घूँट सुरा का तीखा होता प्यालों में : जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट१२६)
घूँट सुरा का तीखा होता प्यालों में माना ,बाला !
यात्रा शभ हो जाये भर दो खाली पैमाना ,बाला !
मेरे होठों के गीतों को रस मिल जाये भावों का ।
मिल जाये थोड़ी मिठास यदि कृपा आप की हो , बाला!!
—— जितेंद्रकमलआनंद
०१-११-१६– सॉई विहार कालोनी , रामपुर ( उ प्र )
पिन कोड २४४९०१