Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
15 Jun 2025 · 1 min read

पितृ दिवस

पितृ दिवस
पिता के प्रति कृतज्ञता प्रकट का अवसर
पिता का योगदान त्याग का सम्मान करो भरपूर
चुप रहकर , ना बोलकर करते संघर्षमय जीवन
मार्गदर्शन करते सदैव , मेहनत कर करते दायित्वों का निर्वहन
पिता हैं , भारतीय संस्कृति में देवतुल्य
पिता का रखना मान सम्मान अमुल्य
पिता का ज्ञान – अनुभव कठिन परस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ
पिता परिवार को शक्ति – ऊर्जा
से सफलता देते उत्कृष्ट
सदैव ममता और स्नेह से अंकुरित रहते
ममता और प्रेम शब्दों से नहीं अपने कार्य से बताते
पिता में सभी देवताओं का वास होता हैं
पिता का सम्मान और आदर हमेशा करना होता हैं

– राजू गजभिये (सीताराम)

Loading...