मेरे साथ चौपाटी पर ,चाय पीने चलोगी क्या ?
मेरे साथ चौपाटी पर ,चाय पीने चलोगी क्या ?
फिल्म के बहाने ही सही, पैराडाइज में मिलेगी क्या?
टपरा पर कॉफी पियोगी क्या?
एक बार ही सही ,मेरे साथ खुलकर जायेगी क्या?
लड़की कहती है …!
हां मैं चलूंगी पर ,शाम डालने के बाद न मिलेगी ।
कटरा का समोसा भी खिलाऊंगी ,
तोड़ा तीखा ही सही पर गोपालगंज का गोलगप्पा भी चखाऊगी!
लटका कहता है ….!
तुम सागर शहर सी सुंदर हो ,
नटखट हो पर मेरे दिल के अंदर हो ।
तू रात बन जा मैं तुम्हारा सपना बन जाऊं
और जब तक सागर में रहूं, बस तुम्हारा अपना बन जाऊं।
अमन कुमार