हौसलों की उड़ान"
हौसलों की उड़ान”
हौसलों से अपने
हर मुश्किल को मात दो,
रास्तों में काँटे हों
तो भी मुस्कान दो।
तुम अपनी सोच को
बस ऊँची उड़ान दो,
हर गिरावट से पहले
एक नई पहचान दो।
यह वक्त तय करेगा
क्या तुमने है किया,
सपनों को इरादों की
सच्ची जुबान दो।
दिल से हार-जीत के
बस डर को निकाल दो,
अपने होने की
दुनिया को मिसाल दो।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद