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30 posts
तो लोग समझे
तो लोग समझे
Javed Qamer
दुनिया में अब वो लोग निराले नहीं रहे।
दुनिया में अब वो लोग निराले नहीं रहे।
Javed Qamer
घर का चराग़ घर के उजाले को खा गया।
घर का चराग़ घर के उजाले को खा गया।
Javed Qamer
कुछ तो बुरा हुआ है मिरे दिल के साथ आज
कुछ तो बुरा हुआ है मिरे दिल के साथ आज
Javed Qamer
तुम ही ग़ालिब रहोगे
तुम ही ग़ालिब रहोगे
Javed Qamer
नये साल पर।
नये साल पर।
Javed Qamer
"दुनिया तिरे मिज़ाज का बन्दा नहीं हूँ।"
Javed Qamer
आवामी क़तअ
आवामी क़तअ
Javed Qamer
आमद ही नहीं है कोई।
आमद ही नहीं है कोई।
Javed Qamer
दरमान आज मेरे ग़मों का करे कोई।
दरमान आज मेरे ग़मों का करे कोई।
Javed Qamer
दिल पे कैसा भार।
दिल पे कैसा भार।
Javed Qamer
तलाश मुझ को करेगी ये ज़िन्दगी इक दिन।
तलाश मुझ को करेगी ये ज़िन्दगी इक दिन।
Javed Qamer
दिल तोङ दिया उस ने
दिल तोङ दिया उस ने
Javed Qamer
हुकूमत छीन लेते हैं।
हुकूमत छीन लेते हैं।
Javed Qamer
चारागर मैंने माना कि तू चारासाज़ी को तैय्यार है।
चारागर मैंने माना कि तू चारासाज़ी को तैय्यार है।
Javed Qamer
हमारे हाल की दुनिया को है ख़बर लेकिन।
हमारे हाल की दुनिया को है ख़बर लेकिन।
Javed Qamer
अल्लाह क्या नसीब बनाया ग़रीब का।
अल्लाह क्या नसीब बनाया ग़रीब का।
Javed Qamer
क़ाइम कहाँ किसी का सदा रह सका सितम।
क़ाइम कहाँ किसी का सदा रह सका सितम।
Javed Qamer
मुझ से तो अब ये नज़ारा नहीं देखा जाता।
मुझ से तो अब ये नज़ारा नहीं देखा जाता।
Javed Qamer
बेवफ़ाई
बेवफ़ाई
Javed Qamer
बुलाता है ये घर आंगन चले आओ चले आओ।
बुलाता है ये घर आंगन चले आओ चले आओ।
Javed Qamer
कुछ ख़त मुहब्बत के
कुछ ख़त मुहब्बत के
Javed Qamer
कहता है कौन हो गईं कम बेक़रारियाँ।
कहता है कौन हो गईं कम बेक़रारियाँ।
Javed Qamer
चर्चा अब उस का एक भी लब पर नहीं रहा।
चर्चा अब उस का एक भी लब पर नहीं रहा।
Javed Qamer
फिर यूँ हुआ कि साथ समंदर का छोङ कर।
फिर यूँ हुआ कि साथ समंदर का छोङ कर।
Javed Qamer
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Javed Qamer
कहीं हैं दूर कहीं हैं क़रीब आवाज़ें।
कहीं हैं दूर कहीं हैं क़रीब आवाज़ें।
Javed Qamer
सब ये तेरा करम यार है
सब ये तेरा करम यार है
Javed Qamer
क्या सितम है कि मुलाक़ात नहीं कर सकते।
क्या सितम है कि मुलाक़ात नहीं कर सकते।
Javed Qamer
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Javed Qamer
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