न मैं “विक्रम”,

न मैं “विक्रम”,
न मेरे पास “पराक्रम”,
जो मुर्दा सम्बन्धों के
“बेताल”अपने कंधों पर
ढो सकूं।।
लटके रहो अपने पेड़ पर।।
न मैं “विक्रम”,
न मेरे पास “पराक्रम”,
जो मुर्दा सम्बन्धों के
“बेताल”अपने कंधों पर
ढो सकूं।।
लटके रहो अपने पेड़ पर।।