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17 Apr 2017 · 1 min read

चल कही दूर चलते है

चल कही दूर चलते हैं
सारे गमों को भूल चलते हैं
पीपल की छांव मे
नील गगन की बाहों में
प्रकृति की गोद में
ईश्वर की खोज मे
सागर की लहरों में
मुस्कुराते चेहरों में
चांद और सूरज की ओर चलते हैं
सारे गमों को भूल चलते हैं

– Anuj yadav
mob.7398621625

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