डी. के. निवातिया 406 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डी. के. निवातिया 31 Aug 2023 · 1 min read RKASHA BANDHAN यूँ तो हर घर-परिवार में मनाते आम है रक्षा बंधन, आनंद औ ख़ुशी मनाने का इंतजाम है रक्षा बंधन ! कहने के लिए तो ये भाई बहन का त्यौहार, मगर,... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 235 Share डी. के. निवातिया 18 Aug 2023 · 1 min read आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है, आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है, देखते ही ये खूबसूरत चहेरा तकदीर बन जाती है ! ! ख्याहिश न कोई बाकि रह जाती तुम्हे पाकर अब,... Quote Writer 333 Share डी. के. निवातिया 25 Jul 2023 · 2 min read गूंगी प्रजा बहरा राजा रहते मेरे देश मे !! _*उलटी गंगा, विषमयी धारे, बहते मेरे देश में*_ _*गूंगी प्रजा, बहरा राजा रहते मेरे देश मे !!*_ ! शहरों के शहर भरे है, ज़िंदा चलती लाशो से, घर घर में... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 152 Share डी. के. निवातिया 21 Jul 2023 · 1 min read चुप्पी "चुप्पी" कौन कौन नहीं था शामिल ? दरिंदगी की उस दास्ताँ में राजतंत्र से न्यायतंत्र शाशन से प्रशाशन भीड़ के नाम पर कुछ चुनिंदे आदमखोर हैवान, और साथ में थी... Hindi · कविता 1 278 Share डी. के. निवातिया 14 Jul 2023 · 1 min read हँसकर दो चार बाते क्या हुई बस फ़िदा हो लिए, हँसकर दो चार बाते क्या हुई बस फ़िदा हो लिए, सोसल मिडिया मुलाक़ात पर ये इब्तिदा हो लिए ! * इस ज़माने के बच्चे क्या जाने फ़साना-ऐ-इश्क, ज़िस्म की प्यास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई, रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई, जीवन को नया आयाम मिला जिंदगी की तस्वीर बदल गई! ! @ डी के निवातिया Quote Writer 130 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी-अपनी "फ़ितरत अपनी-अपनी" कोई हसंता है तो कोई हंसाता है, कोई रोता है तो कोई रुलाता है, कोई भगाता है तो कोई बुलाता है, कोई फंसता है तो कोई फंसाता है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीत · गीतिका 2 92 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फितरत से वाकिफ हूँ मैं हर चाल पहचानता हूँ फ़ितरत *** मैं किस हाल में हूँ बखूबी ये बात जानता हूँ, टूटता गिरता बार बार खुद को संभालता हूँ ! ऐसा मेरी फितरत में नहीं दोष दूँ किसी को,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · शेर 2 85 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए गैरो को समझकर अपना, अपनों से हट गए, सियासत की चाल में ऐसे फंसे गए नए परिंदे, आसमान छूने की चाहत... Quote Writer 283 Share डी. के. निवातिया 24 Jun 2023 · 1 min read कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क, कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क, बनकर रहा गया है बस अनुपाती इश्क ! सुध बुध खो जाती चैन सुकून मिट जाता, जान पर बना देता है ये करामाती इश्क... Quote Writer 300 Share डी. के. निवातिया 24 Jun 2023 · 1 min read कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क, कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क, बनकर रहा गया है बस अनुपाती इश्क ! सुध बुध खो जाती चैन सुकून मिट जाता, जान पर बना देता है ये करामाती इश्क... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 164 Share डी. के. निवातिया 23 Jun 2023 · 1 min read जिसका इन्तजार हो उसका दीदार हो जाए, जिसका इन्तजार हो उसका दीदार हो जाए, दिल में उमंग औ लबो पर मुस्कान छा जाए, पाँव टिकते नहीं जमीन पर ख़ुशीयो के मारे, पल पल लगता है बस वो... Quote Writer 234 Share डी. के. निवातिया 16 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी की रफ़्तार - डी. के. निवातिया बेवफा है किसी पर कभी एतबार नहीं करती, बड़ी संगदिल है रहम या उपकार नहीं करती ! जिंदगी की रफ़्तार से कदम मिलाकर चलिए, पीछे छूट जाने वालो का इंतजार... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 153 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read नारी उत्थान कौन करेगा. जग जननी नारी बनी, नतमस्तक भगवान ! बिन नारी जीवन नहीं, करबद्ध कर सम्मान !! सदियों से जो न हो पाया, पूर्ण वो काम कौन करेगा, नारी जबतक खुद न... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 1 68 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read वो गौरैया, वो गौरैया, अब नहीं आती, गीत खुशी के, वो अब नहीं गाती, सुबह सवेरे, पेड़ों पर चहचहाती थी, मधुर गान से नित्य हमें जगाती थी फिर फुदक कर हमारी मुंडेर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 61 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2023 · 1 min read वक़्त ही तो है गुजर जाएगा वक़्त ही तो है गुजर जाएगा आज बुरा है, कल अच्छा होगा आज अकेला, कल गुच्छा होगा बदलती है हर पल उसकी लीला, कब कसे डोर, कब कर दे ढीला,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 69 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 3 min read गुरु चालीसा ।।दोहा।। गुरु चरणों में शीश रख, करता हूँ प्रणाम। कृतज्ञ मुझको कीजिये, आया तुमरे धाम।। मूरख मुझको जानके, गलती जाना भूल। झोली फैला मैं खड़ा, पाने पग की धूल।। ।।चौपाई।।... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · दोहा 258 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read माँ की याद - आँचल की ओट नहीं मिलती माँ की याद *** मिलता है बहुत कुछ आज नए जमाने में फकत इस दिल को तसल्ली नहीं मिलती ! पेट तो जैसे तैसे भर लेता हूँ हर रोज़ मगर,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 66 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल ! दे देना हमको माफ़ी, जो हो जाए हमसे भूल !! मै गाँव का देशी छोरा तुम ठहरी शहरी मेम, वार्ता... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 114 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read सिंधु उर से उठ चले सिंधु उर से उठ चले, भरकर अंजुरी जलधर, पवन वेग संग थे बढे, सलिल गागर उर धर !! असंतुलित आकार लिए गगन गाँव चले अंबुधर, घर्र घर्र संख-नाद किये बरसने... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 59 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read वीरो को हम - शीश नवाये रेगिस्तान और पहाड़ो में, बारिश और तूफानों में, जंगल और विरानो में, रहते बर्फीले मैदानों में, रोके न रुके दुश्मन के, सरताज है अंजुमन के जब उठा हथियार चल पड़े... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · बाल कविता 48 Share डी. के. निवातिया 10 Jun 2023 · 1 min read हाइकु - प्रकृति हाइकु - प्रकृति ठूंठ सा खड़ा, फिर से खिलने को, जिद पे अड़ा !! भू माँ से जुड़ा, मरुदेश में खड़ा, जर्जर वृक्ष !! अकेला खड़ा, प्रकृति को बचाता मरू... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 335 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 2 min read भगत सिंह तुम्हे फिर से आना होगा, भगत सिंह तुम्हे फिर से आना होगा, आज़ादी का बिगुल फिर बजाना होगा।। अब बात नही बनेगी तुम से अकेले, राजगुरु सुखदेव को संग लाना होगा ।। अंग्रेजो से तो... Poetry Writing Challenge · कविता 150 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 2 min read पिता पिता *** पिता नहीं परमेश्वर कहो जीवन का आधार है जो ! शाखा फूल पत्तिया हम, जीवन का करतार है वो !! दुःख में सुख की छाया बन कष्टो का... Poetry Writing Challenge · कविता 239 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read माँ क्या होती है माँ क्या होती है *** *** *** किसी ने पूछा मुझसे माँ क्या होती है मैंने कहा मुझे पता नहीं क्या होती है जो मैंने जाना और समझा है अब... Poetry Writing Challenge · कविता 185 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read मुझको मेरा हक दो मुझको मेरा हक दो *** *** *** मुझको मेरा हक दो पापा, बहुत कुछ कर दिखलाऊँगी ! लेने दो खुली हवा में सांसे, बेटे से ज्यादा फर्ज निभाऊंगी !! उड़ने... Poetry Writing Challenge · कविता 359 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read प्रेम प्रेम *** जिसका प्रदर्शन हो, वो प्रेम नहीं, नयनों से दर्शन हो, वो प्रेम नहीं !! ! जो हम-तुम करते है, प्रेम वो नही, जो मन मे विचरते है, प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता 173 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read चाँद ।। चाँद ।। चाँद को नजर लगाता चाँद, नूर को चमक दिखाता चाँद !! कैसे करूँ इस पर भरोसा मैं, झूठ को असल बताता चाँद !! मैं भी टुकड़ा हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read हर मुश्किल का हल मिलेगा, कविता ******* हर मुश्किल का हल मिलेगा, *** हर मुश्किल का हल मिलेगा, आज नहीं तो कल मिलेगा ! रखे राम सा धीरज मन में पड़े भटकना चाहे वन में... Poetry Writing Challenge · कविता 198 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read क्षणिकाएं क्षणिकाएं (१) आधे अधूरे से उपजे तुम आधे अधूरे से खिले हम जैसे मिटटी में बीज मिला मिलकर पूर्ण हो गए हम !! (२) चहुँ और शोर है विज्ञान का... Poetry Writing Challenge · कविता 160 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ***** चेहरे का नूर लबों की मुस्कान होती है बेटियाँ, एक बाप के लिए सारा जहान होती है बेटियाँ ! सिर्फ जिम्मेदारी का बोझ नहीं ढोती बल्कि, आत्मीय की... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 86 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read लोग समझदार हो गए, मेरे घर के सभी लोग समझदार हो गए, मुझे छोड़ बाकि सब मुलजमात हो गए ! मैं ही शामिल हूँ नकारो की फेहरिश्त में, वरना सब मेहनतकश जिम्मेदार हो गए... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है माना के बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है ! पर क्यों इसमें आमजन को ही फ़ना होना जरूरी है !! ! क्यों नही जलते शोलो में हाथ आग... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read चिड़िया रानी ………..बाल कविता चिड़िया रानी ………..बाल कविता ***** सुबह सवेरे वो आती है मुझको रोज जगाती है सुर में जब वो गाती है मुझको बहुत लुभाती है अजब गजब उसकी भाषा अजब गज़ब... Poetry Writing Challenge · कविता · बाल कविता 247 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read रावण बदल के राम हो जायेंगे रावण बदल के राम हो जायेंगे खुली अगर जुबान तो किस्से आम हो जायेंगे। इस शहरे-ऐ-अमन में, दंगे तमाम हो जायेंगे !! न छेड़ो दुखती रग को, अगर आह निकली... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 121 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read मातृभूमि का श्रृंगार करो मातृभूमि का श्रृंगार करो आज़ादी के पावन दिन पर, मातृभूमि का श्रृंगार करो देश ध्वजा का संदेश यहीं, वैर भाव का संहार करो।। जो मिट गए, जो खो गए, हाथ... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 129 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, वो घर घर नहीं होते जहां दीवार-ओ-दर नहीं होती, आजकल सच्चाई और उसूलो की कदर नहीं होती ! घर, साज-ओ-सामान का बंटवारा हुआ तो ये जाना, खाली बड़ा दिल रखने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकू पर्यावरण पर हाइकू ******* १ ) प्रदूषण से दम तोड़ती धरा, मांगती वृक्ष !! २) जंगल कटे, नित प्रदुषण बढे, समझे कौन !! ३) बहता देख, आँचल पे तेज़ाब, धरा... Poetry Writing Challenge · कविता · हाइकु 207 Share डी. के. निवातिया 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर हाइकू पर्यावरण पर हाइकू ******* १ ) प्रदूषण से दम तोड़ती धरा, मांगती वृक्ष !! २) जंगल कटे, नित प्रदुषण बढे, समझे कौन !! ३) बहता देख, आँचल पे तेज़ाब, धरा... Hindi · कविता · हाइकु 137 Share डी. के. निवातिया 19 May 2023 · 1 min read ना कोई संत, न भक्त, ना कोई ज्ञानी हूँ, ना कोई संत, न भक्त, ना कोई ज्ञानी हूँ, अरबो, खरबो, में से एक तुच्छ प्राणी हूँ, इतना भी गूढ़ता न लिया करो मेरी बाते, मैं भी तुम सा नादाँ... Quote Writer 470 Share डी. के. निवातिया 15 May 2023 · 1 min read तेरी हर ख़ुशी पहले, मेरे गम उसके बाद रहे, तेरी हर ख़ुशी पहले, मेरे गम उसके बाद रहे, ये हँसता मुस्कुराता चेहरा हमेशा आबाद रहे ! *** @ D. K. निवातिया Quote Writer 376 Share डी. के. निवातिया 9 May 2023 · 1 min read मुहब्बत के शहर में कोई शराब लाया, कोई शबाब लाया, मुहब्बत के शहर में कोई शराब लाया, कोई शबाब लाया, अनजान था उस शहर से मैं नादान हाथो में किताब लाया ! डी के निवातिया Quote Writer 135 Share डी. के. निवातिया 9 May 2023 · 1 min read हमने हिमायती के हाथो में खंजर देखा है, हमने हिमायती के हाथो में खंजर देखा है, खिलते गुलशन को होते हुए बंजर देखा है ! अपने अपनों के हाथो से खायी है शिकस्त, हमने घूमिल होते ख्वाबो का... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 141 Share डी. के. निवातिया 22 Apr 2023 · 1 min read अजनबी बनकर आये थे हम तेरे इस शहर मे, अजनबी बनकर आये थे हम तेरे इस शहर मे, एक अनमोल रिश्तो की सौगात देकर जायेंगे !! ! डी के निवातिया Quote Writer 402 Share डी. के. निवातिया 22 Apr 2023 · 1 min read निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर, निकला है हर कोई उस सफर-ऐ-जिंदगी पर, जिसकी मंजिल मालूम फिर भी ढूंढ़ता उम्रभर ! ! डी के निवातिया Quote Writer 518 Share डी. के. निवातिया 25 Mar 2023 · 1 min read नजदीक होकर भी बहुत दूर होते है *** नजदीक होकर भी बहुत दूर होते है, जिंदगी में लोग कितने मजबूर होते है ! दिखने में सब साथ नजर आते है मगर, सब अपनी-अपनी मस्ती में चूर होते... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 1 93 Share डी. के. निवातिया 6 Mar 2023 · 1 min read पीकर भंग जालिम खाई के पान, पीकर भंग जालिम खाई के पान, लेकर आयो जे रंग अबीर गुलाल, तन-मन रंगा रंग गया अंग-अंग, जोरा जोरि करके कर गया तंग, जंग पे जंग कराये गयो रे बालम... Quote Writer 395 Share डी. के. निवातिया 6 Mar 2023 · 1 min read ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया, ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया, अरे होली में हुड़दंग मचाये गयो रे सांवरिया !! पीकर भंग जालिम खाई के पान, लेकर आयो जे रंग अबीर गुलाल, तन-मन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · हास्य 227 Share डी. के. निवातिया 8 Feb 2023 · 1 min read इजाज़त इजाज़त घुटनो पर बैठकर मैं तुम्हारा हाथ मांगता हूँ, गर दो इजाज़त उम्र भर का साथ मांगता हूँ ! ! डी के निवातिया Quote Writer 235 Share डी. के. निवातिया 8 Feb 2023 · 1 min read रोज डे पर रोज देकर बदले में रोज लेता है, रोज डे पर रोज देकर बदले में रोज लेता है, काग़ज़ी फूलों में भी वो सुगंध खोज लेता है ये कैसा आशिकी-ऐ-दौर है जिसमे, कहीं, किसी की जान जाती है... Quote Writer 174 Share Previous Page 2 Next