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8 Aug 2018 · 1 min read

माँ वाणी

माँ वाणी मुझ पर रखो, सदा दाहिना हाथ,
कृपा अनवरत ही रहे, सदा रहो तुम साथ l
लेखन में गति हो सदा, ऐसा हो अभियान,
गागर में सागर भरूँ, जग का हो कल्याण l
ऐसा कुछ मैं लिख सकूँ, जिसमें हो कुछ सार,
जन कल्याणी योजना, ऐसे रहें विचार l
मैं गुण गाऊँ आपके, आप गुणों की खान,
काव्य सुधा बरसे यहाँ, बढ़ जाए मम ज्ञान l
क्या वर माँगू आपसे, तुमसे मेरा मान,
काव्य जगत में बन सके, मेरी भी पहिचान l

Language: Hindi
283 Views
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