महिषासुर मर्दिनी आराधना
हे महिषासुर मर्दिनी,
दुष्ट दानव घातिनी॥
हे जगतजननी भवानी,
दरिद्र दुःख हारिणी॥
यशोदा-नन्दिनी सुन्दरी,
विन्ध्याचल पर्वत वासिनी॥
माँ! अहिरकुले अवतरणी,
सदैव मम कुलरक्षिणी॥
बनी रहे ‘यादवी’ तुम्हारी,
सर्वदा माँ अनुचारिणी॥
— ɪ𝐬ʜᴀ 𝐬ɪɴɢʜ ʏᴀᴅᴜᴠᴀɴ𝐬ʜɪ [ 𝐘𝐀𝐃𝐀𝐕𝐈 ]