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4 Oct 2016 · 1 min read

हाइकू

“हाइकू”
नव रजनी
नव रूप धारिणी
जै नव चंडी॥-1

भक्त अर्चना
कुशलम साधना
जै जगदंबा॥-2

पाठ आरती
महिमा सुभारती
जै नव दुर्गा॥-3

क्षमा दायिनी
शुभदा कात्यायनी
जै कृपालिनी॥-4

जग तारिणी
महिषासुर हंती
विंध्यवाशिनी॥-5

महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी

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