना । किसी में निश्छल ,निस्वार्थ प्रेम किसी में बस मतलब का याराना । कहीं अजनबी भी अपने से... Hindi · कविता 2 686 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Aug 2021 · 1 min read वीर अभिमन्यु अधर्म का ऐसा नंगा नाच देखो , की नन्हे बालक को भी ना छोड़ा। रचाकर षड्यंत्र चक्रव्यूह का , मानवता से कायरों ने मुंह मोड़ा। पहले तो किया सबने एक... Hindi · कविता 6 2 674 Share Previous Page 2 Next