Abhishek Rajhans 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Abhishek Rajhans 11 Mar 2024 · 1 min read दोस्ती.. कुछ लोग है मेरी ज़िंदगी में जो मुझे अकेला नहीं छोड़ते व्यस्त होते जीवन में मिलना मुमकिन तो नहीं हो पाता पर उनकी मौजूदगी हमेशा रहती है ज़िंदगी ने बहुत... Hindi 38 Share Abhishek Rajhans 16 Feb 2024 · 1 min read कुछ हो नहीं पाएगा जब सब टूटने लगे साथ सब का छुटने लगे जब तुम्हारे होने से किसी को कोई फर्क नहीं पड़े जब चारो तरफ तुम्हें सब कोसने लगे जब ऐसा लगे कि... 31 Share Abhishek Rajhans 15 Feb 2024 · 2 min read मेरे प्यारे बच्चों मेरे प्यारे बच्चों मैं जानता हूं की अब तुम बड़े हो रहे हो जीवन तो हमेशा परीक्षा लेता ही है पर तुम पहली बार दसवीं की परीक्षा दे रहे हो... Hindi 43 Share Abhishek Rajhans 1 Feb 2024 · 1 min read एक-दूसरे के लिए एक-दूसरे के लिए कभी-कभी ऐसा लगता है हम दोनों एक दूसरे के लिए ही थे वो जो ऊपर बैठा जोड़ियां बनाता है उसे सब कुछ ठीक करना आता है वो... 42 Share Abhishek Rajhans 18 Jan 2024 · 1 min read होते है कुछ लड़के.. होते है कुछ लड़के जिनके लिए मुश्किल होता है घर लौटना जिसे पाने निकले हो उसके लिए रोज तड़पते रहना नहीं रहता उन्हें दिन और तारीख याद नहीं मना पाते... Hindi 1 87 Share Abhishek Rajhans 2 Nov 2023 · 1 min read एक दोस्त है... एक दोस्त है.. जिससे अब बात नहीं होती पहले जैसी कहीं कोई मुलाकात नहीं होती वो जिसने साथ -साथ देखना शुरू किया था सपना वो जो थोड़ा ज्यादा ही था... Hindi 2 280 Share Abhishek Rajhans 28 Oct 2023 · 1 min read कुछ लोग ज़िंदगी में कुछ लोग ज़िंदगी में बेवजह नहीं आते वो हमारा हाथ पकड़ कर हमें कुछ और कदम आगे बढ़ाने को आते है हमें स्वीकार कर हमें थोड़ा- थोड़ा अपना बनाने को... Hindi 1 90 Share Abhishek Rajhans 17 Oct 2023 · 1 min read प्रेम पुनः लौटता है जो जाना चाहे उसे जाने दो रोक कर या टोक कर किसी के मार्ग का पत्थर मत बनो तुम भी जीवन पथ पर अपनी गति से चलो कोई तुम्हारे बिना... Hindi 113 Share Abhishek Rajhans 5 Oct 2023 · 1 min read प्रेम की अनुभूति सच्चा प्रेम जीवन में अकस्मात ही आता है प्रेम की तलाश नहीं की जाती ईश्वर जिन दो हृदयों को चुनता है प्रेम के लिए वो एक दूसरे को ढूंढ ही... Hindi 192 Share Abhishek Rajhans 24 Sep 2023 · 1 min read डियर दीपू डियर दीपू पगली सी हो तुम और थोड़ी नासमझ भी तुम्हें नहीं पता मेरी जिंदगी की सारी खुशियां कभी तुम्हें सताने से है तो कभी तुम्हे मनाने से है कभी... Hindi 79 Share Abhishek Rajhans 10 Sep 2023 · 1 min read तुम हो ही नहीं कहीं जब कुछ नहीं था तो तुम थे जब टूट चुकी थी आशाएं बिखर चुके थे सपने सूख गए थे अश्रु और भीग गया था मन तो तुम थे जब एक... Hindi 101 Share Abhishek Rajhans 4 Sep 2023 · 1 min read वो गुरु हमारा ज़िंदगी के अंधेरे को दूर करने वो एक शख्स जो सूर्य सा उदयमान था साधारण सा व्यक्तित्व था असाधारण उनका प्रभाव था मां की तरह प्यार था तो पिता की... 1 78 Share Abhishek Rajhans 31 Jul 2023 · 1 min read एक तुम्हारे होने से.. एक तुम्हारे होने से कितना कुछ बदल गया मेरी जिंदगी में कितना सारी खुशियां पा लेता हूं सिर्फ तुम्हारे मुस्कुराने से और कितनी सारी जिम्मेदारियों का एहसास सिर्फ तुम्हें अपनी... Hindi 116 Share Abhishek Rajhans 25 Jul 2023 · 1 min read मैं जानता हूं मैं जानता हूं तुम जिन उम्मीदों के साथ जिन सपनों को संजोए अपने पिता का घर छोड़ आई वो सब तुम्हें नहीं मिला मुझे भी महसूस होता है कभी -कभी... Hindi 110 Share Abhishek Rajhans 25 Jul 2023 · 1 min read प्रेम के इंतज़ार में जब कोई प्रेम में पड़ा मन भूल जाता है प्रेम करना जज्बातों पे लगा देता है मूक का एक ताला प्रेम की तलाश करता एक हृदय जब थक जाता है... Hindi 202 Share Abhishek Rajhans 23 Jul 2023 · 1 min read थोड़ी सी दोस्ती.... नहीं पता कैसे पर जानता हूं की दुनिया गोल है और एक दिन तुम तक जरूर लौट पाऊंगा भूगोल के टीचर ने पढ़ाया था कहीं से चलना शुरू करो तो... Hindi 138 Share Abhishek Rajhans 17 Jul 2023 · 1 min read ज़िंदगी में कभी -कभी हम जिद्दी बच्चे की तरह हठी हो जाते है वास्तविकता को महसूस किए बिना हम सच को स्वीकार नहीं पाते जैसा हम सोचते है वैसा संभव नहीं हो... Hindi 104 Share Abhishek Rajhans 14 Jul 2023 · 1 min read तुम लौट आना तुम लौट आना ऐसे जैसे सागर से जुदा हो लौट आती है लहरे पतझड़ के बाद जैसे निकल आते है पेड़ो पर हरे-हरे पत्ते जैसे लौट आते है अपने घोंसले... Hindi 71 Share Abhishek Rajhans 5 Jul 2023 · 1 min read याद आए तुम आज काफी दिनों बाद याद आए तुम व्यस्तताओं के भंवर में उलझा हुआ न जाने कब से कभी ख्याल ही नहीं आया तुम्हारा आज सच में याद आए तुम ख्यालों... Hindi 1 87 Share Abhishek Rajhans 18 Jan 2023 · 1 min read अब जब नकार चुकी हो तुम अब जब नकार चुकी हो तुम मेरे अस्तित्व को और नहीं बचा है कोई कारण मेरे लिए भी तो तुम स्वतंत्र हो कर सजो , संवरो आगे बढ़ो अपने नए... Hindi 168 Share Abhishek Rajhans 14 Jan 2023 · 1 min read एक बार लौट आओ.. सुनो, अब मुझमें और हिम्मत नहीं बची कमजोर हो गया हूं अब और बर्दाश्त भी नही कर सकता जिंदगी का ये धीमा होता सफ़र काट रहा है मुझे अपने पराए... Hindi 190 Share Abhishek Rajhans 25 Dec 2022 · 1 min read In 2022 With only few days left in 2022 I just recall and can say It declares me more stronger than ever Because I lost someone who might be forever Sometimes I... English 143 Share Abhishek Rajhans 22 Dec 2022 · 1 min read प्रेम में... प्रेम में पड़े दो इंसान अक्सर कल्पनाओं को आधार मान कर करने लगते है उम्मीदें रखने लग जाते आशाएं किसी प्रेमिका को उसका प्रेमी लगने लग जाता है कोई राजकुमार... Hindi 79 Share Abhishek Rajhans 18 Dec 2022 · 1 min read क्या वो भी... खुद में तन्हा अकेला बैठा मैं अक्सर सोचता हूं उसे क्या सच में वो भी मुझे सोचती होगी जैसे मैं समेट लेना चाहता हूं उसकी यादों का कतरन क्या वो... Hindi 140 Share Abhishek Rajhans 11 Dec 2022 · 1 min read मन हुआ है आज फिर से विकल मन हुआ है आज फिर से विकल प्रिय आओगी आज या आओगी कल हृदय की धड़कनों का सिलसिला कुछ गया है बढ़ पूस की रात है जिस्म गया है अकड़... Hindi 105 Share Abhishek Rajhans 10 Dec 2022 · 1 min read होती है कुछ निर्लज्ज सी लड़कियां होती है कुछ निर्लज्ज सी लड़कियां जो बंध कर नहीं रहना चाहती गाय की तरह किसी खूंटे से नहीं रुकना चाहती है किसी के रोकने से नहीं झुकना जानती ऐसी... Hindi 83 Share Abhishek Rajhans 4 Aug 2019 · 1 min read ऐ दोस्त मेरे मुझे नहीं पता तुम कब ,क्यों और कैसे आ गए अजनबी ही थे तुम मेरे लिए और मैं तुम्हारे लिए पर जब से तुम आये हो मुझे मेरा हो कर... Hindi · कविता 1 346 Share Abhishek Rajhans 31 Jul 2019 · 1 min read वो मित्र बने ,वो सखा बने आसान नहीं था करना सबको साथ ले कर चलना नित्य नयी बाधाओं के साथ उठना-बैठना लेश मात्र भी कदम ना ठिठके उनके वो खुद भी बढ़े सबको साथ बढ़ाते भी... Hindi · कविता 266 Share Abhishek Rajhans 22 Apr 2019 · 1 min read ये वक़्त है ना ये वक़्त है ना किसी का ये सुनता कहाँ है किसी के रुकने से रुकता कहाँ हैं दिन, रात या सुबह और शाम ठिठुरती हुई सर्दी या तपती गर्मी उमड़ते... Hindi · कविता 1 256 Share Abhishek Rajhans 20 Apr 2019 · 1 min read मेरा यार है वो खुदा ने जो भी दिया मुझे उसमे सबसे नायाब है वो मैं तो तप रहा था मरु की तरह वो आसमां से आती बूंदों का बौछार है वो टूट कर... Hindi · कविता 258 Share Abhishek Rajhans 8 Apr 2019 · 1 min read सुन रहे हैं जी-- सुन रहे हैं जी- मौसम बदल रहा है शहर का थोड़ा अपना मिजाज भी बदल लीजिये चुनावी बयार बह रही है भैया क्यों पड़े रहते हो ,दीवारों के मकान में... Hindi · कविता 272 Share Abhishek Rajhans 6 Apr 2019 · 1 min read जब तुम मिलोगी जब तुम मिलोगी जाने कैसे मिलोगी जितनी शिद्दत से करता आया हूँ क्या तुम भी मेरा उतना ही इंतज़ार करती रही होगी बेचैन हो कर करवटे बदल रही होगी जज्बातों... Hindi · कविता 569 Share Abhishek Rajhans 6 Apr 2019 · 1 min read इश्क़ था शायद.. हाँ, कहना था तुमसे पर कभी कह नहीं पाया बाते बेहिसाब करता था खुद से पर तुम्हे देख कर अक्सर खामोश सा हो जाता था मुझे कहना था बहुत कुछ... Hindi · कविता 476 Share Abhishek Rajhans 29 Mar 2019 · 1 min read मैं गलत नहीं था मैं गलत नहीं था तुमने मुझे समझा ही नहीं था क्या कुछ किया था मैंने ऐसा जो तुम्हे मुझसे दूर कर गया था बताना तो था ना कम से कम... Hindi · कविता 772 Share Abhishek Rajhans 12 Mar 2019 · 1 min read वक़्त-बेवक़्त कुछ भी वक़्त -बेवक़्त कुछ भी लिख दिया करता हूँ कभी अपने जख्म तो कभी मरहम लिख दिया करता हूँ कभी मन की आशा तो कभी कुंठा लिख दिया करता हूँ कभी... Hindi · कविता 1 550 Share Abhishek Rajhans 7 Mar 2019 · 1 min read कैसे भूलूँ वो सब मैं कैसे भूलूँ वो सब जो तुमने मुझे दिया था वो ज़ख्म ,जो नासूर बन कर मेरे भीतर धंसा था उसका दर्द आज भी मेरे भीतर ताजा है मुझे याद... Hindi · कविता 530 Share Abhishek Rajhans 6 Mar 2019 · 1 min read जाने कहाँ से आई थी वो पता नहीं क्यों आई थी वो न जाने कहाँ से आई थी वो मुझे मेरे होने का एहसास कराने मैं क्या हूँ या फिर मैं क्या हो सकता हूँ मुझे... Hindi · कविता 234 Share Abhishek Rajhans 5 Mar 2019 · 1 min read वो कोई ख़ास नही कोई तुमसे अगर पूछे की कौन लगता हूँ मैं तेरा तो तुम बस इतना बता देना एक दोस्त है मेरा कच्चा सा अक्ल से जरा बच्चा सा थोड़ा झूठा ,थोड़ा... Hindi · कविता 263 Share Abhishek Rajhans 5 Mar 2019 · 1 min read याद आती है वो आज भी रहती है वो मेरे जेहन में पर उसका जिक्र अब लबो पर मौजूद नहीं रहता देख लेता हूँ आज भी यादों के आईने में पर उसका अक्स अब... Hindi · कविता 256 Share Abhishek Rajhans 4 Mar 2019 · 1 min read जवाब वाला खत तुम्हारा लिखा वो खत वो खत जो मुझे मजबूर कर रहा था खता करने से वो खत जिसे तुमने चुपके से रख दिया था मेरे छत की बालकनी में और... Hindi · कविता 386 Share Abhishek Rajhans 4 Mar 2019 · 2 min read ये तो हद हो गयी ना जब पहली बार तुम्हे देखा था बेहद ही करीब से देखा था बहुत ही खूबसूरत लगी थी तुम अरे तुम कहां दिखी थी दिखी तो तुम्हारी बस बड़ी-बड़ी आंखे थी... Hindi · कविता 265 Share Abhishek Rajhans 25 Jan 2019 · 1 min read फिर मुलाकात होगी कभी.. जो हो न सकी इस बार तो फिर मुलाकात होगी कभी इस जनम में न सही तो अगले जनम में हीं कही ये चांद रहेगा और रहेगा सूरज भी तुम... Hindi · कविता 324 Share Abhishek Rajhans 15 Jan 2019 · 1 min read मुझे अब फर्क नहीं पड़ता तेरे होने या ना होने से मुझे अब फर्क नहीं पड़ता तुम्हे ऑनलाइन देखने के लिये अब रात- रात भर नहीं जगता जज्बात मेरे भीतर का जो था तुम्हे लेकर... Hindi · कविता 221 Share Abhishek Rajhans 13 Jan 2019 · 1 min read अब मैंने भी तुम्हारे बिना मैंने जीना सीख लिया है थोड़ा सा नीचे गिर कर उठना सीख लिया है तुम जा रहे हो तो जाओ ना अब मेरी आँखों ने तुम्हारे लिए आँसू... Hindi · कविता 292 Share Abhishek Rajhans 31 Dec 2018 · 1 min read जा रहा हूँ मैं जा रहा हूं मैं फिर कभी न आऊँगा तुम ने जिया है हर पल मुझे मैं तुम्हारे लिए तुम्हारा कल दे जाऊंगा तुम एक बार पीछे मुड़ कर देखो जब... Hindi · कविता 348 Share Abhishek Rajhans 27 Dec 2018 · 1 min read आज कह दो ना कितनी अधूरी बातें रह गयी थी कल कहने को आज कह दो ना साँसे कम पड़ रही थी मेरे हिस्से की अपनी साँसे भर दो ना जो भी हुआ,जैसे भी... Hindi · कविता 254 Share Abhishek Rajhans 25 Dec 2018 · 1 min read लौट आओ अब क्या सच में वो तुम ही थी बताओ ना क्या तुम लौट आयी थी आज सुबह जब आंखे खोली थी मैंने तो तुम्हारे होने का एहसास हुआ था तुम्हारे ड्रेसिंग... Hindi · कविता 230 Share Abhishek Rajhans 11 Dec 2018 · 1 min read क्या करूँ अब और मैं बहुत थक गया हूँ मैं अब और चला नहीं जाता सांसे ले लेता हूँ किसी तरह अब और जिया नहीं जाता ज़िन्दगी अकारण ही लगती है मुझे बेकार में सब... Hindi · कविता 272 Share Abhishek Rajhans 11 Dec 2018 · 1 min read कुछ नही बचा अब कुछ नहीं बचा अब सब खत्म हो गया उम्मीद की बूंद का आखिरी कतरा भी आज आंखों से बह गया बंद कमरे का अंधेरा आज मुझसे मेरी रोशनी छीन गया... Hindi · कविता 260 Share Abhishek Rajhans 30 Nov 2018 · 1 min read तुम मामूली हो ,मामूली बन कर रहो ना गड़े मुर्दे मत उखाड़ो यारो कुछ लोगो की सुकून की नींद क्यों गायब करना चाहते हो तुम मामूली हो , मामूली बन कर रहो ना ये तो खेल है बस... Hindi · कविता 4 1 336 Share Page 1 Next