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2 Apr 2025 · 1 min read

इच्छाएँ, सपने, उम्मीदें और नाखून इन्हें समय-समय पर काटते रहे

इच्छाएँ, सपने, उम्मीदें और नाखून इन्हें समय-समय पर काटते रहें, अन्यथा ये दुखः का कारण बनते हैं…🙏🏃🏻‍♂️राष्ट्रहित सर्वोपरि। देश के बटवारे के बाद भी देश की किसी भी जमीन पर अपना कब्जा जमा सकने के वफ्त की ताकत को लगाम लगाने के वफ्त संशोधन विधेयक को पारित होना चाहिए। यह हर सनातनी का सपना था, जिसके विरोध मे हमारे ही कुछ नेता जो कहने के लिए तो सनातनी हैं परन्तु उनकी अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा के कारण सनातन की पीठ मे छुरा घोपने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे नेताओ को याद रखे और समय आने पर हमे जवाब देना हैं, यह हमारा फर्ज बनता हैं। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम्…भारत माता की जय 🚭‼️

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