डायरी के पहले पेज पर बना

डायरी के पहले पेज पर बना
एक स्कैच!
क्या है, किसका है ? मत पूछो।
बस ख़ामोश रहो
और अपने चेहरे को देखो तो सोचो
मेरे दिल का आकार ठीक वैसा ही है…
अपनी चंचलता को
मानो कि मेरे दिल की धड़कन हो।
अपने गुस्सा को संज्ञा दो
मेरे आंतरिक शांति में बाधाओं का।
और तुम्हारे अश्क
सबूत हैं कि मैं जीवित हूं!
दीपक झा रुद्रा