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5 Dec 2025 · 1 min read

महिषासुर मर्दिनी आराधना

हे महिषासुर मर्दिनी,
दुष्ट दानव घातिनी॥

हे जगतजननी भवानी,
दरिद्र दुःख हारिणी॥

यशोदा-नन्दिनी सुन्दरी,
विन्ध्याचल पर्वत वासिनी॥

माँ! अहिरकुले अवतरणी,
सदैव मम कुलरक्षिणी॥

बनी रहे ‘यादवी’ तुम्हारी,
सर्वदा माँ अनुचारिणी॥

— ɪ𝐬ʜᴀ 𝐬ɪɴɢʜ ʏᴀᴅᴜᴠᴀɴ𝐬ʜɪ [ 𝐘𝐀𝐃𝐀𝐕𝐈 ]

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