आंख से आंख मिले तो जानें

आंख से आंख मिले तो जानें
कितना दर्द छुपा है …जानें ,
जगत जगत में घूम लिया हूं
कोई तो मुझको अपना माने
कवि दीपक सरल
आंख से आंख मिले तो जानें
कितना दर्द छुपा है …जानें ,
जगत जगत में घूम लिया हूं
कोई तो मुझको अपना माने
कवि दीपक सरल