*बनवाया सबका भवन, सबका भव्य मकान (कुंडलिया)*
बनवाया सबका भवन, सबका भव्य मकान (कुंडलिया)
_________________________
बनवाया सबका भवन, सबका भव्य मकान
मजदूरों का रह गया, सूना पर अरमान
सूना पर अरमान, परातें-ईंट उठाते
घर लौटे तो शाम, थके-हारे सब आते
कहते रवि कविराय, गर्म खाना कब खाया
मिली पोटली बंद, सुबह जो था बनवाया
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451