Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2016 · 1 min read

मॉ तो मॉ, मॉ ही होती है , बच्चों का कल्मष धोती है( पोस्ट ३०) गीत

मॉ तो मॉ , मॉ ही होती है
************************( गीत )

मॉ तो मॉ , मॉ ही होती है , बच्चों का कल्मष धोती है

जब भी होता है अँधियारा , करती जीवनमें उजियारा ।
पूर्व सुलाए वह बच्चों को किंतु बाद में वह सोती है ।
मॉ तो मॉ , मॉ ही होती है , बच्चों का कल्मष धोती है ।।

वह ममता की भावन सूरत, वह करुणा की पावन मूरत
माला के बिखरे मनकों को , सहज- सहज स्नेहिल पोती है।मॉ तो मॉ , मॉ ही होती है, बच्चों का कल्मष धोती है।

सदा प्रकाशित पथ दर्शाती , मानवताका पाठ पढाती ।
पुत्रोंको मुस्कान अमर वह , दीपों की स्वर्णिम ज्योति है
मॉ तो मॉ , मॉ ही होती है , बच्चोंका कल्मष धोती है ।।
—– जितेंद्रकमलआनंद

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Comment · 394 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अगर जुर्म करने वाला व्यक्ति ही जांच अधिकारी बन जाए, तो वह अप
अगर जुर्म करने वाला व्यक्ति ही जांच अधिकारी बन जाए, तो वह अप
राजेश बन्छोर
घर संसार
घर संसार
राजेश 'ललित'
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
Abhishek Soni
लेकिन वतन तू जिन्दाबाद रहे
लेकिन वतन तू जिन्दाबाद रहे
gurudeenverma198
सबकुछ बिकेगा
सबकुछ बिकेगा
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
कहने को बाकी क्या रह गया
कहने को बाकी क्या रह गया
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मायूस
मायूस
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
" रागी "जी
राधेश्याम "रागी"
जागो बहन जगा दे देश 🙏
जागो बहन जगा दे देश 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
शेखर सिंह
*बाजारों में जाकर देखो, कैसी छाई दीवाली (हिंदी गजल)*
*बाजारों में जाकर देखो, कैसी छाई दीवाली (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
प्रभु श्री राम
प्रभु श्री राम
Mamta Singh Devaa
"भौतिकी"
Dr. Kishan tandon kranti
मृत्यु पीड़ा
मृत्यु पीड़ा
Sudhir srivastava
*बन्नो की सगाई*
*बन्नो की सगाई*
Dr. Vaishali Verma
जन्म से
जन्म से
Santosh Shrivastava
'तपस्वी सुमन'
'तपस्वी सुमन'
Godambari Negi
काव्य सौंदर्य
काव्य सौंदर्य
Rambali Mishra
रफाकत में
रफाकत में
Kunal Kanth
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
ज़िंदगी का सफ़र
ज़िंदगी का सफ़र
Dr fauzia Naseem shad
घर क्यों नहीं जाते
घर क्यों नहीं जाते
Shekhar Chandra Mitra
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जहां चुप रहना हो वहां बोल जाते हैं
जहां चुप रहना हो वहां बोल जाते हैं
Jyoti Roshni
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4583.*पूर्णिका*
4583.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी जीने को कुछ वक्त बाकी है!!
ज़िंदगी जीने को कुछ वक्त बाकी है!!
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपमानित होकर भी आप, मुस्कुराते हुए सम्मानित करते हैं;आप सचमु
अपमानित होकर भी आप, मुस्कुराते हुए सम्मानित करते हैं;आप सचमु
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
Loading...