DR.MDHU TRIVEDI Tag: कविता 459 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR.MDHU TRIVEDI 17 Dec 2020 · 1 min read कोरोना आया अदृश्य वायरस , हाथ सैनेटाइज कर। हाथ सैनेटाइज कर, खूब सैनेटाइज कर ।। मास्क को मुख पर लगा , हाथ ग्लोब्स पहन कपडे सैनेटाइज कर, सोशल डिस्टेंस रख मैं... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 94 38 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Feb 2021 · 1 min read कुछ खत मुहब्बत के वो खत मुहब्बत के या हृदय का राग कहूँ सुध -बुध खो बैठी उसे प्रेम की आग कहूँ प्रथम नैन मिलन में तुम मेरे बन काम गये अब मन मंदिर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 92 82 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read वर्षा वाबरी पागल-वर्षा बाँवरी मन ही मन बौराई तपती धरती जैसे जैसे बरखा बरसे तैसे तैसे धरती भीगी कन कन भीगा मन छन छन तृण तृण में शीतलता लाई पागल-वर्षा बाँवरी मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 87 8 824 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Nov 2018 · 2 min read माँ माँ **** माँ तो बस माँ कहलाए हिरदय माल हमें बनाती है। हर सांस अपनी कर कुर्बान जीवन जीवंत बनाती है।। नेह उसका बरसे अपार बारिश की मस्त फुहारों सा,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 83 32 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read हे मुरली मनोहर हे मुरली मनोहर मन मेरा कान्हा कर दो तन मेरा राधे रग दो हे परम अवतार कान्हा , जन्म ले जगती को पाप मुक्त कर दो बाल रूप में आ... Hindi · कविता 83 1 410 Share DR.MDHU TRIVEDI 6 Oct 2021 · 1 min read पितर हमारे पितर चले है लौट अपने धाम आओ उनको करे हम नमन आशीष उनका रहे सदा हम पर कनागत में वे आए हमें मिलने आओ उनको नमन करे जो मान दिया... Hindi · कविता 82 1 436 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Dec 2021 · 1 min read अनुभूति मेरी - तेरी नहीं हमारी है घर की हर चीज हमारी है भाव प्रवणता ,सुख दुख हर एक संवेदना हमारी है हौसलें जिनने पार लगाया उनमें बसी प्रीत हमारी है... Hindi · कविता 82 539 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Dec 2021 · 1 min read मृत्यु साज तैयार कर ले तू मनवा कब मौत दस्तक दे अँगनवा वक्त न पूछे, घड़ी न पूछे साज तैयार कर ले तू मनवा । बड़ी हौस से जन्म दिया तुझे... Hindi · कविता 82 560 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read बरसात के बादल ऐ बादल दूर गगन के जरा धरती पर आ बरस जर्रा -जर्रा सूखा धरती का कुछ तो दिखा तरस रोम -रोम जलता है दावानल सा दहकता है कोई तो बादल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 81 9 723 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read मेरे नाम टिकाए है निगाहें बेटा वसीयत पे पूछता है बाप से क्या है मेरे लिए दिया है मुझे जन्म लाख किये उपकार बदले मे क्या है मेरे नाम Hindi · कविता 81 378 Share DR.MDHU TRIVEDI 31 Aug 2021 · 1 min read कहाँ पर रहते हो कहने को दिल बसते हो पर तुम कहाँ पर रहते हो सागर जैसी गहराई तुम्हार जिसमें लहरों बन मैं उठती हूँ बार बार छू कर तुमको न जाने क्यूँ मचला... Hindi · कविता 81 500 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Sep 2021 · 1 min read चित्त चोर ओ चित्त चोर मुरली मुझे अपनी बना ले बना वेणु अधरों से लगा ले सुन बाँसुरी गोपियाँ बेसुध गायें भी सुने हो बेसुध ऐसी मोहनि मुरली बना ले सज कटि... Hindi · कविता 81 3 684 Share DR.MDHU TRIVEDI 10 Sep 2021 · 1 min read गणेश चतुर्थी नमो नमो गणेभ्यो गणपति भाद्र शुक्ल चतुर्थी ले जन्म भक्तों की सुनते है करो घर स्थापना तो विघ्न सबके हरते है जब होती गणेश कृपा तो बनते है सारे काम... Hindi · कविता 81 1 441 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Sep 2021 · 1 min read कमल कमल क्रान्ति कमला सी. कमल कमल क्रान्ति कमला सी. मन्द मन्द मुस्कराहट फूलों सी. परी सी उतरती अम्बर से धरा लाज भी शरमाती थी लज्जा से. छुई मुई सी देह की कोमलता. छिपी थी... Hindi · कविता 81 1 552 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 Sep 2021 · 1 min read हिन्दी जब हिचकोले लिया करती हिन्दी जब हिचकोले लिया करती शिशु की पदचापों में थिरकती है नन्हा सा निर्दोष बोले जब ' माँ ' सुनकर माँ फूली नही समाती है अर्ध शब्द हो स्फुटित मुख... Hindi · कविता 81 1 668 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Oct 2021 · 1 min read गुलामी हो गये आजाद हम पर जरा सोचिये कि सोच से हम आजाद है नहीं , क्योंकि सोचना पड़ता है समाज को प्रतिमान मानकर अपने आप को एक आदर्श सामाजिक व्यवस्था... Hindi · कविता 81 553 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Dec 2021 · 1 min read नैन की भाषा कुछ बोलते हुए लगते है परत मन की खोलते है कभी संकोच करते है कभी भूमि पर टिकते है भाषा नैनों की अजीब होती है अन्तस में उतर सजीव होती... Hindi · कविता 81 1 711 Share DR.MDHU TRIVEDI 21 Jun 2021 · 1 min read योग दिवस चलो चले मिल कर योग करे काया को अपनी निरोग करे नित सूर्य नमस्कार करे हम प्राणायाम और ध्यान धरे हम चुस्त , दुरूस्त हो प्रति क्षण सुखद जीवन का... Hindi · कविता 80 2 754 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Jun 2021 · 1 min read नैनों में चितवन नैनों में चितवन निखरे कपोलों में उपवन खिले दामिनि सा है स्मित हास्य बदन पर है दुरीय लाज विचर कर मन बीथियों में गुँजित हो सिसकियों में प्राणों में भरते... Hindi · कविता 80 4 629 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read मित्रता उम्र भर खोजता रही मित्रता कोई तो अब बचा सखा ही नही फूल से दोस्ती मैं कर बैठी पेड़ पे कोई अब लता ही नही खोयी खोयी सी फिजायें थी... Hindi · कविता 80 1 594 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Aug 2021 · 1 min read चंदा चंदा मेरे आना रे आकर मत जाना रे श्वेत धवल अम्बर चादर नैन मेरे लगा काजल पास मुझे बिठाना रे चंदा मेरे आना रे Hindi · कविता 80 1 414 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read प्रिय रहना वैलेंटाइन साल के दिन जितने उतने ही फूल रखे सँभाल साल के मिनट जितने उतने ही चुम्बन रखे सँभाल हर पल साँस में बँधा तेरी तुझमें ही डूबी मैं हर क्षण... Hindi · कविता 80 1 371 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read इन्तजार इन्तजार इन्तजार ना जाने क्यूँ मुझे एक अरसे से है ढूँढा भी मैंनें तुम्हें बार बार पर ना मिली तुम मेरी चेतना कहाँ जा छिप गयी रूठ कर मुझसे अपने... Hindi · कविता 80 1 587 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read भ्रम अच्छे होने का भ्रम तुमने है पाले रखा रखा है जो तुमने अच्छे बने हो अब तक केवल तुम लाइक कमेन्टस का प्रहसन तुम्हारे लिए स्रोत है निर्झरिणी जैसा तुमको... Hindi · कविता 80 470 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read तबियत प्रश्न बत्तियां बुझी क्यों है चेहरे के आपकी लगता है अजीबोगरीब घटित हुआ है कुछ वरना चुप न रहते तुम चुप्पी मजबूर करती है कुछ सोचने के लिए तह में... Hindi · कविता 80 677 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read समझौता पतंग सी जिन्दगी है ना जाने कहाँ जाये किस पेड़ की डाल में फँस उलझ जाये कैसे अस्तित्व को बचाए हर कोई खडा यहाँ कच्चे पक्के धागों की ले हाथों... Hindi · कविता 80 1 486 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read उड़ा दो अरमानों की तितलियाँ धुंध के बादल छट जाए हौसलों को दो इतनी उडान चाहतों के बादल गरजे फिर हृदय सागर में लाओ तूफान बो कर कामेच्छा के बीजों को रोपना न भूल जाना... Hindi · कविता 80 1 422 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read चल मुसाफिर चल मुसाफिर आगे बढ़ ले कुछ अपने मन की सुन लें कोई किनारा तुझको बुलाता कोई ठिकाना तुझको बुलाता चल मुसाफिर आगे बढ़ ले गहरा सागर विशाल अम्बर आसमां से... Hindi · कविता 80 409 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read खेलती है कूदती है गजल आज खेलती है कूदती है गजल इसलिए बिंदास दिखती है गजल तन्हाई में भी दूर चली जाती गजल याद उनकी फिर से जगाती है गजल हो गयी है रात अब... Hindi · कविता 80 1 433 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read बाल रूप कान्हा का स्वरूप तुम राधे का मूर्त रूप तुम माखन चोर ओ चित्त चोर है न शरारतों का छोर धन्य है वो माँ जो राधे की जन्मदात्री सृष्टि चक्र चलाये... Hindi · कविता 80 2 406 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Sep 2021 · 1 min read मेघ मही प्रीति दिल लगा मेघ का मही से प्यार बरसा उस पर इतना बरस भिगो दिया धरा को भीगी धरा सकुचाती बादल बरसा इतना कि सराबोर करे वसुधा को बादल क्षिति की... Hindi · कविता 80 424 Share DR.MDHU TRIVEDI 10 Sep 2021 · 1 min read खत में छिपा गुलाब खत में छिपा कर रखा गुलाब है शब्द जिस का लिखा लाजबाब है महक मुलाकात की जिसमे बसी सूँघन श्वांस संस्पर्श तेरी ही रमी चरम पर रहा प्यार जैसे हम... Hindi · कविता 80 1 400 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Sep 2021 · 1 min read नित्य नियम सूरज का नित्य निकलना चाँद का गगन में दिखना कुछ कहता , कुछ समझाता है सृष्टि चक्र चलता निरन्तर मानव भी देह छोड़ता है नित्य उदय , अवसान होता है... Hindi · कविता 80 3 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Sep 2021 · 1 min read सृष्टि नियामक है शिव शक्ति सृष्टि नियामक है शिव शक्ति सृष्टि नियामक है अर्धनारीश्वर सृष्टि का विस्तार हो कैसे अब उमा महेश रूप है अर्धनारीश्वर ब्रह्मा की मानसिक सृष्टि जब पा न सकी थी विस्तार... Hindi · कविता 80 3 438 Share DR.MDHU TRIVEDI 25 Sep 2021 · 1 min read स्वीकार तुमने कहा मैंने स्वीकार किया मैंने कहा तुमने स्वीकार किया बस एक मौन हाँ में हम तुम बँधे इसलिये अब तक साथ हम चले क्यों न कहा हुआ स्वीकार होता... Hindi · कविता 80 1 442 Share DR.MDHU TRIVEDI 25 Sep 2021 · 1 min read वीर हनुमान बालपन में हनुमान थे बहुत ही शैतान साधु संतों को सताते वो होकर जान भूल जाओ शक्तियां तुम देते श्राप संत पर बजरंगी नटखटपन का था न अन्त बालपन निगल... Hindi · कविता 80 1 683 Share DR.MDHU TRIVEDI 5 Oct 2021 · 1 min read आशाओं की पौध रोपी आशाओं की पौध रोपी निकला जिससे एक अंकुर हरा भरा हो पुष्प बना लहराता बगिया के बीच मन मेरा उपवन हो जाता पंछी बन आसमां उड़़ जाता इच्छा अनिच्छाओं में... Hindi · कविता 80 2 415 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 Oct 2021 · 1 min read महागौरी आठवाँ स्वरुप महागौरी तुम्हारा रूप अत्यधिक गौर वर्ण तुम्हारी भक्तों पर कृपा बरसाती हो माँ बिगड़े कारज भी तुम बनाती माँ दाम्पत्य में प्रेम वर्धन करती है माँ मन भूमि... Hindi · कविता 80 469 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 Oct 2021 · 1 min read सिद्धि दात्री नौ कन्यायें है देवी दुर्गा कै नौ रूप श्रद्धा पूर्वक भोज करो नौ रूप कमल पुष्प आसीन सिद्धि दात्री तुम ही महामाया जीवनदायिनी Hindi · कविता 80 458 Share DR.MDHU TRIVEDI 15 Oct 2021 · 1 min read आओ एक बार फिर रावन जलाए अन्याय और भ्रष्टाचार पैर जमा रहा अधर्म आतंकवाद का है अँधेरा छा रहा हो रही है विरोधी ताकतें प्रबल जिनके आगे भगवान भी दुर्बल आओ एक बार फिर हो जागरण... Hindi · कविता 80 429 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Oct 2021 · 1 min read जीवन का पहिया जीवन का पहिया चल रहा है सतत गति से जिसे हम सब लोग मिल कर चला रहे है काल का चक्र भी लगातार यूँ ही घूमता है साथ ही हम... Hindi · कविता 80 1 538 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Oct 2021 · 1 min read श्रद्धा भाव भक्ति भाव प्रभु के प्रति होना चाहिए स्नेह भाव भी अपनों से होना चाहिए पर दूसरों को भी मत इग्नोर करिए श्रद्धा भाव वसुधा के प्रति होना चाहिए बीज भक्ति... Hindi · कविता 80 1 679 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 Dec 2021 · 1 min read मेरे मुँह मेरी तेरे मुँह तेरी मन को चंचल मत करना प्रिय मीठी बातों पर मत बहकना यह दुनियाँ तो गोलम गोल है मेरे मुँह मेरी तेरे मुँह तेरी कहती है देख तुझे सुखी वो दुखी... Hindi · कविता 80 1 538 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Dec 2021 · 1 min read प्रेम का मधुमास प्रेम का मधुमास खिले तब बसन्त आवेग का बहे जब भँवरे मडराये उस फूल पराग कण मिले जिस प्रसून जीवन की ऊर्जा पराग में जीवन पल्लवित अनुराग में श्वांस से... Hindi · कविता 80 543 Share DR.MDHU TRIVEDI 25 Dec 2021 · 1 min read खिलौना कोई भी खेल न भाये गुड्डा - गुड़िया न आये आधुनिकता का प्रतीक मोबाइल ही बस भाये भूले बच्चे गुल्ली डण्डा भूले है खेलना कन्चा छोड़ कर सारे खिलौने मोबाइल... Hindi · कविता 80 637 Share DR.MDHU TRIVEDI 26 Dec 2021 · 1 min read हे नव वर्ष जाते को करबद्ध विदा करता हूँ आने वाले का स्वागत करता हूँ पर हे नव वर्ष बीते दिनों सा दर्द मत देना तुम बस एक यहीं अर्ज तुमसे करता हूँ... Hindi · कविता 80 462 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Jun 2021 · 1 min read ऐसी बारिश दें प्रभु मन की नगरी मे छाया कुहासा लगता उठा कोई धुआँ सा प्रीत की रीति ही अनोखी तन मन झुलसा जाए चेहरे में जब चेहरा समाए जिया मेरा हुलसा हुलसा जाए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 79 2 456 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Jun 2021 · 1 min read नशा मुक्त भारत नशा मुक्त भारत होगा जब नशा मुक्त खुद को बनाओ छोड़ इस बुरी आदत को घर का चूल्हा पहले जलाओ नशा है एक ऐसी ज्वाला जिसमें खुद आत्म दाह करो... Hindi · कविता 79 4 958 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Jul 2021 · 1 min read तुझे सुलाऊँ लोरी गा तुझे सुलाऊ । निदिया रानी के संसार पहुचाऊँ । बहारो के झूले में तुझे झूला। प्यार की थपकी दे तुझको मैन झुलाऊँ। मंद पवन के झालने से करू... Hindi · कविता 79 447 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jul 2021 · 1 min read तीसरी लहर क्या कम थी दो लहर जो आनी है तीसरी लहर क्या कम विनाश हुआ है जो आनी है तीसरी लहर रोजगार छिने गरीब जनता के मस्त बस सरकारी अमला के... Hindi · कविता 79 340 Share Page 1 Next