✨ जीने की कला ✨

✨ जीने की कला ✨
जीवन एक बहता दरिया है, बहना सीखो,
हर ग़म को मुस्कान में ढलना सीखो।
सपनों की राह में कांटे भी मिलेंगे,
हिम्मत से चलो, दीप खुद ही जलेंगे।
बीते कल का बोझ क्यों ढोते हो,
आज में जीकर खुशियाँ बोते हो।
हर पल नया है, इसे खास बना लो,
जीवन को हंसकर अपनाना सीख लो।