मुक्तक
तेरी हर बात रहती है, पत्थर की लकीरों सी,
तेरी ये सादगी बिल्कुल, रही सच्चे फकीरों सी,
तेरा ईमान और व्यवहार, ही करता ज़ुदा सबसे,
वज़ह बस है यही, चेहरे की रौनक है अमीरों सी।
तेरी हर बात रहती है, पत्थर की लकीरों सी,
तेरी ये सादगी बिल्कुल, रही सच्चे फकीरों सी,
तेरा ईमान और व्यवहार, ही करता ज़ुदा सबसे,
वज़ह बस है यही, चेहरे की रौनक है अमीरों सी।