खुलासा ना करना
खुलासा ना करना सरेआम हमारी मरती चाहत का,
यादों में जलता – बुझता रहेगा जो इश्क तेरा – मेरा है।
फिर कभी ना मिलेगी घुमंतू की खोई जिंदगी,
साँसों में बस ज़िंदा रहेगा जो इश्क तेरा – मेरा है ।।
~ राजीव दत्ता ‘ घुमंतू ‘
खुलासा ना करना सरेआम हमारी मरती चाहत का,
यादों में जलता – बुझता रहेगा जो इश्क तेरा – मेरा है।
फिर कभी ना मिलेगी घुमंतू की खोई जिंदगी,
साँसों में बस ज़िंदा रहेगा जो इश्क तेरा – मेरा है ।।
~ राजीव दत्ता ‘ घुमंतू ‘