Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
16 Jul 2016 · 1 min read

प्रेम खुमारी

पावन सदा पुनीत मृदुल सा जहान हो
सुरभित पवन,रंगीन प्रकृति रूपवान हो
रिश्ते प्रगाढ़, प्रेम खुमारी बनी रहे
कोई न हो गरीब सभी का मकान हो।

Loading...