Akib Javed 196 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Akib Javed 30 Jun 2021 · 1 min read वो सफ़र में मिला नही होता #ग़ज़ल #غزل वो सफ़र में मिला नही होता। दर्द मेरा हरा नही होता। ज़िंदगी की पतंग भी उड़ती। डोर से फ़ासला नही होता। दूर नज़रों से मेरा हमसफ़र हैं। क़ाश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 407 Share Akib Javed 11 Jun 2021 · 1 min read जलाओ चेराग़- ए- मुहब्बत जहाँ में बहुत रोया है दिल दुखाने से पहले जरा बात कर लो रुलाने से पहले। मुहब्बत से रहते है सब इस वतन में मकाँ देख लेना जलाने से पहले। बहा दे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 299 Share Akib Javed 8 Jun 2021 · 1 min read हौसला बुझे हुए दिल के अरमा जगा भी नही सकता किस के लिए ज़िन्दा हूँ बता भी नही सकता हौसलो को परवाज़ अपने मैं हरदम चढ़ाता रहा दिल के जूनून को... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 279 Share Akib Javed 24 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- हज़ारो दर्दों-ग़म के दरम्यां हम थे हज़ारों दर्दो-ग़म के दरम्यां हम थे जहाँ में अब कहाँ हैं कल कहाँ हम थे। अभी हालात से मज़बूर हैं लेकिन तुम्हारी जिंदगी की दास्ताँ हम थे। तुम्हारी बदज़ुबानी चुभ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 319 Share Akib Javed 17 May 2021 · 1 min read हमारी बस्ती में दिखी एक दिन हमारी बस्ती में दिखी एक दिन गरीबी से ज्यादा बेवसी एक दिन। हवाएं चल रही हैं किस जानिब कहेगी शमां की रोशनी एक दिन। एक डर समाया है दिल में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 522 Share Akib Javed 1 Jan 2021 · 1 min read कोरोना - इंसानियत को सबक मानवता को ही भूलकर मानव करता था सब काम सुबह से लेकर शाम तक नही था एक भी आराम प्रकृति का खूब दोहन करा वह धरा का किया नुकसान सोंच... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 24 306 Share Akib Javed 1 Jan 2021 · 1 min read नए वर्ष की नयी ग़ज़ल- जां से प्यारे यार बदलते देखें हैं वर्ष और घर-द्वार बदलते देखें हैं जां से प्यारे यार बदलते देखें हैं। देखा है दिल पे कुछ होठों पे कुछ पल-पल किरदार बदलते देखें हैं। नफ़रत देखी,देखा हमने प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 437 Share Akib Javed 30 Sep 2020 · 1 min read अस्मत चुप है भगवान हँसता हैवान देख देख के सब परेशान दरिंदे बने है लेते है जान अस्मत लुटे इंसा शैतान विकृत रुप क्या है मान माँ बेटी बहन इनका अपमान... Hindi · कविता 3 1 234 Share Akib Javed 9 Aug 2020 · 1 min read ग़ज़ल - मुफ़लिसों को दुनिया में क्या कोई अधिकार नही मुफ़लिसों को दुनिया में क्या कोई अधिकार नही पास है हिम्मत की ताकत समझो तुम लाचार नही।। लोग गरीबी की अक्सर खूब उड़ाते हैं खिल्ली इंसान नही हैं ऐसों पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 206 Share Akib Javed 24 Jul 2020 · 1 min read ग़ज़ल 2122 21222 212 बह्र- फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन देख के तुम मुस्कुराओ तो सही दिल में चाहत तुम जगाओ तो सही दर हक़ीक़त हिज़्र की यूँ रात में वस्ल का वादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 4 525 Share Akib Javed 10 Jul 2020 · 1 min read नकाब में ही नकाब इतने कभी न देखे है ख़्वाब इतने नकाब में ही नकाब इतने थे जाने को जो शिताब इतने है दर्द भी क्या बे हिसाब इतने है दर्द के क्या सवाल तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 249 Share Akib Javed 29 Jun 2020 · 1 min read ग़ज़ल दिल में तेरे अब ठिकाना कर लिया दिल में ही अब आना जाना कर लिया।। मेरे ग़ज़लों जैसे वो आये नज़र शेर' से अपने अब दिवाना कर लिया।। आईने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 493 Share Akib Javed 22 Jun 2020 · 1 min read वो सफ़र में मिला नही होता वो सफ़र में मिला नही होता। दर्द मेरा हरा नही होता। ज़िंदगी की पतंग भी उड़ती। डोर से फ़ासला नही होता। दौलत ही चीज़ ऐसी होती हैं। क्या इंसां में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 262 Share Akib Javed 21 Jun 2020 · 1 min read जीवन का आधार है पिता त्याग,बलिदान का मूर्त है पिता।। बच्चो का मान,सम्मान है पिता।। जीवन की दुपहरी का छाव है पिता।। बच्चो के दिल का लगाव है पिता।। समय सा निरन्तर चलता है पिता।।... Hindi · कविता 3 2 561 Share Akib Javed 27 May 2020 · 1 min read ज़िन्दगी ज़िन्दगी क्यों बुझी सी रहती है आँख में कुछ नमी सी रहती है गुमशुदा सी कहीँ ख़्यालों में ज़िन्दगी अजनबी सी रहती है बेवफ़ा ज़िन्दगी में क्या आई ज़िन्दगी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 232 Share Akib Javed 23 May 2020 · 1 min read तंज तंज वाणी को अनियंत्रित अमर्यादित असभ्य बनाना पड़ता है। मस्तिष्क में किसी के प्रति नकारात्मक विचारों का प्रवाह उफान में जब होता है, तब वाणी में विचारों का ज्वाला वाणी... Hindi · कविता 2 2 534 Share Akib Javed 1 May 2020 · 1 min read क़लम से मुहब्बत लिखेगे 122 122 122 ख़ुदा की यूँ कुदरत लिखेंगे उन्हीं की इबारत लिखेंगे वही दो जहानों का रहबर उन्हीं की इनायत लिखेंगे मुहब्बत के शायर है हम भी क़लम से मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 468 Share Akib Javed 24 Apr 2020 · 1 min read आकर्षण आकर्षण महज देह का नही है है आकर्षण ये मन के आँखों का जिससे तृप्त होती है इंद्रियां और मिलता है अपार आनन्द।। #akib #प्रेम Hindi · कविता 1 445 Share Akib Javed 18 Apr 2020 · 1 min read हाइकु : विश्व विरासत दिवस के अवसर पर ? संस्कृति मूल्य करें हम सम्मान विश्व विरासत ? कुटम्बकम धरा में हरियाली विरासत ये ? सहेज रहें अपनी विरासत ईमारत ये ? यूं रहे प्रेम एकता भाईचारा है विरासत... Hindi · हाइकु 2 322 Share Akib Javed 17 Apr 2020 · 1 min read अतुकांत कविता * थोड़ा ख़मोशी ओढ़े किसी कोने में पड़ें पढ़ रहा अख़बार ढूँढ़ रहा है ख़बर! मिल जाए शायद उसे जो चाहिए चाशनी में डूबी हुई थोड़ा नमकीन सी भीनी खुशबूदार... Hindi · कविता 1 501 Share Akib Javed 16 Apr 2020 · 1 min read सवाल परेशानी में खोया हुआ सड़कों में सोया हुआ जात-धर्म भूला हुआ भुखमरी में झूला हुआ पथराई आँख करती इंतज़ार सुकड़ी आँत करती गुहार व्यथित शरीर अकिंचन दरिद्र खाली बैठा है... Hindi · कविता 1 232 Share Akib Javed 11 Apr 2020 · 3 min read लड़की और समाज सुनो! क्या कर रही हो? इधर आओ खाना देने पिता जी को जाना हैं।अंदर से चीरती हुई आवाज आ रही थी । माँ आ रही हू! बाहर खेलते हुए किरन... Hindi · कहानी 1 2 621 Share Akib Javed 10 Apr 2020 · 1 min read बहुत उलझन में हूँ!अतुकांत कविता आकिब जावेद बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! कंकड़ियां सवाल कर रही मुझसे जवाब किसी गुफ़ा में चले गए है नदी में समुद्र कूद रहा है मौन सा पौधे... Hindi · कविता 1 2 448 Share Akib Javed 29 Mar 2020 · 3 min read कोरोना की जंग में हम लापरवाह क्यों? #कोरोना_की_जंग_में_हम_लापरवाह_क्यों? आज विश्व में कोरोना महामारी अपना रौद्र रूप दिखा रही है।जिसमे कई विकसित देश भी चपेट में आ चुके है।जहाँ पर स्वास्थ्य सुविधा भी बहुत अच्छी है।लोगो को वहाँ... Hindi · लेख 2 237 Share Akib Javed 24 Mar 2020 · 2 min read जंग ए कोरोना हम जागरूक क्यों नही? हमारा देश इस समय कोरोना की वजह से भारी टेंशन में है लेकिन आम जनमानस को कोई फर्क ही नही पड़ रहा है। जब प्रथम स्टेज... Hindi · लेख 2 205 Share Akib Javed 20 Mar 2020 · 1 min read वो हौसलों से ही बढ़ाएगी मुझे पल- पल बहुत यूं याद आएगी मुझे ये आग दिल की यूं जलाएगी मुझे खुद ज़िंदगी खुद से मिलाएगी मुझे खुद दूर जाके पास लाएगी मुझे मैं खो गया हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 386 Share Akib Javed 13 Mar 2020 · 1 min read अफरा तफरी का माहौल हर तरफ हल्ला हो रख्खा है अफरा तफरी का है माहौल कोई अपनी जान बचा रहा है किसी की नागरिकता पे हो रहे सवाल बैंक में पैसे ही नही बचे... Hindi · कविता 1 281 Share Akib Javed 27 Feb 2020 · 2 min read हालात कुर्सी पर मोटा सा चश्मा लागए छेद्दन सिंह पैसो का हिसाब कर रहा था उसके सामने पंकज था जो कई दिनों से दिहाड़ी का काम कर रहा था,पंकज एक पढ़ा... Hindi · लघु कथा 2 1 407 Share Akib Javed 27 Dec 2019 · 1 min read कागज़ों के मकाँ को जलाते नही दिल में हमको कभी भी बसाते नही दिल वो हमसे कभी भी लगाते नही। घर वो अपने कभी भी बुलाते नही देख हमको कभी मुस्कुराते नही। होश मेरा हमेशा उड़ाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 487 Share Akib Javed 20 Dec 2019 · 1 min read दिल पे तुम मेरे रहते क्या हुआ 2122 2122 212 दिल पे तुम अब मेरे रहते क्या हुआ दिल ये कहता क्या ये करते क्या हुआ तुम अना अपनी कभी समझे नही और खुद तुम ही कहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 368 Share Akib Javed 14 Dec 2019 · 1 min read दो उंगलियाँ कैद है नफ़्स के दरमियाँ उसकी दो उंगलियाँ जो कभी मचली थी दिल पे और धड़क उठा था दिल उसका और वो ही थी जो जेहन में बे इख़्तियारी रखे... Hindi · कविता 1 396 Share Akib Javed 6 Dec 2019 · 1 min read ढूँढते ढूँढ़ते यूँ ख़ुदा मिल गया जो कभी था मेरा वो बिका मिल गया ज़िंदगी का अज़ब ये सिला मिल गया थे कभी लब पे चर्चे हमारे मगर आज चर्चा ही लब पे ज़ुदा मिल गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 209 Share Akib Javed 22 Nov 2019 · 1 min read उनके बगैर ज़िन्दगी भी बेमानी लगे मुझे ज़िन्दा मेरे वजूद की कहानी लगे मुझे उनके बगैर जिंदगी भी बेमानी लगे मुझे। उनकी मोहबतो के ही दम जीये मगर, गम दीदा ख्वाइशों की जुबानी लगे मुझे । दिलकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 403 Share Akib Javed 15 Nov 2019 · 1 min read यादों की बारात तेरी मेरी बात होगी यादों की बारात होगी झूमें गाएं साथ सबके अब नबी की नात होगी यूँ महक उठेगा तन मन जब मिलन की बात होगी मौज़ में है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 447 Share Akib Javed 3 Nov 2019 · 1 min read जहरीली हवा धीमी- धीमी हवा जहरीली हुई जा रही है। ज़िन्दगी नरक सबकी क्यों हुई जा रही है।। वक़्त रहते तू नादाँ कभी भी सुधरा नही। तेरी गलती की सजा हमें मिली... Hindi · कविता 2 2 577 Share Akib Javed 1 Nov 2019 · 1 min read नज़्म - इश्क की राह अपनी गलती को ढकने की कोशिश की नज़रो से सब की छिपने की कोशिश की।। चाँद भी जब यूँ चाँदनी में खो गया मैंने तब तारे गिनने की कोशिश की।।... Hindi · कविता 2 232 Share Akib Javed 25 Oct 2019 · 1 min read दीपावली - वो उम्मीद सजा कर बैठ गयी कच्चे दिए बना कर बैठ गई वो उम्मीद सज़ा कर बैठ गई! मेरी दिवाली भी रोशन होगी वो भी आस लगाकर बैठ गई! कोई न आया दिये लेने पास वो... Hindi · कविता 2 2 191 Share Akib Javed 25 Oct 2019 · 1 min read दिल पे तुम मेरे रहते 2122 2122 212 दिल पे तुम अब मेरे रहते क्या हुआ दिल ये कहता क्या ये करते क्या हुआ तुम अना अपनी कभी समझे नही और खुद तुम ही कहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 228 Share Akib Javed 11 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल 122 122 122 122 फ़लक से पुकारे ये हमको नज़ारे वो नज़रो से करते है हमको इशारे उठा आज सीने में तूफाँ हमारे निग़ाहों से कोई नज़र तो उतारे ख़ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 200 Share Akib Javed 29 Sep 2019 · 1 min read नदी/जीवन ??? ?नदी? उतरी पर्वत के पीड़ा से अंतर्मन में करती ध्वनि पहुँची जाके मेरे मन में मन में मेरे बह रही नदी ?जीवन? सुख!दुःख के डोर को जीवन से बाँध... Hindi · मुक्तक 3 361 Share Akib Javed 7 Sep 2019 · 1 min read तेरे ख़ामोश होठों पर तेरे ख़ामोश होठों पर मेरा ही नाम होता था ये तब की बात है जबकि कोई तुझको सताता था। बहुत परवाह करते थे हम इक़ दूजै की पर लेकिन मुसीबत... Hindi · कविता 2 2 204 Share Akib Javed 30 Aug 2019 · 1 min read कविता - दुपहरी आँगन में आ गई दुपहरी हवा हो गई सुर्ख़ सुई सी पेड़ के पत्ते भी सूख रहे चकमक चकमक धूप रूई सी अलसाये पत्ते डोल रहे भेद मौसम का खोल... Hindi · कविता 2 2 361 Share Akib Javed 14 Aug 2019 · 1 min read ग़ज़ल- देश का नाम हमको करना है 2122 1212 22 देश का नाम हमको करना है साथ मिल जुलके यार रहना है। है मुहब्बत हमें वतन से अगर सब रहे मिलके ये ही सपना है। राहबर देश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 342 Share Akib Javed 9 Aug 2019 · 1 min read दोहा-कृषक कृषक यही सोचे खड़ा, कितना था मशगूल। फसलें बोकर अब लगे, कर बैठा वो भूल।। सूरज के इस ताप को, मौसम देता मात। आई है ठंडक लिए, प्यारी सी बरसात।।... Hindi · दोहा 3 377 Share Akib Javed 4 Aug 2019 · 1 min read नज़्म - दोस्ती *नज़्म* मेरे ख़ामोश लबो को पहचान जाता हैं।। हर सच्चा दोस्त दोस्ती में याद आता हैं।। खूब परवाह एक दूसरे की करते सभी हैं।। मुसीबत में सिर्फ दोस्त ही नज़र... Hindi · कविता 2 2 602 Share Akib Javed 26 Jul 2019 · 1 min read कविता बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! कंकड़ियां सवाल कर रही मुझसे जवाब किसी गुफ़ा में चले गए है नदी में समुद्र कूद रहा है मौन सा पौधे... Hindi · कविता 2 594 Share Akib Javed 13 Jun 2019 · 1 min read ग़मो का मौसम आना जाना है उनकी याद दिलो से मिटाना है ग़मो का मौसम आना जाना है।। बोझ मन में फिरते लिए क्यू यूँ क्या मन को ऐसे जलाना है।। ख्वाब में खूब दिल को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 244 Share Akib Javed 26 Apr 2019 · 1 min read तुम मिले हो ख़ुदा ख़ुदा कर के हम मिले दर्द को छिपा कर के क्या मिला उनसे यूँ वफ़ा करके याद करते है वो भुला कर के फिर बुलाते है वो दुआ कर के पल दो पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 444 Share Akib Javed 12 Apr 2019 · 1 min read पता है मुझे अनसुलझा हुआ सा हूँ थोड़ा सुलझा दो मुझे भी कंही खोया हुआ सा हूँ खुद से मिला दो मुझे भी .. नही मिला पाओगे मुझे मुझमे ही डूब जाओगे हां... Hindi · कविता 2 266 Share Akib Javed 22 Mar 2019 · 1 min read देख के देखती सी रहती है ज़िन्दगी क्यों बुझी सी रहती है आँख में कुछ नमी सी रहती है ख़्यालों के आँगन में कहीं गुम सी ज़िन्दगी अजनबी सी रहती है बेवफ़ा ज़िन्दगी में होके भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 306 Share Previous Page 2 Next