**** आसमां भी नीचे झुक जायेगा_____ !!!!
गजल /दिनेश एल० “जैहिंद”
आसमां भी नीचे झुक आएगा जो दिल में भर लो उमंग |
बेजां इंद्रधनुषी तस्वीर में भी भर लोगे तुम जी भरके रंग ||
कहाँ मिटती हैं कर्मवीरों की निशानियाँ जमीं से आसमां तक,
वो तो बना लेते हैं शक्त पहाड़ों को भी काटके जादुई सुरंग |
होने दो बर्फ बदन की गर्मी को पर मरने न देना जोश-ए-दिल,
कदम चूमेगी कामयाबी तुम्हारे जीत ही लोगे तुम हर जंग ||
जो दिल में हो जोश-ओ-उमंग तो फिर कहना क्या नौजवानो,
बहुत दूर तलक गूँजेंगे तुम्हारे बुलंद साज़ के जोशीले तरंग ||
मत चूकना ए दोस्तो ना भूल ही करना तुम भूल कर कोई,
पड़े ज़रूरत कभी तो तुम झोंक देना अपने सारे अंग-अंग ||
******* दिनेश एल० “जैहिंद”
26. 12. 2016