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5 Sep 2017 · 1 min read

आज रविवार हैं

आज रविवार है,
मिला पुराना यार है,
फिर जागा वाे प्यार है,
उसकी यादों मे कितना दुलार हैं,
उसकी बाताे में बड़ा ही सार है,
वह हरपल मेरे लिये मददगार है ,
याराे के लिये दिलदार है,
नयनाे में उसकी कटार सी धार है,
सुख दुःख गमाे से वह पार है,
नही उस पर किसी का भार है,
उसने कितनी ही सही मार है,
मेरे लिये उसकी मित्रता गले का हार है,
।।।जेपीएल।।।

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