इतने अच्छे दोस्त और उनकी दोस्ती दी।
इतने अच्छे दोस्त और उनकी दोस्ती दी।
है बाबा आपने मुझे पर पता नहीं क्यों
ये आँखें अपने जैसा ही पाना चाहती है।
हर्षिता चौबीसा ✍️
इतने अच्छे दोस्त और उनकी दोस्ती दी।
है बाबा आपने मुझे पर पता नहीं क्यों
ये आँखें अपने जैसा ही पाना चाहती है।
हर्षिता चौबीसा ✍️