अपनों से बिछड़ने की स्थिति में बहुत कम ही ऐसे शख़्स होते हैं

अपनों से बिछड़ने की स्थिति में बहुत कम ही ऐसे शख़्स होते हैं जो इस दर्द से उबर पाते हैं…
ये तो बस कहने की बात है कि कोई किसी को याद नहीं करता…
लेकिन वही बिछड़ने के बाद का ग़म इंसान को अंदर से खाली कर देता है….
मैं तो बस यही कहूंगी कि …
कोई भी स्थिति हो आपसी रिश्तों को हमेशा थोड़ा बहुत इधर उधर करके संभाले रखना चाहिए …
जिद… गुस्सा सिर्फ संबंध खत्म कर सकते हैं…
आपको खुश नहीं रख सकते…
जिद… गुरूर… गुस्से को साइड में रख कर पूछना आज खुद से…
क्या तुम खुश हो ?
आप अगर समझे तो……