अनुराग दीक्षित 235 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अनुराग दीक्षित 5 May 2019 · 1 min read चिड़िया रानी आओ ना अपनी प्यास बुझाओ ना । चिड़िया रानी आओ ना अपनी प्यास बुझाओ ना । घूम-घूम कर दोपहरी में झुलस रहे हैं पंख तुम्हारे छत पर बैठ झरोखे में तुम थोड़ा तो सुस्ताओ ना चिड़िया रानी... Hindi · कविता 1 355 Share अनुराग दीक्षित 20 May 2019 · 1 min read जय भारत जय भारती । जय भारत जय भारती । अमृत कलश घट पुष्प भर मातृभाषा को समर्पित है पटल निज सतत् शब्द समूह रच नित भाव विरचित आरती । जय भारत जय भारती ।... Hindi · कविता 1 640 Share अनुराग दीक्षित 14 Jul 2019 · 1 min read बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। रज कण से चहुँ दिश सोंधी सी गंध सुहाई दग्ध धरा प्रमुदित हो जैसे हो मुस्काई दादुर बोले मोर नचे चल दी पुरवाई काली... Hindi · कविता 1 394 Share अनुराग दीक्षित 21 Jul 2019 · 1 min read झूला पड़ गयो अमवाॅ के डार जी। *झूला पड़ गयो अमवाॅ के डार जी।* संइया बिन मनवा संइया बिन मनवा संइया बिन मनवा न लागे हमार जी ए जी कोई ला दे बाकूं अम्बे कोई बुला दे... Hindi · कविता 1 456 Share अनुराग दीक्षित 28 Jul 2019 · 1 min read तेरी याद मुझको सताती बहुत है । तेरी याद मुझको सताती बहुत है । जलाती है पल पल विरह की अगन में जियूं कैसे तुम विन अकेले मगन मैं छोड़ दूँ क्यों न सब कुछ तुम्हारी लगन... Hindi · कविता 1 222 Share अनुराग दीक्षित 29 Jul 2019 · 1 min read सभी पर मातृभूमि का कर्ज निभायें हम सब अपना फर्ज । सभी पर मातृभूमि का कर्ज निभायें हम सब अपना फर्ज । रखें माँ मातृभूमि का मान रहे निज गौरव का अभिमान पूर्वजों का अपूर्व वलिदान यही है अपनी सबसे अर्ज... Hindi · कविता 1 515 Share अनुराग दीक्षित 11 Aug 2019 · 1 min read भारत माँ मुस्काई है । *भारत माँ मुस्काई है ।* केसरिया घाटी महकी है स्वर्ग भूमि हर्षाई है ऋषि कश्यप की तपोभूमि पर राष्ट्र ध्वजा लहराई है *भारत माँ मुस्काई है ।* घाटी में मचते... Hindi · कविता 1 512 Share अनुराग दीक्षित 13 Aug 2019 · 1 min read सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई। सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई लाल लाल रंग रंगी हथेली प्रीतम के मन भाई । सुबह पहर से बैठ अंगनवा रुचि रुचि खूब लगाई प्रीत रंग मैं रंगी... Hindi · कविता 1 391 Share अनुराग दीक्षित 25 Aug 2019 · 1 min read कृष्ण हमारे प्राण अधारे । कृष्ण हमारे प्राण अधारे । प्रेम को पाठ पढ़ाये महाप्रभु, सिगरी धरा तुम ओर निहारे माखन खाये चुराये नटे नित लीला ललित ललाम सचारे गोपी कहें चितचोर हैं कान्हां जू... Hindi · कविता 1 443 Share अनुराग दीक्षित 1 Sep 2019 · 1 min read हे गणराज पधारो । हे गणराज पधारो। जन जन के काज संवारो प्रभु हे गणराज पधारो । जग है माया का फेरा दुःख शोक मोह ने घेरा कर दो मानस उजियारो गणपति तुम एक... Hindi · कविता 1 235 Share अनुराग दीक्षित 5 Jan 2020 · 1 min read वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री मन में नाचे मोर । कैसे कहूँ सखी री मोरी जी में उठे हिलोर । गया जब से बेदर्दी मैं अपनी सुध बुध खोई... Hindi · कविता 1 1 665 Share अनुराग दीक्षित 8 Mar 2020 · 1 min read होली खेल रहे बरसाने मेरे नटवर नन्द किशोर । होली खेल रहे बरसाने, मेरे नटवर नन्द किशोर । गोपी ग्वाल बाल सब नाचें धूम मची चहुँ ओर होली आई है कन्हाई नाचे मस्त मगन मन मोर होली खेल रहे... Hindi · गीत 1 1 537 Share अनुराग दीक्षित 22 Mar 2020 · 1 min read मिलकर कदम बढ़ाना होगा। मिलकर कदम बढ़ाना होगा साथ सभी को आना होगा मिलकर कदम बढ़ाना होगा आज चुनौती वैश्विक आयी कोरोना महामारी लायी बहुत कठिन है ये कठिनाई धीरज धर्म निभाना होगा साथ... Hindi · कविता 1 1 276 Share अनुराग दीक्षित 30 Aug 2020 · 1 min read कतरा कतरा बिखर रहा था । उधर से होकर गुजर रहा था मैं कतरा कतरा बिखर रहा था । नहीं रहा है वो मिलना मुमकिन जो रोज का सिलसिला रहा था वो जाने कैसे करीब आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 268 Share अनुराग दीक्षित 30 Aug 2020 · 1 min read मातृ-वन्दना । मातृ-वन्दना मां तेरे चरणों में मैं स्थान बनाने आया हूं, नहीं जानता पूजा विधि बस भाव समर्पण लाया हूं तेरी सेवा का वृत पाऊं वर दो कृपा द्रष्टि से मुझे... Hindi · कविता 1 1 243 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2021 · 1 min read आखिर क्यों सबको भरमाया क्यों नहीं समझ अब तक पाया क्यों नहीं समझ अब तक आया हर चीज यहाँ पर ठीक बनी हर चीज में है तेरा फेरा पर बहुत समझना है मुश्किल क्या... Hindi · कविता 1 2 268 Share अनुराग दीक्षित 1 May 2021 · 1 min read जीवन नहीं सरल। एक रचना के माध्यम से जन जन से मार्मिक अपील। उदयाचल से अस्ताचल तक घर से नहीं निकल, बहुत कठिन है दौर ये बन्दे जीवन नहीं सरल। रूप बदल अदृश्य... Hindi · कविता 1 2 324 Share अनुराग दीक्षित 7 May 2021 · 1 min read प्रेम की बात प्रेम की बात को मौन जज़्बात को बिन कहे बिन छुये वो समझ जायेगा। राधिके कृष्ण को प्रेम के प्रश्न को कौन समझा है हल कौन कर पायेगा अब न... Hindi · कविता 1 1 338 Share अनुराग दीक्षित 20 Aug 2021 · 1 min read मन का मीत मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Hindi · कविता 1 2 410 Share अनुराग दीक्षित 14 Dec 2021 · 1 min read क्रूर नियति की भेंट चढ़ गया भारत माँ का लाल। -जनरल बिपिन रावत जी को मार्मिक श्रद्धांजलि- क्रूर नियति की भेंट चढ़ गया भारत माँ का लाल जिसके पौरुष से था गर्वित भारत माँ का भाल। युद्ध नीति में आक्रामक... Hindi · कविता 1 1 226 Share अनुराग दीक्षित 4 Jan 2022 · 1 min read जय हिन्द देश, जय हिन्दुस्तान। जय हिन्द देश, जय हिन्दुस्तान। सेना का हर वीर जवान, बन प्रहरी भारत की शान हर कुचक्र को दम से दलने आज खड़ा है सीना तान जय हिन्द देश जय... Hindi · कविता 1 244 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2024 · 1 min read रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। तुम मेरी जान सजती संवरती रहो रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। चांद के नूर की तुमको दौलत मिले तेरी खुशियों में आनंद पाता रहूं। खिलखिलाती खिली सी चहंकती... Poetry Writing Challenge-2 1 67 Share अनुराग दीक्षित 16 Feb 2024 · 1 min read प्रेम की बात को । प्रेम की बात को मौन जज़्बात को बिन कहे बिन छुये वो समझ जायेगा। राधिके कृष्ण को प्रेम के प्रश्न को कौन समझा है हल कौन कर पायेगा अब न... Poetry Writing Challenge-2 1 30 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read होली खेल रहे बरसाने । होली खेल रहे बरसाने, मेरे नटवर नन्द किशोर । गोपी ग्वाल बाल सब नाचें धूम मची चहुँ ओर होली आई है कन्हाई नाचे मस्त मगन मन मोर होली खेल रहे... Poetry Writing Challenge-2 1 54 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 1 min read मन का मीत। मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read चलो खुशियों के दीपक जलायें। चलो खुशियों के दीपक जलायें। दीप का पर्व हिलमिल मनायें चलो खुशियों के दीपक जलायें। रामजी जीत लंका को आये देव प्रमुदित हुये मुस्कराये, आज स्वागत में हर्षित दिशायें प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 49 Share अनुराग दीक्षित 4 Mar 2023 · 1 min read होली के रंग, हुरियारों के संग। 1- मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया रंग से सराबोर मन की नगरिया न लागे से छूटें न हों रंग फीके मुझे प्रेम के रंग रंग दे संवरिया।। 2-... Hindi 133 Share अनुराग दीक्षित 29 Mar 2023 · 1 min read रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। तुम मेरी जान सजती संवरती रहो रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं। चांद के नूर की तुमको दौलत मिले तेरी खुशियों में आनंद पाता रहूं। खिलखिलाती खिली सी चहंकती... Hindi 97 Share अनुराग दीक्षित 15 Feb 2024 · 1 min read इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। इस तरह रक्षाबंधन मनायेंगे हम। अपनी बहनों को रक्षा का देवें वचन नेह सिंचित करें उनके घर का चमन कल को रह जाय ना पर्व बन कर रसम पूर्ण मन... Poetry Writing Challenge-2 56 Share अनुराग दीक्षित 15 Feb 2024 · 1 min read मेरे अधरों का राग बनो । मेरे अधरों का राग बनो कर दो कुसुमित जीवन उपवन दे विहंस चपल चंचल चितवन सौन्दर्य रूप विरचित तन मन सुरभित मृदु मधुर पराग बनो मेरे अधरों का राग बनो... Poetry Writing Challenge-2 57 Share अनुराग दीक्षित 16 Feb 2024 · 1 min read आखिर क्यों सबको भरमाया। क्यों नहीं समझ अब तक पाया क्यों नहीं समझ अब तक आया हर चीज यहाँ पर ठीक बनी हर चीज में है तेरा फेरा पर बहुत समझना है मुश्किल क्या... Poetry Writing Challenge-2 58 Share अनुराग दीक्षित 17 Feb 2024 · 2 min read मैं भारत हूं मैं, भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं। मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं। गौतम का न्याय सूत्र मुझमें,तो... Poetry Writing Challenge-2 41 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read अवध में फिर से आये राम । अवध में फिर से आये राम । आज सब हर्षित हैं पुर ग्राम अवध में फिर से आये राम । रहे त्रेता में वनवासी, तो कलियुग में तम्बूवासी कभी निश्चर... Poetry Writing Challenge-2 43 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 2 min read प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम। प्रेम के खत न मैं लिख सकूंगा सनम मेरी उल्फत का अहसास कर लो सनम। खत लिखूँगा तो भीगेगा कागज़ का तन प्रेम से हो सराबोर उसका भी मन चुपके... Poetry Writing Challenge-2 67 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन।। तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवा दिवस युवा शक्ति प्रेरक सकल कर्मयोगी तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवाशक्ति जागे कर्म पथ हो आगे सदा कर्म सिंचित हो अपना... Poetry Writing Challenge-2 71 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read तुम फिर आओ गिरधारी! तुम फिर आओ गिरधारी! हे मोहन मदन मुरारी, तुम फिर आओ गिरधारी दम्भी का दर्प मिटाया बन गोवर्धन गिरधारी हे मोर मुकुट सिर धारी मन भावे छवि तुम्हारी हे मोहन... Poetry Writing Challenge-2 36 Share अनुराग दीक्षित 18 Feb 2024 · 1 min read बेटी बेटी घर में घुसत तो पुकारत चलत चाव, देखत रिझावत सुता वो सुखकारी है धावत झपट चल बाबुल को देवे नीर, कन्या तो स्वभाव से ही पितु की दुलारी है... Poetry Writing Challenge-2 76 Share अनुराग दीक्षित 19 Feb 2024 · 1 min read कतरा कतरा बिखर रहा था । कतरा कतरा बिखर रहा था । उधर से होकर गुजर रहा था मैं कतरा कतरा बिखर रहा था । नहीं रहा है वो मिलना मुमकिन जो रोज का सिलसिला रहा... Poetry Writing Challenge-2 63 Share अनुराग दीक्षित 19 Feb 2024 · 1 min read सुरभित मन्द समीर बहे। वन उपवन मृग भरें कुलांचें , सुरभित मन्द समीर बहे। चहुँ दिश फूल खिलें मनभावन, प्रकृति छटा सर्वत्र रहे। घिरे घटा घनघोर घनेरी मगन मयूरा मस्त रहे वन उपवन मृग... Poetry Writing Challenge-2 92 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 2 min read माँ तुम्हारी गोद में। है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में , तृप्ति का सागर छुपा है, माँ तुम्हारी गोद में। घूम लूं मैं विश्व सारा या गगन में घूम आऊँ या कि... Poetry Writing Challenge-2 59 Share अनुराग दीक्षित 20 Feb 2024 · 1 min read अनुपम उपहार । अनुपम उपहार । ” ज्यों हो उपहार कोई अनुपम यूँ आन मिले मुझसे प्रियतम जीवन को नव आयाम मिले जैसे सीता को राम मिले हो पुण्य फलित दें अमित तोष... Poetry Writing Challenge-2 85 Share अनुराग दीक्षित 21 Feb 2024 · 1 min read मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी है अनमोल धरा पर मिट्टी है अनमोल । सुन्दर उपज अन्न फल, जल पा मुख से फूटें बोल मिट्टी... Poetry Writing Challenge-2 33 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर। माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर आयेगी पास मंजिल चलकर के खुद ही आखिर। तेरे साथ चांद तारे तेरे साथ ये जमीं है तुझे सब दिया खुदा नें तेरे... Poetry Writing Challenge-2 35 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री मन में नाचे मोर । कैसे कहूँ सखी री मोरी जी में उठे हिलोर... Poetry Writing Challenge-2 38 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read ये दुनियां दोधारी तलवार। ये दुनियां दोधारी तलवार। मीठी मीठी बनकर करती, बड़े चाव से प्यार, पीछे-पीछे करती देखो छल से वार हजार, समझ न आवे दुनियांदारी क्या है ये करतार। ये दुनियां दोधारी... Poetry Writing Challenge-2 58 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read पग पग दीप करे उजियारा। पग पग दीप करे उजियारा, दूर तिमिर अज्ञान रहे कृपा करें माँ कमला सब पर भरा अन्न भंडार रहे पावन होवे मानस सबका निज मर्यादा मान रहे। पग पग दीप... Poetry Writing Challenge-2 60 Share अनुराग दीक्षित 22 Feb 2024 · 1 min read हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । भारत नया बनायेंगे हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । नवयुग का निर्माण करेंगे नवप्रभात फिर लायेंगे बिगुल बजा दें हम सब मिलकर तिमिर चीर दिखलायेंगे हम... Poetry Writing Challenge-2 43 Share अनुराग दीक्षित 27 Feb 2024 · 1 min read वक्त ने क्या क्या किये सितम। कैसे कहें कि वक्त ने क्या क्या किये सितम, अपने हि घर को आज लगे अजनबी से हम। कहने को राज ए दिल था जरुरी बहुत मगर , कहने गए... Hindi 56 Share अनुराग दीक्षित 29 Feb 2024 · 1 min read खट्टे मीठे पल जिन्दगी के,। खट्टे मीठे पल जिन्दगी के, - खट्टे मीठे पल जिन्दगी के रोज गुजारें हम, कभी कुछ गरम गरम, कभी कुछ नरम नरम । देख रहे सब दुनियां दारी कैसी ये... Hindi 59 Share अनुराग दीक्षित 29 Feb 2024 · 1 min read इंसानियत का रिश्ता। इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला इसे प्रेम ने है सींचा भावों ने इसको पाला । जीवन्त हों सभी जन, पावन सभी के हों मन गुरवत खतम करें मिल... Hindi 73 Share Previous Page 2 Next