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25 Mar 2017 · 1 min read

**** आसमां भी नीचे झुक जायेगा_____ !!!!

गजल /दिनेश एल० “जैहिंद”

आसमां भी नीचे झुक आएगा जो दिल में भर लो उमंग |
बेजां इंद्रधनुषी तस्वीर में भी भर लोगे तुम जी भरके रंग ||

कहाँ मिटती हैं कर्मवीरों की निशानियाँ जमीं से आसमां तक,
वो तो बना लेते हैं शक्त पहाड़ों को भी काटके जादुई सुरंग |

होने दो बर्फ बदन की गर्मी को पर मरने न देना जोश-ए-दिल,
कदम चूमेगी कामयाबी तुम्हारे जीत ही लोगे तुम हर जंग ||

जो दिल में हो जोश-ओ-उमंग तो फिर कहना क्या नौजवानो,
बहुत दूर तलक गूँजेंगे तुम्हारे बुलंद साज़ के जोशीले तरंग ||

मत चूकना ए दोस्तो ना भूल ही करना तुम भूल कर कोई,
पड़े ज़रूरत कभी तो तुम झोंक देना अपने सारे अंग-अंग ||

******* दिनेश एल० “जैहिंद”
26. 12. 2016

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