meenu yadav 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read ये बच्चे!! ये बच्चे नादान…. गुरु की महिमा ये न जाने , अपने को भी न पहचाने बिन बात मुस्काते हैं .. आकर्षण से भर जाते हैं जीवन की डगर समझे बिन... Poetry Writing Challenge-3 1 60 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read सपनों की उड़ान सपनों की उड़ान मुट्ठी बंद कर ली कल्पना की उड़ान की पहली मुट्ठी खोल ली स्कूल के नाम की खान पढ़ूँगी? गाँव या शहर ! क्या पढ़ूँगी ? हिंदी ,... Poetry Writing Challenge-3 1 57 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read पुष्प का अभिमान पुष्प का अभिमान मैं वो पुष्प हूँ ; जो महकता हैं अपने लिए .. दूसरे की परवाह नहीं , उपवन की खूबसूरती उनसे नहीं l मैं वो पुष्प हूँ…. मुझसे... Poetry Writing Challenge-3 1 53 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read यार कहाँ से लाऊँ…… यार कहाँ से लाऊँ…… वो यार कहाँ से लाऊँ ??? स्कूल में जिन संग , आँखमिचौली खेली थी । इसकी अब्बा ,इसकी कुट्टा, वही सब सखी सहेली थी । खेल... Poetry Writing Challenge-3 1 42 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read किताबें बोलती हैं … किताबें बोलती हैं …. छिपी कहानियाँ हज़ारों इसमें डोलती है .. कहीं है दर्द की आहें , कहीं है प्यार की राहे! कहीं है ज्ञान की बातें , कहीं विज्ञान... Poetry Writing Challenge-3 1 57 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read विश्वास विश्वास आँखों से छलकता है , दिल में धड़कता है , रिश्तों में जकड़ता है , अपनों को पकड़ता है , विश्वास ! विश्वास !… धोखों से बचता है ,... Poetry Writing Challenge-3 1 61 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read माँ और हम माँ वो होती हैं जो जन्म देती हैं, उंगली पकड़ हमारी पग -पग चलना सिखलाती हैं। अपनी गोद में बैठकर प्यार भरा निवाला खिलाती है । हमारी आँखों में आँसू... Poetry Writing Challenge-3 53 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read नारी तू स्वाभिमानी है .. नारी तू स्वाभिमानी है .. भारत की गौरव-गाथा में तू, इतिहास की रानी है ! कभी लड़ाई के कारण में तू, तो कभी वीरता की निशानी है ! नारी तू... Poetry Writing Challenge-3 40 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read इंसान अपनी जाई की तो सब परवाह करे है असल तो वो है जो दूसरो कोअपना कहे है ये दम-खम सबमे नहीं होता सीख तो देते है लोग पर अमल कोई... Poetry Writing Challenge-3 47 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read ऐसे ही चले जाना है l मिट्टी के शरीर को , एक दिन खाक हो जाना है l जिसमें जन्म लिया है , उसी में मिल जाना है l जोड़े कितना ही यह धन , साथ... Poetry Writing Challenge-3 49 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read श्यामा मेरे... श्यामा मेरे... तुम आओ मेरे द्वारे आस लगाई बैठी कब से यह गोपी घर के द्वारे दही मथि के माखन बनायो ll श्यामा मेरे... तुम आओ मेरे द्वारे बंसी की... Poetry Writing Challenge-3 40 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read धुंधली छाया, कुछ धुंधली सी छाया, आँखों में बस्ती हैI मिलने को जिसे , एक टीस-सी हिवड़े में बस्ती है I ये कभी स्परष्ट नहीं हुई I पर हर मुश्किल घडी में... Poetry Writing Challenge-3 65 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read दुःख का भी अधिकार होता है दुःख का भी अधिकार होता है यह मुझे अभी पता चला जब एक बेबस को मैंने चौराहे पर रोते देखा न किसी ने आँसू पोछे न उसे दिया दिलासा समाज... Poetry Writing Challenge-3 40 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read मेहमान मेहमान मेहमान बनकर आया था .. वो एक दिन घर मेरे बड़े प्यार से अभिवादन किया था उसका हमने सोचा था भगवान कृष्ण आये है सुदामा की कुटी में दर्शन... Poetry Writing Challenge-3 57 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read समय समय न रोके रुकता है , न थमे थमता है , समय रेत की तरह मुट्ठी से फिसलता है ! समय बस चलता … बड़ा - छोटा , अमीर-गरीब नहीं... Poetry Writing Challenge-3 24 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read चाहत चाहत कुछ पाने की चाहत, अक्सर गलतियाँ करवाती है l कभी अँधेरे में खीच ले जाती है , तो कभी गरत र्में गिराती है l जब भी कुछ पाने की... Poetry Writing Challenge-3 30 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read जिंदगी मैं जी रही हूँ जिंदगी जो ख्वाबों में देखी थी जिसमे महकना भी शामिल तो महकाना भी है चमक से दूसरों की चौंधियाना भी जरूरी बेबाक बोलकर दूसरों की चुप... Poetry Writing Challenge-3 26 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read फ्लेशबैक फ्लेशबैक मैं भी कभी बच्ची थी, बड़ी नाज़ों से पली थी । हर इम्तिहान में , बिलकुल खरी उतरी थी । हारने का डर सताता था, इसलिए जीत के लिए... Poetry Writing Challenge-3 36 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read हमारा अन्नदाता हमारा अन्नदाता कोई रिक्शा चला कर पेट भरता है, तो कोई हाथ फैलाकर । कोई व्यापार कर घर चलता है , तो कोई चाकरी कर । भूखा तो कोई नहीं... Poetry Writing Challenge-3 28 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read बापू- तेरी लाडली बापू- तेरी लाडली बापू तेरी लाडली के लाड़ कोई न करता…. तू थकने पर कंधे पर खूब घुमाया करता, अब कोई एक गिलास पानी की भी न पूछता, आँखों मे... Poetry Writing Challenge-3 39 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read ये वक्त ये वक्त 1. न कल किसी ने देखा, न कल कोई देखेगा, ये वक्त है भाई ! जो इसे समझेगा, वही जीतेगा !! 2. न इसने किसी को रोका है... Poetry Writing Challenge-3 33 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read माँ माँ माँ में गर्भ से निकलकर देखूँगी संसार न लो जीवन मेरा तुम .. होगा बड़ा उपकार ! उठो ,लड़ो इस दुष्ट समाज से करो इसका संहार मैं हूँ अंश... Poetry Writing Challenge-3 38 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read वार्ता वार्ता बातें तो सब करते हैं, कुछ शोर करते हैं, तो कुछ लोगों को बोर करते हैं । हम तो उनमें से हैं, जो लोगों को आत्मविभोर करते हैं ।... Poetry Writing Challenge-3 38 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read जीवन की अवस्थाएँ… जीवन की अवस्थाएँ… शैशवावस्था की हँसी, देख दौड़े सभी, कोई चाहे गोद में उठाना, तो कोई प्यार से सहलाना । बाल्यवस्था की शरारतें , जिससे आए दिन आए शिकायतें ।... Poetry Writing Challenge-3 45 Share meenu yadav 30 May 2024 · 1 min read नई किरण रोशनी की …. नई किरण रोशनी की …. जब गरम हवाएँ गालों को सहलाने लगे , नन्हें कदमों को जलाने लगे , चिड़ियाँ उड़ने की बजाएँ.. बसेरे में छिपने लगें, नदी ,तालाब सूखने... Poetry Writing Challenge-3 94 Share meenu yadav 16 Jun 2022 · 1 min read बापू- तेरी लाडली बापू तेरी लाडली के लाड़ कोई न करता.... तू थकने पर कंधे पर खूब घुमाया करता, अब कोई एक गिलास पानी की भी न पूछता, आँखों मे आँसू झलकते, कोई... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 285 Share meenu yadav 13 Nov 2021 · 1 min read बचपन... बचपन... माँ का सुबह जल्दी उठाना, हमारा बस पाँच मिनट… पाँच मिनट…, कह कर फिर से सो जाना, घड़ी के काँटे का अपनी गति से बढ़ना… एक दम से हमारा उठना... Hindi · कविता 1 1 443 Share meenu yadav 30 Jul 2021 · 2 min read कहानी एक घर की एक ही दिन में तीन-चार छोटी-छोटी घटनाएँ घट गई । झलक ने सुबह उठते ही बताया ,"पापा कल मेरी फीस जाएगी ।अजय एक मिनट तो खबर सुनकर शांत कुरसी पर... Hindi · कहानी 1 351 Share meenu yadav 12 Jul 2021 · 1 min read इस बार पछुआ कुछ ऐसी चली, इस बार पछुआ कुछ ऐसी चली, यादों की मानो साँसे चली, जो दबा था बरसों से दिल की गली, उसे देख जीवन में हलचल मची। इस बार पछुआ कुछ ऐसी... Hindi · कविता 1 2 312 Share meenu yadav 9 Jul 2021 · 3 min read इंसान कभी रुकती नहीं प्रस्तावना -समय हर घाव भर देता है , कितना ही गहरा क्यों न हो ! करोना के इस कुचक्र में न जाने कितनों को जख्म दिए पर सभी गुजरते वक्त... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 493 Share meenu yadav 14 Jun 2021 · 1 min read गुलाब की दास्तां गुलाब का फूल , काँटो के बीच पलता-बढ़ता और पनपता है , सुंदरता और सुगंध से सारा गुल महकाता है । सभी के मन को भाता है ... सीख यही... Hindi · कविता 1 2 711 Share meenu yadav 4 Jun 2021 · 1 min read जीवन की अवस्थाएँ... शैशवावस्था की हँसी, देख दौड़े सभी, कोई चाहे गोद में उठाना, तो कोई प्यार से सहलाना । बाल्यवस्था की शरारतें , जिससे आए दिन आए शिकायतें । माँ-बाप का दुर्भर... Hindi · कविता 1 1 412 Share meenu yadav 2 Jun 2021 · 1 min read God ! God listen to me I am your child And you're my God . Correct me always When will be something wrong I frighten in darkness, Give me a light of... English · Poem 2 1 430 Share meenu yadav 2 Jun 2021 · 1 min read नारी तू स्वाभिमानी है .. नारी तू स्वाभिमानी है .. भारत की गौरव-गाथा में तू, इतिहास की रानी है ! कभी लड़ाई के कारण में तू, तो कभी वीरता की निशानी है ! नारी तू... Hindi · कविता 1 4 676 Share meenu yadav 2 Jun 2021 · 1 min read हमारा अन्नदाता कोई रिक्शा चला कर पेट भरता है, तो कोई हाथ फैलाकर । कोई व्यापार कर घर चलता है , तो कोई चाकरी कर । भूखा तो कोई नहीं रहता !... Hindi · मुक्तक 1 2 340 Share meenu yadav 1 Jun 2021 · 1 min read मैं ..... जब से माँ की उंगली छूटी, बहुत रोई हूँ, मैं !! अकेले चलते-चलते, बहुत डरी हूँ, मैं !! ज़िन्दगी की राह में, हमेशा आगे ही बढ़ी हूँ, मैं !! खुली... Hindi · कविता 1 421 Share meenu yadav 1 Jun 2021 · 1 min read One day One day... I'll do what I want to do. One day..I'll climb Mount Everest so that no one can reach and get me back to work. One day ...I'll swim... English · Poem 1 3 571 Share meenu yadav 1 Jun 2021 · 1 min read I'm a teacher . I'm a teacher . Sometimes preacher Also a creature I'm a teacher. I can give the direction, And show them the path ! But I can't force them to go... English · Poem 1 4 349 Share meenu yadav 31 May 2021 · 1 min read पति मेरा सयाना, पति मेरा बड़ा सयाना, हर घड़ी मारे मुझे, पैसों का ताना । न दिन को चैन , न रात को दाना । देर से आने पर करता, हरदम वो नया... Hindi · कविता 1 308 Share meenu yadav 31 May 2021 · 1 min read वार्ता बातें तो सब करते हैं, कुछ शोर करते हैं, तो कुछ लोगों को बोर करते हैं । हम तो उनमें से हैं, जो लोगों को आत्मविभोर करते हैं । -... Hindi · मुक्तक 281 Share meenu yadav 29 May 2021 · 1 min read जेठ में बरसात जेठ के माह में, तपती दुपहरिया में, खेत बीच खड़ा किसान, तक रहा था आसमान । जेठ के माह में किसान …. शरीर से बहा रहा पसीना, चीरने को धरती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 512 Share meenu yadav 29 May 2021 · 1 min read Shadow I am a human, not someone's shadow … Wanna live a life, Like a free butterfly . Don't wanna interference, Becoz I'm what I'm . not someone's shadow … Don't... English · Poem 3 3 448 Share meenu yadav 28 May 2021 · 1 min read इंतज़ार में इन्तहा के पल 1. एक झलक को, बरसों किया इंतज़ार, इन्तहा हुई , जब वो आए किसी के साथ !! 2. बेदर्द वो ही नहीं , ज़माना भी है । हर ज़ख्म पर... Hindi · शेर 3 3 359 Share meenu yadav 28 May 2021 · 3 min read ऐसी गलती फिर न होगी (बचपन की सीख से) रामनिवास सपरिवार नई दिल्ली से सट्टे एक छोटे से गाँव दौलतपुर में रहता था। उसका दुनिया अपने बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती थी । मीना उसकी चहिती बेटी थी । वह... Hindi · कहानी 1 313 Share meenu yadav 27 May 2021 · 1 min read ये वक्त 1. न कल किसी ने देखा, न कल कोई देखेगा, ये वक्त है भाई ! जो इसे समझेगा, वही जीतेगा !! 2. न इसने किसी को रोका है , न... Hindi · मुक्तक 2 5 565 Share meenu yadav 27 May 2021 · 1 min read जब मैं छोटा बच्चा था, जब मैं छोटा बच्चा था, बड़ी शरारत करता था । जब में छोटा बच्चा था , दादा जी लाठी लेकर, बड़ी जूत्तियाँ पहनकर , नकल उनकी करता था । जब... Hindi · कविता 1 3 5k Share meenu yadav 25 May 2021 · 1 min read फ्लेशबैक मैं भी कभी बच्ची थी, बड़ी नाज़ों से पली थी । हर इम्तिहान में , बिलकुल खरी उतरी थी । हारने का डर सताता था, इसलिए जीत के लिए लड़ी... Hindi · कविता 2 2 422 Share meenu yadav 22 May 2021 · 1 min read वो यार कहाँ से लाऊँ...... वो यार कहाँ से लाऊँ ??? स्कूल में जिन संग , आँखमिचौली खेली थी । इसकी अब्बा ,इसकी कुट्टा, वही सब सखी सहेली थी । खेल का मैदान हो या... Hindi · कविता 1 640 Share meenu yadav 21 May 2021 · 1 min read बरसात की इक रात वह रात अभी भी याद है जब कारी बदरिया छाई थी । मैं अपने पिया संग , लॉन्ग ड्राइव पर गई थी । रात के आठ बजे थे, रास्ते में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 5 484 Share meenu yadav 21 May 2021 · 1 min read पति बेचारा कोरोना का मारा पति बेचारा कोरोना का मारा जब से आया कोरोना वाइरस , पति बेचारे हो गए है , सीरियस । काम- धाम सब छूट गया है, अब तो बस घर ही... Hindi · कविता 1 3 962 Share Page 1 Next