कहाँ और किस के दर पे जाए शिकायत लेकर,

कहाँ और किस के दर पे जाए शिकायत लेकर,
तुम ही कोई रास्ता सुझाओं मेरे मौला।
जो हो चुके हैं अपंग दिल और दिमाग़ से,
उनका इलाज़ किस चारा-गर से करवाए बताओं मेरे मौला।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
कहाँ और किस के दर पे जाए शिकायत लेकर,
तुम ही कोई रास्ता सुझाओं मेरे मौला।
जो हो चुके हैं अपंग दिल और दिमाग़ से,
उनका इलाज़ किस चारा-गर से करवाए बताओं मेरे मौला।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”