अमरेश्वर को हम सभी, भजते आठो याम।
अमरेश्वर को हम सभी, भजते आठो याम।
सोमेश्वर के नाम से, कटते विघ्न तमाम।।
हो अधीर जपते सभी, सोमेश्वर का नाम।
भय भंजन हर भक्त का, सुनते सब पैगाम।।
शिव त्रिपुरारी के शरण, जीवन हो अभिराम।
आशा ऐसी ले सभी, देख रहे अविराम।।
भक्त लालसा मन लिए, आते हैं शिव धाम।
ओम् नमः शिवाय भजन, सुफल करे हर काम।।
सोमेश्वर कर दो कृपा, “पाठक” का कर थाम।
दे दो थोड़ा तेज प्रभु, हो जाऊँ घनश्याम।।
:- राम किशोर पाठक (शिक्षक/कवि)